05/07/2025
⚠️ कायर जनता को नहीं मिलते अधिकार!
अब समय आ गया है कि भारत सरकार हाजीपुर की उस जनता से उसका हर अधिकार छीन ले जो खुद अपने हक़ के लिए खड़ा नहीं हो सकता। जो लोग कमज़ोर, लापरवाह और कायर बने बैठे हैं, उन्हें सब कुछ बैठे-बैठे चाहिए — न मांगने की ताकत, न लड़ने की हिम्मत।
हाजीपुर के लोगों में एक घमंड भी है — कि हमें किसी नेता की ज़रूरत नहीं, हमें नेता से कोई काम नहीं है। लेकिन सच्चाई ये है — गाड़ी है पर सड़क खराब, AC है पर बिजली नहीं, घर में लाइटें हैं पर बाहर अंधेरा है। ये किसकी जिम्मेदारी है? क्या सिर्फ भगवान की?
2025 में भी सड़क, बिजली और पानी के लिए तरसना पड़ रहा है — वजह साफ है: कमज़ोर और निष्क्रिय जनता। अगर नेता पसंद नहीं है तो ‘NOTA’ दबाने का अधिकार है, लेकिन क्या जनता को भी रिजेक्ट करने का हक नेताओं को नहीं मिलना चाहिए?
हाजीपुर की जनता झूठा आरोप लगाती है कि नेता उनकी खबर नहीं रखता। लेकिन सच्चाई यह है — मैं 2000% दावे से कहता हूँ कि हाजीपुर की जनता को अपने स्थानीय नेता का नाम तक नहीं पता होता। क्यूंकि 'बड़े लोग' लाइन में नहीं लगते, वोट देने नहीं जाते। उनको लगता है, "किसी और के लिए क्यों खड़े हों?" — यही अहंकार हाजीपुर को अंधेरे में धकेल रहा है।
रात भर बिजली नहीं रहती — और मैं अकेला घूमकर तारों की मरम्मत करता हूँ। लेकिन हाजीपुर की जनता कभी एकजुट नहीं होती।
इसलिए 2025 के चुनाव में जब तक बिजली की स्थायी व्यवस्था नहीं होती, मैं और मेरी पूरी टीम — पवन सर के नेतृत्व में — केवल बिजली की समस्या और जन-जागरूकता की लड़ाई लड़ेंगे।
बिजली विभाग कहता है — उनके पास न उपकरण हैं, न मैनपावर। हाजीपुर के उद्योगपतियों से सख़्त अपील है — चंदा करें और बिजली विभाग को नए ट्रांसफॉर्मर मुहैया कराएं।
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🗳️ 2025: जागरूक बनो या अंधेरे में रहो!
💡 जब तक बिजली नहीं, तब तक संघर्ष जारी!
⚠️ कायर जनता को नहीं मिलते अधिकार!
🚫 बैठे-बैठे हक नहीं मिलते — उठो, बोलो, बदलो!
🔌 हाजीपुर की नींद अब तोड़नी होगी!
Chirag Paswan TeamPawan Kumar Singh Top Fans TOP Comments