15/11/2024
श्री राम की कथा सुनने से मनुष्य के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है : अविचल महाराज
लास्ट पेज न्यूज
हरदोई।(ब्यूरो)श्री राम जानकी मंदिर में चल रही श्री राम कथा के पंचम दिवस पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रीधाम वृंदावन से पधारे प्रख्यात कथा व्यास अविचल जी महाराज द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की अलौकिक व अद्भुत कथा प्रसंग को श्रवण कराया जा रहा है। इस पवित्र अवसर पर भक्तगणों ने भगवान श्री राम के जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों को बड़े ही भक्ति भाव से सुना और आनंदित हुए।
पंचम दिवस की कथा में श्री राम कथा व्यास अविचल जी महाराज ने प्रभु का मिथिला प्रवेश से लेकर राघव के विवाह उत्सव तक की पावन कथा श्रवण कर कर भक्तों को परमानंद प्राप्ति का एहसास करा दिया ,ऋषि विश्वामित्र की यज्ञ रक्षा की कथा, धनुष यज्ञ और भगवान श्री राम के विवाह उत्सव का जीवंत वर्णन किया । कथा व्यास ने अपनी ओजस्वी वाणी से इन प्रसंगों को इतनी जीवंतता से प्रस्तुत किया कि उपस्थित श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।
कथा में बताया गया कि कैसे ऋषि विश्वामित्र ने राजा दशरथ से भगवान श्री राम और लक्ष्मण को यज्ञ की रक्षा के लिए अपने साथ ले जाने का आग्रह किया। भगवान श्री राम ने अपने अनुज लक्ष्मण के साथ ऋषि के साथ जाकर राक्षसों के उपद्रव से यज्ञ की रक्षा की और अपनी वीरता का परिचय दिया।
इसके पश्चात कथा व्यास ने धनुष यज्ञ का प्रसंग सुनाया, जिसमें उन्होंने भगवान श्री राम की शक्ति और साहस का वर्णन किया। जनकपुर में आयोजित इस यज्ञ में विश्व के अनेकों राजा आए थे, किंतु भगवान श्री राम ने शिव के विशाल धनुष को तोड़कर सीता माता का वरण किया। यह प्रसंग सुनकर श्रद्धालु जयकारों से गूंज उठे।
श्री महाराज जी ने बताया कि भगवान श्री राम का विवाह न केवल एक उत्सव था, बल्कि यह धर्म और मर्यादा की प्रतीक भी था। राम और सीता के विवाह का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि यह विवाह संसार को यह संदेश देता है कि प्रेम, समर्पण और धर्म की राह पर चलने से ही जीवन सफल होता है। कथा के दौरान मंदिर परिसर भक्ति गीतों से गूंजता रहा और श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर भक्ति में लीन हो गए।
कथा में क्षेत्रीय और दूर-दराज़ से आए श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या देखी गई। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए थे, जिसमें जलपान की व्यवस्था, बैठने की उचित व्यवस्था और सुरक्षा के कड़े प्रबंध शामिल थे।
कथा व्यास अविचल जी महाराज ने श्रद्धालुओं को बताया कि भगवान और भक्ति भाव से उसका जीवन संवरता है। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया। कथा व्यास व राघव सरकार व सीता माता प्रथम मिलन को अद्भुत भाव से प्रस्तुत करते हुए संयोग श्रृंगार रस में भक्तों को आनंद प्रदान कराया।
आज मा0 मंत्री श्रीमती रजनी तिवारी जी ने कथा में पहुंच कर कथा रस पान किया और कथा व्यास द्वारा आशीर्वाद स्वरूप पटका पहना कर सम्मान दिया गया l
पंचम दिवस की कथा के समापन पर आरती और प्रसाद वितरण हुआ, जिससे श्रद्धालुओं ने भक्ति का पूर्ण आनंद लिया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से यजमान समिति से कीर्ति दुर्गेश मिश्रा, स्वाति गौरव मिश्रा, नीलम सुनील पाठक, श्वेता अमिताभ शुक्ला, प्रतिभा सचिन मिश्रा, शिखा दीपक शुक्ला, सीमा प्रदीप त्रिवेदी, विनीता विनोद गुप्ता, विनीता शशि कुमार सिंह, चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, अखिलेश सिंह, शिव प्रकाश त्रिवेदी, सत्येंद्र गुप्ता, राम किंकर बाजपेयी, अविनाश गुप्ता, मानवेंद्र मिश्रा, जितेंद्र सिंह, पवन दीक्षित ,परीक्षित मिश्रा आदि साथी उपस्थित रहे l