
23/08/2025
हिसार,फतेहाबाद,आदमपुर,बरवाला आदि जाट बाहुल्य (आदि जाट+आर्य समाजी जाट+विश्नोई जाट) क्षेत्र है।
जाट बाहुल्य क्षेत्र की डेमोग्राफी बदलने के लिए सरकारें एक से बढ़कर एक योजना लागू कर रही है,नीतियां बना रही है।
दिल्ली-एनसीआर की डेमोग्राफी बदली जा चुकी है।अब निशाने पर पूरा हरियाणा है।किसी कौम की राजनैतिक सत्ता मारनी हो तो उस इलाके की डेमोग्राफी बदल दो।
जब राजनैतिक सत्ता खत्म हो जाती है तो सरकारी सिस्टम में प्रतिनिधित्व मात्र दिखावे भर का रह जाता है।बिना राजनैतिक सत्ता के सरंक्षण के आप व्यापार-धंधा भी नहीं कर सकते।व्यापार के लिए सरकारी सरंक्षण जरूरी होता है।
अब आदमपुर में कैलाश विश्नोई का पड़ोसी होगा गजोधर झा तो बरवाला के रमेश चौधरी का पड़ोसी होगा छेदीलाल पासवान।मंजीत आर्य का पड़ोसी विलियम होल्स या सुराख अली होगा।
आगे चुनाव में कांग्रेस से कैलाश विश्नोई,,इनेलो से रमेश चौधरी,हरियाणा जनहित कांग्रेस से मंजीत आर्य लड़ेंगे और बीजेपी से गजोधर भैया अपने पूर्वांचली छेदीलाल के समर्थन से आराम से जीत जाएगा।यह दिल्ली-एनसीआर के जाट-गुर्जर-यादवों के साथ हो रहा है।
जितनी भी नई सिटी,नई कॉलोनियां बनाने की योजनाएं बनाई जाती है वो बाहरी लोगों को बसाकर डेमोग्राफी बदलने की कवायदें है।
हिसार,आदमपुर,बरवाला आदि क्षेत्र के लोगों के पास रहने को पर्याप्त घर बने हुए है।कोई झुग्गी-झौंपडी में नहीं रह रहा है।कोई सड़क किनारे नहीं सो रहा है।सोचिए फिर यहाँ इतनी बड़ी जमीन पर कब्जा करके किसको मकान दिए जाएंगे?
प्रेमसिंह सियाग