26/08/2025                                                                            
                                    
                                                                            
                                            ग्रेटर नोएडा की निक्की भाटी को न्याय दिलाने की गुहार: दहेज़ और सपनों की बलि चढ़ी एक और बेटी
     
ग्रेटर नोएडा से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसने एक बार फिर हमारे समाज की कड़वी सच्चाई को उजागर कर दिया है। 28 साल की निक्की भाटी, जिसकी आँखों में अपने सपने पूरे करने की चमक थी, उसे कथित तौर पर उसके ही पति और ससुराल वालों ने दहेज़ के लिए ज़िंदा जला दिया । यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि हमारे समाज पर एक गहरा धब्बा है।
क्या है पूरा मामला?
21 अगस्त, 2025 को ग्रेटर नोएडा के सिरसा गाँव में निक्की भाटी के साथ यह भयानक वारदात हुई । आरोप है कि उसके पति विपिन भाटी और ससुराल वाले शादी के नौ साल बाद भी लगातार और दहेज़ की मांग कर रहे थे, जिसमें 36 लाख रुपये और एक लक्ज़री कार शामिल थी ।
बात सिर्फ दहेज़ तक ही सीमित नहीं थी। निक्की अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती थी। वह अपनी बहन कंचन के साथ मिलकर अपना ब्यूटी पार्लर फिर से खोलना चाहती थी और सोशल मीडिया पर इंस्टाग्राम रील्स बनाती थी, जो उसके ससुराल वालों को पसंद नहीं था । अपने सपनों को जीने की इसी चाहत को लेकर हुए विवाद ने इतना भयानक रूप ले लिया कि उसके पति ने कथित तौर पर उसे आग के हवाले कर दिया ।
परिवार की भूमिका और साहसी बहन
इस दर्दनाक कहानी का सबसे दुखद पहलू यह है कि निक्की की बहन कंचन की शादी भी उसी घर में निक्की के देवर रोहित भाटी से हुई थी । कंचन ने अपनी आँखों के सामने अपनी बहन पर होते अत्याचार को देखा और हिम्मत दिखाते हुए अपने फ़ोन पर इसका वीडियो भी बनाया । इन्हीं वीडियो क्लिप्स में निक्की पर हुए हमले और जलने के बाद उसकी दर्दनाक हालत कैद हो गई, जो आज इस केस में अहम सबूत हैं ।
गंभीर रूप से झुलसी निक्की को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसने दम तोड़ दिया ।
पुलिस की कार्रवाई
इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए निक्की के पति विपिन भाटी, ससुर सत्यवीर भाटी, सास दया भाटी और देवर रोहित भाटी को गिरफ्तार कर लिया है । समाज में इस घटना को लेकर भारी गुस्सा है और सभी निक्की के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। उसके पति ने सोशल मीडिया पर इसे आत्महत्या का रूप देने की भी कोशिश की, लेकिन सच सामने आ ही गया ।
यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर कब तक हमारी बेटियां दहेज़ और ऐसी दकियानूसी सोच की बलि चढ़ती रहेंगी? निक्की भाटी को न्याय मिलना ही चाहिए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा हो, ताकि भविष्य में कोई और विपिन किसी और निक्की के सपनों को जलाने की हिम्मत न कर सके।