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Mp -Ashok nagar *अशोकनगर/भोपाल*केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अशोकनगर के विकास कार्यों पर ली समीक्षा बैठक* *हर...
16/10/2025

Mp -Ashok nagar
*अशोकनगर/भोपाल

*केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अशोकनगर के विकास कार्यों पर ली समीक्षा बैठक*

*हर प्रोजेक्ट की बने पूरी टाइमलाइनः सिंधिया*

*अशोकनगर की वास्तुकला में झलकनी चाहिए मध्य प्रदेश के राज घरानों की वीर गाथाएँ:सिंधिया*

अशोकनगर/भोपाल। केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज अशोकनगर जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, संबंधित अधिकारीगण, स्थानीय विधायक, पार्टी पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक में अशोकनगर शहर के प्रमुख तुलसी सरोवर के विकास, सौंदर्यीकरण और पर्यटन संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

*विकास कार्यों में गुणवत्ता और टिकाऊ सामग्री के उपयोग के निर्देश*
सिंधिया ने कहा कि अशोकनगर शहर में होने वाले प्रत्येक विकास कार्य का उद्देश्य नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना, शहर की सांस्कृतिक एवं पर्यटन धरोहरों का संरक्षण करना होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विकास कार्यों में गुणवत्ता, टिकाऊ सामग्री और पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा जाए।

*तुलसी सरोवर बनेगा महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र*
सिंधिया ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि तुलसी सरोवर को केवल एक जल निकाय नहीं, बल्कि अशोकनगर का महत्वपूर्ण पर्यटन आकर्षण केंद्र बनाया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने सरोवर पर आने वाले पर्यटकों और स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए सुनियोजित पार्किंग सुविधा और हॉकर जोन का निर्माण करने और लेक फ्रंट डेवलपमेंट में स्थानीय चंदेरी पत्थर का उपयोग करने पर के निर्देश दिए ताकि निर्माण में स्थानीय संस्कृति की झलक हो। साथ ही, सरोवर के सौंदर्य को बढ़ाने के लिए आधुनिक लाइटिंग के प्रयोग पर भी विशेष बल दिया।

*अशोकनगर में दिखे मध्य प्रदेश के राजघरानों की वीर गाथाएँ:सिंधिया*
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए कि सभी वास्तुकलाओं में ग्वालियर सहित मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक वीर गाथाओं की छवि दिखनी चाहिए। सौंदर्यीकरण में मध्य प्रदेश द्वारा विभिन्न काल खंडों में लड़ी गई लड़ाइयों, उनके संघर्षों और विजय गाथाओं की कहानी झलकनी चाहिए। इन कलाओं से स्पष्ट रूप से वीर योद्धाओं की महान गाथाओं को संदेश मिलने चाहिए।

*बैजू बावरा और महात्मा गांधी की मूर्ति का प्रस्ताव*
बैठक में केन्द्रीय मंत्री ने ग्वालियर के महान गायक बैजू बैवरा और महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बैजू बावरा के संबंध में कहा कि महान गायक का इतिहास इस क्षेत्र से जुड़ा हुआ है और उनकी स्मृति में अशोकनगर में उनकी प्रतिमा स्थापित करना उनकी विरासत को अमर करेगा। सिंधिया ने विश्वास व्यक्त किया कि इन मूर्ति के कारण अशोकनगर को देशभर में एक विशिष्ट पर्यटन पहचान मिलेगी।

*स्थानीय संस्कृति और परंपरा का बनाए रखें सम्मानः सिंधिया*
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि विकास कार्यों में स्थानीय इतिहास, परंपरा और विरासत की झलक अवश्य परिलक्षित होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने हर प्रोजेक्ट के लिए टाइमलाइन सहित पूरा प्लान मांगा और साथ ही धनराशि का पूर्णत सही उपयोग करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अशोकनगर को आधुनिक सुविधाओं से युक्त, साथ ही सांस्कृतिक और पर्यटन दृष्टि से आकर्षक बनाना है, यही हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। बैठक के दौरान सिंधिया ने सभी से शहरवासियों के सहयोग और सक्रिय सहभागिता से ही अशोकनगर को एक उदाहरणीय शहर बनाने का आह्वान किया।

15/10/2025

ग्वालियर में देर रात तक तैनात है पुलिस,सुरक्षा व्यवस्था पर पैनी नजर...

14/10/2025

AIPNB PRA
ग्वालियर से उठी आवाज़..
ऑल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक पेंशनर्स रिटायरीज एसोशिएशन के त्रि वार्षिक सम्मेलन में जीएसटी और पेंशनर्स की समस्याओं का उठा मुद्दा ,
कोर्ट की शरण में जाएगी एसोशिएशन..

ग्वालियर- देश भर के बैंकिंग सेक्टर से जुड़े हुए पेंशनर्स अधिकारी अब जीएसटी की विसंगतियों के खिलाफ कोर्ट की शरण में जाने वाले हैं ..
यह फैसला ग्वालियर में आयोजित ऑल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक, पेंशनर्स रिटायरीज एसोसिएशन के त्रिवार्षिक सम्मेलन में लिया गया है। राष्ट्रीय स्तर के रिटायर्ड पेंशनर्स एसोशिएशन के पदाधिकारियों ने एसोसिएशन से जुड़े लोगों की पेंशन ,बीमा संबंधी पॉलिसी और केंद्र सरकार की उस नीति का विरोध किया है। जिसमें रिटायर्ड पेंशनर्स की बीमा को जीएसटी माफ करने का ऐलान किया गया था ।

- ग्वालियर में आयोजित पंजाब नेशनल बैंक पेंशनर रिटायरीज एसोसिएशन के
त्रि वार्षिक सम्मेलन में मौजूद राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी ने एक स्वर में पेंशनर्स के हक की बात साझा मंच से उठाई है। सभी पदाधिकारियों ने बैंक पेंशनर्स के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि सरकार की नीति और घोषणाएं अलग हैं,लेकिन हकीकत में इसका लाभ बैंक पेंशनर्स को नहीं मिल पा रहा है।

बातचीत--
के. डी. खेड़ा -
मुख्य सलाहकार, एसोशिएशन
-- एम एल गुप्ता -
अध्यक्ष , पेंशनर्स एसोशिएशन

रिटायर्ड बैंक पेंशनर्स के इस त्रि वार्षिक सम्मेलन में
75 वर्ष से अधिक आयु के सदस्यों का सम्मान किया गया, साथ ही ग्वालियर यूनिट के चुनाव भी कराए गए।
सम्मेलन के मुख्य वक्ता संगठन के पूर्व अध्यक्ष और मुख्य सलाहकार के. डी. खेड़ा थे, जिन्होंने मौजूद पेंशनर्स को पेंशन ,बैंकिंग में होने वाले बदलाव ,नीति ,स्वास्थ्य संबंधी और बीमा पॉलिसी आदि से संबंधित सभी समस्याओं पर प्रकाश डाला।
एसोसिएशन के इस त्रिवार्षिक सम्मेलन में चेयरमैन आशीष सेन, अध्यक्ष एम एल गुप्ता, सेक्रेटरी शोक हरन सिंह और जॉइंट सेक्रेटरी वीसी गुप्ता खासतौर पर मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम में दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि देने के साथ
नवीन सदस्यों का अभिनंदन भी किया गया । कार्यक्रम का संचालन जॉइंट सेक्रेटरी मुकेश अग्रवाल ने किया। जबकि आभार सेक्रेटरी बी एस भदोरिया में व्यक्त किया।


Sangeeta bijlani संगीता बिजलानी,चंबल की तर्ज पर इनको भी चाहिए बंदूक का लाइसेंस।
13/10/2025

Sangeeta bijlani
संगीता बिजलानी,
चंबल की तर्ज पर इनको भी चाहिए बंदूक का लाइसेंस।

13/10/2025

इंदौर।सांवेर के विधायक और प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि ट्रैक्टर ट्राली में 27 लोग सवार थे। जो बीबी खेड़ी से मजदूरी कर वापस लौट रहे थे। जिनमें से तीन लोगों की मृत्यु मृत्यु हो गई है । बाकी घायलों को अरविंदो हॉस्पिटल और एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से सभी घायलों का निशुल्क उपचार कराया जाएगा। मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।

AIPNB PRA - ऑल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक, पेंशनर्स रिटायरीज एसोसिएशन का त्रिवार्षिक सम्मेलन 14 को ग्वालियर में..75 वर्ष से...
13/10/2025

AIPNB PRA - ऑल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक, पेंशनर्स रिटायरीज एसोसिएशन का त्रिवार्षिक सम्मेलन 14 को ग्वालियर में..

75 वर्ष से अधिक आयु के सदस्यों का होगा सम्मान और ग्वालियर यूनिट के चुनाव भी होंगे..

ग्वालियर। ग्वालियर में मंगलवार 14 अक्टूबर को ऑल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक पेंशनर्स एंड रिटायरीज एसोशिएशन का त्रिवार्षिक सम्मेलन होने जा रहा है .. सम्मेलन ग्वालियर के सिटी सेंटर स्थित होटल डाउन टाऊन, सत्कार गेस्ट हाउस के पास शाम 6:00 बजे से शुरू होगा ।

इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन के मुख्य वक्ता संगठन के पूर्व अध्यक्ष और मुख्य सलाहकार श्री के डी खेड़ा होंगे, जो मौजूद पेंशनर्स को पेंशन ,बैंकिंग में होने वाले बदलाव ,नीति ,स्वास्थ्य संबंधी और बीमा पॉलिसी आदि से संबंधित सभी समस्याओं पर प्रकाश डालेंगे ।
एसोसिएशन के इस त्रिवार्षिक सम्मेलन में चेयरमैन आशीष सेन, अध्यक्ष एम एल गुप्ता, सेक्रेटरी शोक हरन सिंह और जॉइंट सेक्रेटरी वीसी गुप्ता खासतौर पर मौजूद रहेंगे।

कार्यक्रम में दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ 75 वर्ष से अधिक आयु के साथियों का सम्मान भी किया जाएगा
नवीन सदस्यों का अभिनंदन किया जाएगा और ग्वालियर यूनिट के वार्षिक चुनाव की संपन्न किए जाएंगे।
यह जानकारी ग्वालियर यूनिट के सेक्रेटरी बी एस भदौरिया और जॉइंट सेक्रेटरी मुकेश अग्रवाल ने दी है।


12/10/2025

मनमोहन की सरकार में आया
सूचना का अधिकार अधिनियम..

ग्वालियर। डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार और श्रीमती सोनिया गांधी के दरदू र्शी नेतृत्व में 12 अक्टूबर 2005 को ऐतिहासिक सूचना का अधिकार अधिनियम अस्तित्व मेंआया।
यह यूपीए सरकार के अधिकार-आधारित एजेंडा की पहली कड़ी थी, जिसमेंमनरेगा (2005), वन अधिकार अधिनियम (2006), शिक्षा का अधिकार (2009), भमिू अधिग्रहण में उचित मुआवज़ा का अधिकार अधिनियम (2013) और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (2013) शामिल थे।

इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सार्वजनिक प्राधिकरणों के पास मौजूद जानकारी तक पहुँच प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना था, ताकि शासन व्यवस्था अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बन सके। आरटीआई समाज के सबसे हाशिए पर बसे लोगों के लिए जीवनरेखा साबित हुई है। इसने नागरिकों को उनके हक़ जसै राशन, समय पर पेंशन, बकाया मज़दूरी और छात्रवत्तिृ आदि लाने में मदद की है।
इसने सुनिश्चित किया कि सबसे ग़रीब व्यक्ति को जीवन की बुनियादी ज़रूरतों से वंचित न किया जाए ।
2014 के बाद से त्ज्प् लगातार कमज़ोर की जा रही है, जिससे हमारे देश की पारदर्शिर्ता और लोकतांत्रिक ढांचे पर आघात हुआ है।

1. काननू पर हमले(सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005)
● 2019 के संशोधनों नेस्वतंत्रता को कमज़ोर किया और कार्यपा र्य लिका का प्रभाव बढ़ाया।
2019 के संशोधन ने सूचना आयोगों की स्वायत्तता को कमज़ोर कर दिया। पहले, आयुक्तों का कार्यकाल 5 वर्ष का तय था और उनकी सेवा शर्तें सुरक्षित थीं। संशोधन के बाद केंद्र सरकार को कार्यकाल र्य और सेवा शर्तें तय करने का अधिकार दे दिया गया, जिससे स्वतंत्रता प्रभावित हुई और कार्यपालिका का प्रभाव बढ़ा।

● 2023 - डिजिटल पर्सनलर्स डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम और धारा 44(3)
डिजिटल पर्सनलर्स डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम ने आरटीआई की धारा 8(1)(र) में संशोधन किया, जिससे “व्यक्तिगत जानकारी” की परिभाषा का दायरा बहुत बढ़ा दिया गया। पहले, “व्यक्तिगत जानकारी” जनहित में होने पर उजागर की जा सकती थी, लेकिन अब संशोधित प्रावधान कहता है “कोई भी ऐसी जानकारी जो व्यक्तिगत जानकारी से संबंधित हो, प्रकट नहीं की जाएगी।इसका अर्थ है कि व्यक्तिगत जानकारी को पूर्णतः अपवाद बना दिया गया है। इससे सार्वर्जनिक कर्तव्यों या सार्वजर्वनिक धन के उपयोग से संबंधित जानकारी का खुलासा भी रोका जा सकता है, जो आरटीआई के पारदर्शिता सिद्धांत के विरुद्ध है।
महत्वपर्णूण सार्वजर्वनिक को “निजी” मानकर यह संशोधन मतदाता सूची, व्यय विवरण या अन्य जनहित से जड़ुी सूचनाओ के प्रकटीकरण से इनकार का रास्ता खोल देता है। इससे सार्वजर्वनिक निगरानी की प्रक्रिया पर सीधा असर पड़ता है यही प्रक्रिया थी जिसके ज़रिए एमपीएलएडी फंड के दुरुपयोग, मनरेगा में फर्जी लाभार्थिर्यों और अस्पष्ट राजनीतिक फंडिगं जैसीै अनेक गड़बड़ियाँ उजागर हुई थीं।

2. केंद्रीय और राज्य सूचना आयोगों पर हमले
● रिक्तियाँ
केंद्रीय सूचना आयोग आज अपनी अब तक की सबसेकमज़ोर स्थिति में है 11 स्वीकृत पदों के मुकाबलू केवल दो आयक्तु कार्यरतर्य हैं, और सितंबर 2025 के बाद मख्यु आयुंक्त का पद भी रिक्त है। इस तरह की स्थिति यूपीए शासन के दौरान कभी नहीं रही।
सामाजिक कार्यकर्यर्ताओ ंजैसै अजंलि भारद्वाज की याचिका उंपर कार्यवाही करते हुए सर्वाेच्च न्यायालय ने केंद्र और राज्यों को नियुक्तियों की समयबद्ध और पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने का निर्देश दिया था। फिर भी, बार-बार के न्यायिक आदेशों के बावजूद कई पद महीनों तक रिक्त पड़े हैं। सतर्क नागरिक संगठन (ैंजंता छंहतपा ैंदहंजींद) की ‘रिपोर्ट कार्ड ऑफ इन्फ़ॉर्मेशन कमिशन्स (2023दृ24)’, जो अक्टूबर 2024 में जारी हुई, के अनुसार 29 में से 7 राज्य सूचना आयोग विभिन्न अवधियों के दौरान निष्क्रिय रहे।

● लंबित मामले और डेटा की अनउपलब्धता
जनू 2024 तक देशभर के 29 आयोगों में लगभग 4,05,000 अपीलें और शिकायतें लंबित थीं जो 2019 की तुलना में लगभग दोगुनी हैं। नवंबर 2024 तक केवल केंद्रीय सूचना आयोग में ही लगभग 23,000 लंबित मामले हैं।

जब आरटीआई के माध्यम से प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों पर हुए करोड़ों रुपयेके खर्च कोविड महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की वास्तविक संख्या या पीएम केयर्स फंड के उपयोग से जुड़ी जानकारी मांगी गई, तो कोई जवाब नहीं दिया गया। इलेक्टोरल बॉन्ड्स मामले में एसबीआई ने आरटीआई के तहत डेटा देने से इनकार किया और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुँचा। केवल तब जाकर राजनीतिक दलों को प्राप्त चंदों का डेटो सार्वजर्वनिक हुआ।

3. व्यक्तियों पर हमले
भोपाल की कार्यकर्ता और पर्यावरणविद शहला मसूद, जो अवैध खनन को उजागर करती थीं, की उनके ही घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले की सीबीआई जांच में पाया गया कि आरोपियों में एक इंटीरियर डिज़ाइनर भी शामिल था। सतीश शेट्टी, जो भूमि घोटालों को उजागर करने के लिए जाने जाते थे, उन पर सुबह की सेर के दौरान धारदार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी गई। सीबीआई जांच में इस मेंरियल एस्टेट माफिया की संलिप्तता सामने आई।
ऐसे मामले इस बात की भयावह याद दिलाते हैं कि आरटीआई कार्यकर्यर्ताओं को कितने ख़तरों का सामना करना पड़ता है। अनेक कार्यकर्यर्ता और नागरिक जो आरटीआई का उपयोग करते हैं, उन्हें उत्पीड़न, धमकियों और हमलों का शिकार होना पड़ा है। इससे लोगों के भीतर भय का माहौल बना है और नागरिक आरटीआई का निर्भयता से उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।

● व्हिसल ब्लोअर प्रोटेक्शन एक्ट पारित हुआ, पर लागू नहीं हुआ
व्हिसल ब्लोअर प्रोटेक्शन अधिनियम, किसने पारित किया जा चुका है, अब तक लागू नहीं हुआ है और इसके नियम अधिसूचित नहीं किए गए हैं। यह विधेयक यूपीए सरकार द्वारा पेश किया गया था और संसद के दोनों सदनों से पारित भी हुआ था, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल (2014 के बाद) में न तो काननू लागू किया गया और न ही नियम बनाए गए।

सुरक्षात्मक तंत्र के अभाव में प्रशासनिक अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले व्यक्ति धमकियों, उत्पीड़न और हिसकं हमलों के प्रति असुरक्षित बने हुए हैं। इस अधिनियम का उद्देश्य उन लोगों की रक्षा करना था जो भ्रष्टाचार या गलत कार्यों का खुलासा करते हैं, लेकिन इसके लागून होने से ये सभी सुरक्षा उपाय अर्थहीन हो गए हैं। अमेरिका या यूरोपीय संघ जैसै लोकतंत्रों ने माना है कि भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए व्हिसलब्लोअर्स की सुरक्षा आवश्यक है, जबकि भारत एक ऐसा अपवाद है जहाँ काननू होते हुए भी सरकार ने इसे लागू करने से परहेज़ किया है। सूचना का अधिकार अधिनियम की 20वीं वर्षगांठ पर हम दोहराते हैं कि सूचना का अधिकार केवल एक कानून नहीं, बल्कि भारत के नागरिकों के संवैधानिक और सामाजिक सशक्तिकरण का माध्यम है।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस निम्नलिखित माँगें रखती है

1. 2019 के संशोधनों को निरस्त कर सूचना आयोगों की स्वतंत्रता बहाल की जाए और आयुक्तों के लिए 5 वर्ष का निश्चित कार्यकाल व सुरक्षित सेवा शर्तें सुनिश्चित की जाएँ।
2. डीपीडीपी अधिनियम की उन धाराओं(धारा 44(3)) की समीक्षा व संशोधन किया जाए जो आरटीआई के जनहित उद्देश्य को कमज़ोर करती हैं।
3. केंद्र और राज्य आयोगों में सभी भर्तियां पारदर्शी व समयबद्ध प्रक्रिया के माध्यम से तुरंत भरी जाएँ।
4. आयोगों के लिए कार्य निष्पादन मानक तय किए जाएँ और निपटान दर की सार्वजर्वनिक रिपोर्टिंग अनिवार्य की जाए।
5. व्हिसल ब्लोअर प्रोटेक्शन अधिनियम को पूर्ण रूप से लागू कर आरटीआई उपयोगकर्ताओं और व्हिसल ब्लोअर को सशक्त सुरक्षा प्रदान की जाए।
6. आयोगों में विविधता सुनिश्चित की जाए पत्रकारों, कार्यकर्ताओं,ं शिक्षाविदों और महिला प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए।
7. आरटीआई आधुनिक भारत के सबसे महत्वपूर्णर्ण लोकतांत्रिक सुधारों में से एक है। इसकी कमज़ोरी, लोकतंत्र की कमज़ोरी है। आरटीआई की 20वीं वर्षगांठ पर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस कानून की सुरक्षा और सशक्तिकरण के अपने संकल्प को दोहराया है, ताकि हर नागरिक निडर होकर सवाल पूछ सके और समयबद्ध व प्रभावी उत्तर प्राप्त कर सके।

पत्रकार वार्ता मंे प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा पूर्व जीडीए उपाध्यक्ष एवं जिला संगठन प्रभारी महाराज सिंह पटेल, प्रवक्ता राम पांडे, पीयूष जेन,, आदि उपस्थित थे।

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12/10/2025

ग्वालियर -

ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर फिर अपने पुराने रोल पर...

उप नगर ग्वालियर में ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर ने वार्ड क्रमांक 02 में "आपका सेवक आपके द्वार "पद यात्रा प्रारम्भ की ,।

-ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर ने वार्ड 2 के शिव नगर में नाले में उतरकर सफाई की ..

-ऊर्जा मंत्री ने गंदगी मिलने पर नगर निगम अधिकारियों को लगाई फटकार..

-ऊर्जा मंत्री ने वार्ड 2 में कई कार्यों के किए भूमि पूजन...

11/10/2025

Gwalior
मध्य प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कॉइन और कलेक्टिव्स प्रदर्शनी का किया उद्घाटन ..
दो दिन तक चलेगी प्रदर्शनी ,जिसमें स्टेट टाइम से लेकर देश के अनेक प्राचीन सिक्के मोहरें और स्टांप की जा रही है प्रदर्शनी और सेल भी...


*मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा इंदौर जिले में आयोजित विधि विशेषज्ञों की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में सहभागिता*11 अक्टूब...
11/10/2025

*मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा इंदौर जिले में आयोजित विधि विशेषज्ञों की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में सहभागिता*

11 अक्टूबर 2025
प्रातः 10 बजे
ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा इंदौर जिले में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता Subscribe Now: https://bit.ly/3hF6oP0 Stay Updated! 🔔Subscribe Now: https://bi...

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को झटका..साल 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेज़ुएला की राजनेता मरिया कोरीना मचादो को द...
11/10/2025

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को झटका..

साल 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेज़ुएला की राजनेता मरिया कोरीना मचादो को दिया गया है...

सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर नोबेल कमेटी ने कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार मरिया कोरीना मचादो को “वेनेज़ुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने और न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण तरीक़े से तानाशाही के सामने लोकतंत्र के लिए संघर्ष करने” के लिए दिया गया है.

ग़ौरतलब है कि नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा का काफ़ी दिलचस्पी से इंतज़ार किया जा रहा था क्योंकि कई बार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ख़ुद को इसका दावेदार घोषित कर चुके हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई मौक़ों पर कह चुके हैं कि उन्होंने दुनिया के कई हिस्सों में सैन्य संघर्षों को शांति करवाया है.

नोबेल कमिटी ने अपने बयान में कहा है कि 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार ऐसी “महिला को जा रहा है जिन्होंने गहराते अंधेरे के बीच लोकतंत्र की लौ को जलाए रखा है.”

बयान में कहा गया है कि नोबेल शांति पुरस्कार हासिल कर रहीं मरिया कोरीना मचादो हालिया समय में लैटिन अमेरिका में साहस के सबसे “असाधारण उदाहरणों” में से एक हैं.

कमिटी के चेयरमैन ने कहा कि मचादो एक महत्वपूर्ण शख़्सियत रही हैं.

बयान में लिखा है, “भले ही हम असहमत हों लेकिन लोकप्रिय शासन के सिद्धांतों की रक्षा करने की हमारी इच्छा ही लोकतंत्र का मूल मंत्र है.”

“ऐसे समय में जब लोकतंत्र ख़तरे में हो हर किसी चीज़ से यह सबसे ज़रूरी हो जाता है कि उसकी रक्षा की जाए.”




10/10/2025

ग्वालियर में करवा चौथ का व्रत,कुछ इस अंदाज में मना,।

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