14/10/2025
यह 16 औषधियों का अद्भुत संयोजन शरीर, मन और आत्मा को सशक्त ऊर्जा प्रदान करता है। इनमें सम्मिलित जड़ी-बूटियाँ बल, बुद्धि, रोग प्रतिरोधक क्षमता तथा स्मरणशक्ति को बढ़ाने में सहायक मानी गई हैं।
16 औषधियाँ और उनके लाभ
| औषधि | प्रमुख गुण और लाभ
| अश्वगंधा | बलवर्धक, तनाव निवारक |
| शतावरी | स्त्री-पुरुष दोनों के लिए श्रेष्ठ |
| सफेद मुसली | वाजीकरण, ताकत बढ़ाने वाली |
| आंवला | अमृतफल, त्वचा और रक्त शुद्धिकारक |
| गिलोय | रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली |
| पिप्पली | पाचन सुधारक, अग्नि दीपक |
| हरड़ | दोष शमन, शरीर शुद्धि |
| बहेड़ा | श्वसन तंत्र और नेत्रों के लिए लाभकारी |
| दालचीनी | रक्त संचार सुधारक, हृदय हितकारी |
| इलायची | पाचन सुधारक, मन को प्रसन्न करने वाली |
| विदारीकंद | बलवर्धक, शीतल गुणयुक्त |
| गोखरू | मूत्र संबंधी विकार नाशक |
| मुलेठी | गले और फेफड़ों के लिए उत्तम |
| चिरायता | रक्त शुद्धिकारक, ज्वर नाशक |
| नीम पत्ता | रोगाणु नाशक (अल्प मात्रा में) |
| तुलसी | प्रतिकार शक्ति बढ़ाने वाली, श्वसन स्वास्थ्य की रक्षक |
सेवन विधि (सुझाव मात्र)
- प्रतिदिन सुबह और शाम 3 से 5 ग्राम चूर्ण को दूध या शहद के साथ लेना लाभकारी होता है।
लाभ (सामान्य जानकारी)
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
- पाचन शक्ति और स्मरणशक्ति का सुधार
- शरीर को पोषण और ऊर्जा प्रदान करना
सावधानियाँ
- यह सामान्य जानकारी है, किसी गंभीर रोग या समस्या के लिए चिकित्सक से परामर्श आवश्यक है।
- दवा या मात्रा स्वयं निर्धारित न करें।
- एलर्जी या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की स्थिति में सेवन से पूर्व सलाह लें।
- किसी को बिना विशेषज्ञ सलाह के सीधे उपचार संबंधी निर्देश न दें।
आचार्य चरक का रसयान योग (सामान्य जानकारी)
- आंवला: दीर्घायु और तेज प्रदान करता है।
- हरितकी: दोष शमन एवं शरीर शुद्धि।
- पिप्पली: पाचन सुधारक और आयुवर्धक।
- शिलाजीत: बल, ओज और वीर्य वर्धक।
बल्य एवं वाजीकरण रसयान योग
- अश्वगंधा, सफेद मुसली, शतावरी, विदारीकंद, कापीकच्छु, गोक्षुर — ये औषधियाँ ताकत, ऊर्जा और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हैं।
यह जानकारी केवल सामान्य आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुझाव के लिए है और किसी भी चिकित्सा उपचार के लिए व्यक्तिगत सलाह नहीं है।