21/07/2025
सुक्खू सरकार त्रासदी में सराज के जख्मों को न कुरेदे, मंडी में एक हज़ार करोड़ का नुकसान, अकेले पीडब्ल्यूडी विभाग को हुआ 500 करोड़ का नुकसान, सुक्खू सरकार ने दिए सिर्फ एक करोड़, छलका विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर का दर्द,
केन्द्र और सहायता करने वाले लोगों का जताया आभार।
शिमला
हिमाचल में आई आपदा से सबसे ज्यादा मंडी जिला प्रभावित हुआ है। मंडी का सराज क्षेत्र तो पूरी तरह तबाह हो गया है जिसको पैरों पर खड़ा होने में सालों लग जाएंगे। लेकिन सुक्खू सरकार को जो मदद करनी चाहिए नहीं हो रही है। राजस्व मंत्री के बयान पर जय विपक्ष के नेता जय ठाकुर का दर्द आज शिमला में छलका।
राजस्व मंत्री ने तंज कसते हुए कहा था कि जब जय राम ठाकुर के पैर में कील लगी तो उन्हें दर्द का अहसास हुआ। जय राम ठाकुर ने कहा कि मेरा पूरा प्रदेश है लेकिन सराज में जहां उन्होंने अपनी जिंदगी लगा दी वहां एक रात में 42 लोगो की मौत हो गई उसकी पीढ़ा उनको है। राजस्व मंत्री को ऐसे बयानों से क्या आनंद की अनुभूति हो रही है। राजस्व मंत्री अभी तक एक बार भी मंडी के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने नहीं गए।
जय राम ठाकुर ने बताया कि मंडी जिला को 30 जून की रात को आई त्रासदी में ही एक हज़ार करोड़ का नुकसान हो गया। अकेले 500 करोड़ का नुकसान तो पीडब्ल्यूडी विभाग को हुआ है। बदले में मुख्यमंत्री ने मंडी जाकर मात्र एक करोड़ ही दिए। सराज में 500 परिवार बेघर है जो अस्थाई शिविरों में रह रहें हैं। सबसे बड़ी चिंता उनके पुनर्वास की है, क्योंकि दो माह बाद सर्दी आ जाएगी, ऐसे में उन लोगों के रहने के लिए सरकार कम्युनिटी सेल्टर बनाए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि दूसरी चिंता सेब की फसल की है कि क्षेत्र में सड़कों की दुर्दशा के चलते सेब मंडियों तक कैसे पहुंचाया जाएगा। पानी कि योजनाएं बह चुकी है उनको रिस्टोर करने में वक्त लगेगा। पानी का संकट खड़ा हो जायेगा सरकार इसको लेकर भी जल्द कुछ करे। NGO संस्थाओं और अन्य लोग मंडी में मदद कर रहे हैं। उनके कहने पर दो दर्जन जेसीबी ठेकेदारों ने सड़क खोलने के लिए लगाई है। जय राम बोले में 20 दिन सराज में लगाकर आया हूं वहां सब कुछ तबाह हो चुका है, जीवन को पटरी पर लाने में वक्त लगेगा। इसलिए जो लोग सहायता कर सकते हैं वह आगे आएं।
आपदा में सरकार उनके जख्मों को न कुरेदे बल्कि जल्द कैबिनेट की बैठक बुलाकर विशेष राहत पैकेज की घोषणा करें। वह दिल्ली जाकर केंद्र सरकार से मदद की मांग करेंगे। सरकार को इस तरह की आपदा की स्टडी करवाकर कारणों की जांच करनी चाहिए