14/12/2024
स्मृति शेष.......
शत् शत् नमन
"राजकपूर का जन्म शताब्दी वर्ष"
100वीं जयंती पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त महान फिल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक पद्मभूषण स्वर्गीय राजकपूर को श्रद्धा सुमन अर्पित किए
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नेशनल मीडिया नेटवर्क फिल्म एंड टीवी फॉउंडेशन के अध्यक्ष शिक्षाविद् दयानंद वत्स भारतीय ने आज उत्तर पश्चिम दिल्ली स्थित मुख्यालय बरवाला में हिंदी फिल्मों के महान अभिनेता स्वर्गीय राजकपूर की 100वीं जयंती पर उनके देश विदेश में बसे करोडों प्रशंसकों की और से अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। दयानंद वत्स भारतीय ने कहा कि राजकपूर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बहु-आयामी प्रतिभा के धनी अभिनेता, निर्माता और निर्देशक थे। वे फिल्म निर्माण की सभी बारीकियों से परिचित थे। उनका व्यक्तित्व करिश्माई था। उनकी आवारा, श्री420, जागते रहो,बूट पालिश आह,बरसात,अनाडी, तीसरी कसम, संगम, बाबी, प्रेमरोग, राम तेरी गंगा मैली, मेरा नाम जोकर, जिस देश में गंगा बहती है को भला कोई कैसे भुला सकता है? राजकपूर एक बेहद संवेदनशील कलाकार थे। वह भी देश से गरीबी और भुखमरी, बेकारी भगाना चाहते थे। अपनी अधिकाश फिल्मों में राजकपूर ने साधारण से दिखने वाले गरीब, निरीह और लाचार व्यक्ति के मन की भावनाओं को जिया। इसीलिए उन्हें लोग प्यार से सपनों का सौदागर भी कहते थे। राज साहब को फिल्मों में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने दादा साहब फाल्के अवार्ड से नवाजा था। नरगिस के साथ उनकी जोडी को दर्शकों ने खूब पसंद किया। नूतन और वैजयन्तीमाला के साथ भी उनकी जोडी जमीं। राजकपूर ने आर.के फिल्मस के बैनर तले कई फिल्मों का निर्माण किया। हिंदी फिल्मों में कपूर खानदान की अहमियत इसी बात से साबित होती है कि उनके पिताजी स्वर्गीय पृथ्वीराज कपूर, दोनों भाई शम्मी कपूर और शशिकपूर, शशिकपूर की पत्नी जेनिफर, बेटे रणधीर कपूर,ऋषि कपूर, राजीव कपूर, पुत्रवधू बबीता,नीतू कपूर, पोती करिश्मा और करीना कपूर, पोते रणबीर कपूर ओर उनकी पत्नी आलिया भट्ट कपूर सभी ने हिंदी सिनेमा को आगे बढाया। यह देश का पहला परिवार है जिसमें भारत सरकार ने फिल्म अभिनेता पृथ्वीराज कपूर, राजकपूर और शशिकपूर को सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा है। राजकपूर को अनाड़ी ओर जिस देश में गंगा बहती है के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर अवार्ड मिला। संगम, मेरा नाम जोकर ओर प्रेमरोग के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक ओर संपादक का फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया। संगीतकार शंकर जयकिशन, गीतकार शैलेन्द्र ओर हसरत जयपुरी ओर गायक मुकेश आजीवन राजकपूर की टीम का हिस्सा रहे। राजकपूर को उनकी लोकप्रियता से एशिया का सबसे बड़ा शोमैन का खिताब मिला। भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण से अलंकृत किया।
शिक्षाविद् दयानंद वत्स भारतीय
राष्ट्रीय अध्यक्ष
नई दिल्ली
14.12.2024