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22/08/2025

शहर के बाहर शहर से दूर..
बन गए हैं कुछ इस तरह के रिजॉर्ट ..
लोगों की सुविधा के लिए पैदा किया जा रहे हैं इस तरह के आकर्षण..

इमरजेंसी ' के बाद ' सुपर इमरजेंसी ' की ओर बढता देश..(एक लेखक के विचार..)शीर्षक पढकर न चौंकिए, न विचलित होइए ,लेकिन सावधा...
22/08/2025

इमरजेंसी ' के बाद ' सुपर इमरजेंसी '
की ओर बढता देश..
(एक लेखक के विचार..)

शीर्षक पढकर न चौंकिए, न विचलित होइए ,लेकिन सावधान जरूर हो जाइए क्योंकि भारत इमरजेंसी के पचास साल बाद एक और इमरजेंसी की ओर बढ रहा है जिसे आने वाले दिनों में' ' सुपर इमरजेंसी ' कहा जा सकता है. हमारी मौजूदा सरकार ने संसद के मानसून सत्र के समाप्त होने की पूर्व संध्या पर लोकसभा में संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025: पेश कर इस ' सुपर इमरजेंसी ' की आहट दे दी है.
सुपर इमरजेंसी लादने के लिए एक ब, आना तलाशा गया है कि फिलहाल भारतीय संविधान में गंभीर आपराधिक आरोपों में गिरफ्तार और हिरासत में लिए गए मंत्री को हटाने के लिए प्रावधान नहीं है. ऐसे मामलों में प्रधानमंत्री या केंद्रीय मंत्रिपरिषद के किसी मंत्री और राज्यों एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के मुख्यमंत्री या मंत्रिपरिषद के किसी मंत्री को हटाने के लिए संविधान के अनुच्छेद 75, 164 और 239ए में बदलाव की जरूरत महसूस की गई है.
आपको बता दूं कि लोकसभा में पेश किए गए 130वां संविधान संशोधन विधेयक का उद्देश्य गंभीर आपराधिक आरोपों (5 वर्ष या अधिक की सजा वाले अपराध) में गिरफ्तार होने या 30 दिनों तक हिरासत में रहने पर प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, और केंद्र शासित प्रदेशों के मंत्रियों को पद से हटाने का प्रावधान करना है।यह विधेयक अनुच्छेद 75 (केंद्र) और अनुच्छेद 164 (राज्य) में संशोधन करता है, इस विधेयक में यह भी प्रावधान है कि हिरासत से रिहाई के बाद राष्ट्रपति या राज्यपाल द्वारा पुनर्नियुक्ति संभव है।
विधेयक को संसद की संयुक्त समिति को भेजा गया है, और विपक्ष, विशेष रूप से कांग्रेस और एआईएम आई एम ने इसे संविधान विरोधी और लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है।विधेयक पेश करते समय केंद्रीय गृहमंत्री बेहद डरे हुए थे. वे हमेशा पहली पंक्ति में बैठते थे लेकिन 20अगस्त को चौथी पंक्ति में बैठे. शाह अपनी सुरक्षा के लिए अतिरिक्त मार्शल भी साथ में लाए थे, मुमकिन है कि वे सीआईएस एफ के ही जवान हों.
इस विधेयक को पेश करते ही पक्ष विपक्ष के सांसदों में धक्का - मुक्की भी हुई. विपक्ष ने विधेयक की प्रतियाँ फाडकर गृहमंत्री के ऊपर उछाल दीं. बात आगे बढ सकती थी किंतु सभापति ने सदन की कार्रवाई 21अगस्त तक लिए स्थगित कर स्थिति को बेकाबू होने से रोका. विपक्ष के विरोध के प्रति पहले से आशंकित सरकार की मंशा के अनुरूप जेपीसी को भेज दिया. अब ये विधेयक संसद के आगामी सत्र तक जेपीसी के पास रहेगा और इस विधेयक को भी उसी तरह कानून बना दिया जाएगा जैसे कि वक्फ बोर्ड कानून बना दिया गया.ये कानून अभी सुप्रीम कोर्ट के पास सेफ(सुरक्षित) रखा हुआ है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक को लेकर कहा है कि 130वां संविधान संशोधन विधेयक ‘सुपर-इमरजेंसी’ से भी आगे का कदम है, जो भारत में लोकतांत्रिक युग को हमेशा के लिए समाप्त कर देगा। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार के इस विधेयक का उद्देश्य न्यायपालिका की स्वतंत्रता को समाप्त करना है और इसके जरिए मौजूदा केंद्र सरकार ‘एक व्यक्ति-एक पार्टी-एक सरकार’ सिस्टम को मजबूत करने का प्रयास है.
जरूरी नहीं कि इस विधेयक को लेकर जैसा ममता बनर्जी सोचती हैं वैसा ही पूरा देश भी सोचे, लेकिन इस समय वोट चोरी को लेकर एकजुट हुआ विपक्ष जरूर ममता बनर्जी की तरह सोच सकता है.विपक्ष को एक करने के काम पहले एस आई आर आया और अब लगता है कि 130वां संविधान संशोधन विधेयक भी विपक्ष को एक करने में सहायक होगा. सत्ता पक्ष की नीयत यदि इस विधेयक को लेकर साफ होती तो इसे संसद के शुरु में ही लाया जाता, किंंतु ऐसा नहीं हुआ. संसद में इस विधेयक को जानबूझकर सत्र समापन की पूर्व संध्या पर लाया गया ताकि इस विधेयक पर बहस हो ही न पायें. ये विधेयक इसलिए भी आपत्तिजनक है क्योंकि ये देशकाल परिस्थिति के अनुरूप बिल्कुल नहीं है. इस देश में शांति भंग करने आरोपी को जमानत हासिल करने मैं महीनों लग जाते हैं ऐसे में केवल आरोप लगने और गिरफ्तारी होने के बाद 30 दिन की हिरासत सदस्यता छीनने का बाजिब आधार नहीं है.
मुझे लगता है कि भाजपा आने वाले दिनों मे इस विधेयक को लेकर बिहार विधानसभा चुनाव में भी उतरेगी. क्योंकि मतदाता सूची में काट-छांट के मुद्दे पर सरकार बचाव की मुद्रा में है. इसे आप शतुरमुर्गी मुद्रा भी कह सकते हैं. आने वाले दिनों में ये विधेयक लगातार जैरे बहस रहेगा.

वैसे एडीआर रिपोर्ट कहती है,कि वर्तमान लोकसभा के 543 सदस्यों में से 251 यानी 46 फीसदी सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसमें 25 से अधिक को दोषी भी ठहराया जा चुका है. कुल 233 सांसदों (43 प्रतिशत) ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामले घोषित किए थे. वहीं, यह आंकड़ा 2019 में 233 (43%) , 2014 में यह आंकड़ा 185 (34 %), 2009 में 162 (30%) और 2004 में 125 (28 प्रतिशत था. रिपोर्ट के अनुसार, 18वीं लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी भाजपा के 240 विजयी उम्मीदवारों में से 94 (39 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. कांग्रेस के 99 सांसदों में से 49 (49 प्रतिशत) ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं और समाजवादी पार्टी के 37 सांसदों में से 21 (56 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
TMC के 29 में से 13 (44 प्रतिशत), डीएमके के 22 में से 13 (59 प्रतिशत), टीडीपी के 16 में से आठ (50 प्रतिशत) और शिवसेना के सात विजयी उम्मीदवारों में से पांच (71 प्रतिशत) ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

विश्लेषण में पाया गया कि 63 (26 प्रतिशत) भाजपा उम्मीदवारों, 32 (32 प्रतिशत) कांग्रेस उम्मीदवारों और 17 (46 प्रतिशत) सपा उम्मीदवारों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.रिपोर्ट कहती है, सात (24 प्रतिशत) टीएमसी उम्मीदवार, छह (27 प्रतिशत) डीएमके उम्मीदवार, पांच (31 प्रतिशत) टीडीपी उम्मीदवार और चार (57 प्रतिशत) शिवसेना उम्मीदवार गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.इस विधेयक के गुण-दोष ही बहस का मुद्दा हो सकते थे किंतु सरकार बहस से पहले ही भाग खडी हुई.
मुझे याद है कि देश में जब भी ऐसे तानाशाही को मजबूत विधेयक किसी राज्य या केंद्र की सरकार ने लाने की कोशिश की है, मुंह की खाई है. बिहार का एक प्रेस विधेयक आषको याद होगा. बहरहाल देश एक अघोषित इमरजेंसी झेल ही रहा था उसे अब सुपर इमरजेंसी में बदलने की कोशिश की जा रही है.

@ राकेश अचल



20/08/2025
19/08/2025
19/08/2025

मध्य प्रदेश में अब डायल 100 की
जगह 112..
112 लगाओ पुलिस बुलाओ,
एंबुलेंस की सहायता पाओ और अन्य इमरजेंसी के लिए ओनली डायल 112
इन पुलिस अधिकारी का मैसेज सुनिए..

#डायल112
#मध्यप्रदेश

19/08/2025

ग्वालियर
एक्शन में ट्रैफिक पुलिस ग्वालियर..

ट्रैफिक पुलिस की कार्यवाही..
यातायात पुलिस ने की शहर में जगह-जगह बड़ी कार्रवाई..
थाना यातायात कंपू पुलिस द्वारा दाल बाजार,लोहिया बाजार में यातायात व्यवस्था सुधारने हेतु कार्यवाही जारी ,
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 46 वाहनों के बनाए चालान ।
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालको के विरुद्ध चालानी कार्यवाही की मुहिम लगातार जारी..
दोनों बाजार में पूर्व में व्यापारियों को दी गई थी चेतावनी,
फिर भी दुकानदार सामग्री अभी भी बाहर रख कर व्यवसाय कर रहे थे।
लोहिया बाजार और दाल बाजार में व्यापारियों को पूर्व में कई बार हिदायत देने के बाद भी कुछ व्यापारी रोड के बाहर सामग्री रखकर व्यापार करते पाए गए,

सामान जप्त कर नगर निगम मदाखलत कार्यालय रखवाया गया ,
इसके अलावा उक्त दोनों बाजार में सफेद पट्टी के बाहर नो पार्किंग क्षेत्र में 08 वाहन खड़े पाए गए, जिनके विरुद्ध मोटर व्हीकल एक्ट की धाराओं में चालानी कार्यवाही की गई ।
इसी क्रम में शहर में विभिन्न स्थानों जैसे गुड़ा गुड़ी का नाका, इंदरगंज चौराहा, शान ए शौकत और शिंदे की छावनी पर चेकिंग प्वाइंट लगाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों करने वालो 46 वाहनों के विरुद्ध चालानी कार्यवाही कर कुल 19400 रुपए की शमन राशि अधिरोपित कर जमा कराई गई ।

कार्यवाही के दौरान थाना यातायात कंपू प्रभारी धनंजय शर्मा , नगर निगम मदाखलत के प्रभारी अधिकारी केशव सिंह चौहान मय मदाखलत टीम, थाना यातायात कंपू से अधिकारी सूबेदार राधाबल्लभ गुर्जर ,सूबेदार प्रबल यादव एवं थाना यातायात के अन्य अधिकारी,कर्मचारी मौजूद रहे ।



19/08/2025

ग्वालियर ग्लोरी स्कूल, हरिशंकरपुरम संचालक अपना ही कचरा नहीं हटवा पा का रहे हैं,
संक्रमण का बच्चों में खतरा..




ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में कुछ इस तरह के रोचक नज़ारे देखने को भी मिलते हैं..फरियादी और मीडिया कर्मियों की अलग-अलग ...
18/08/2025

ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में कुछ इस तरह के रोचक नज़ारे देखने को भी मिलते हैं..
फरियादी और मीडिया कर्मियों की अलग-अलग स्टाइल..



मदरसे और मस्जिदों पर भी शान से फहराया गया राष्ट्रीय ध्वज..आपको यह जानकर खुशी होगी कि मदरसा दारुल कुरआन ए.जी. ऑफिस, ग्वाल...
18/08/2025

मदरसे और मस्जिदों पर भी शान से फहराया गया राष्ट्रीय ध्वज..

आपको यह जानकर खुशी होगी कि मदरसा दारुल कुरआन ए.जी. ऑफिस, ग्वालियर में हर साल की तरह इस साल भी 15 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस (यौमे आज़ादी) मनाया गया है।
जिसमें हमारे असलाफ और अकाबिर की कुर्बानीयों और उनकी तारीख को याद किया गया ।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मस्जिद और मदरसे में राष्ट्रीय ध्वज पूरे सम्मान के साथ फहराया गया, इस मौके पर मदरसे के बच्चों के अलावा आसपास के लोग और खासतौर पर
मुफ्ती मोहम्मद इसहाक कासमी मदरसा दारुल कुरआन, ग्वालियर मौजूद थे..

17/08/2025
17/08/2025
17/08/2025

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