15/07/2025
देश में टोल टैक्स को लेकर अक्सर विवाद होते हैं, लेकिन केरल के एक युवक ने जो किया, वह अब मिसाल बन गया है। पलक्कड़ जिले के रहने वाले शेंटो वी. एंटो ने खराब सड़कों से परेशान होकर एक अनोखा और शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया।
उन्होंने अपनी कार को टोल प्लाजा पर 9.5 घंटे तक खड़ा रखा और साफ कहा कि वह खराब सड़क के लिए पैसा नहीं देंगे।
बिना कोई हंगामा किए उन्होंने यह जताया कि हर नागरिक को सवाल पूछने और गलत के खिलाफ खड़े होने का हक है। उनका यह शांत विरोध सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इसे 'साहसी कदम' बता रहे हैं।
खराब सड़कें बनी विरोध की वजह
शेंटो ने शांतिपूर्ण तरीके से ऐसा विरोध किया कि हर कोई हैरान रह गया। पेशे से सिनेमैटोग्राफर शेंटो वी. एंटो रोज़ाना पलक्कड़ से त्रिशूर और एर्नाकुलम के बीच सफर करते हैं। उन्होंने खराब सड़कों की हालत को देखते हुए पन्नियंकारा टोल प्लाजा पर टोल देने से इनकार कर दिया।
9.5 घंटे तक कार रोक कर बैठे रहे शेंटो
शेंटो ने ना तो टोल पर बहस की, ना कोई झगड़ा किया। उन्होंने अपनी कार टोल गेट के सामने खड़ी कर दी और करीब साढ़े 9 घंटे तक वहीं बैठे रहे। जब टोल कर्मचारियों ने उन्हें जाने को कहा, तो उन्होंने साफ कहा कि जब सड़कें सही नहीं हैं, तो वे टोल क्यों दें?
बहन की प्रेग्नेंसी में हुए परेशान
शेंटो ने बताया कि एक बार उन्हें अपनी गर्भवती बहन को लंबी दूरी तक ले जाना पड़ा, लेकिन खराब और अधूरी सड़कों की वजह से सफर बेहद मुश्किल हो गया। उनका कहना है कि जब सड़कें पूरी तरह तैयार नहीं हैं और सफर सुरक्षित नहीं, तो लोगों से टोल वसूलना गलत है।
हाई कोर्ट की टिप्पणी से मिला हौसला
शेंटो का यह विरोध उस समय सामने आया है जब हाल ही में केरल हाई कोर्ट ने भी कहा था कि अगर नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) अच्छी और सुरक्षित सड़कें नहीं दे सकती, तो टोल वसूलना उचित नहीं है। इसके बावजूद कई जगहों पर निजी कंपनियां खराब सड़कों के बावजूद टोल ले रही हैं।
शांतिपूर्ण विरोध से मिली सराहना
शेंटो ने कोई झगड़ा नहीं किया, बल्कि शांति से अपनी बात रखी। उन्होंने फास्टैग रिचार्ज नहीं कराया और गाड़ी को हटाने से इनकार कर दिया। अंत में टोल कर्मियों को उन्हें बिना भुगतान के जाने देना पड़ा। सोशल मीडिया पर लोग उनकी इस पहल को जमकर सराह रहे हैं।
सवालों के घेरे में टोल सिस्टम
इस घटना के बाद एक बार फिर टोल वसूली और सड़क निर्माण की जिम्मेदारी पर सवाल उठने लगे हैं। क्या बिना पूरी सड़क बनाए लोगों से पैसा लेना सही है? शेंटो का विरोध अब एक बहस की शुरुआत बन गया है।