Ror Ki Chaupal - रोड़ों की चौपाल

Ror Ki Chaupal - रोड़ों की चौपाल KuruVansh Ror Raja - कुरू वंश रोड़ राजा
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जय रोड़ राजा

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🌟 रोड़ समाज के गौरव आदरणीय श्री राजेंद्र सिंह रोड़ जी आज हम बात कर रहे हैं उस व्यक्तित्व की, जो न सिर्फ हमारे रोड़ समाज ...
01/07/2025

🌟 रोड़ समाज के गौरव आदरणीय श्री राजेंद्र सिंह रोड़ जी

आज हम बात कर रहे हैं उस व्यक्तित्व की, जो न सिर्फ हमारे रोड़ समाज की शान हैं, बल्कि उन्होंने राजनीति में भी अपनी मजबूत पहचान बनाई है — श्री राजेंद्र सिंह रोड जी, निवासी गाँव गोसगढ़, थाना भवन, शामली उत्तर प्रदेश ।

➡️ वर्ष 2005 से भारतीय जनता पार्टी से जिला पंचायत सदस्य रह चुके आदरणीय श्री राजेंद्र सिंह रोड़ जी का यह योगदान कोई छोटी बात नहीं है।
➡️ ये किसान परिवार से आते हैं, और आज भी अपनी सादगी, ईमानदारी और सज्जनता के लिए समाज में एक मिसाल बने हुए हैं।
➡️ इनके कार्यकाल में क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास कार्य हुए, सड़कें बनीं, बिजली-पानी की सुविधाएं बेहतर हुईं।

📌 इनका पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री सुरेश राणा जी से पारिवारिक संबंध भी रहा है, और जब सुरेश राणा जी मंत्री थे, तब भी इन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कई कार्य कराए।

अब समय है कि हम समाज को जागरूक करें —
अगर हम चाहते हैं कि हमें गंगोह विधानसभा या थानाभवन विधानसभा से विधायक का टिकट मिले, तो हमें एकजुट होकर प्रयास करने होंगे। कोई भी टिकट लेकर घर पर देने नहीं आएगा — हमें अपने हक के लिए संगठित प्रयास करने होंगे।

🙏 आइए, हम सब मिलकर आदरणीय श्री राजेंद्र सिंह रोड जी जैसे योग्य और कर्मठ व्यक्ति का साथ दें और रोड़ समाज को आगे बढ़ाएं।

जय रोड़ समाज, जय भारत!

Ror Ki Chaupal - रोड़ों की चौपाल Satpal Jamba चौधरी अंचल सिंह

01/07/2025

रोड बिरादरी के कौन से गांव से सबसे ज्यादा बच्चे विदेश में है

माता शाकुंभरी देवी के मंदिर सहारनपुर में एक रोड़ समाज की धर्मशाला बनवाने का संकल्प न केवल सामाजिक एकता का प्रतीक होगा, ब...
01/07/2025

माता शाकुंभरी देवी के मंदिर सहारनपुर में एक रोड़ समाज की धर्मशाला बनवाने का संकल्प न केवल सामाजिक एकता का प्रतीक होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा।

🌺 रोड़ समाज की धर्मशाला – एक जरूरी पहल माता शाकुंभरी धाम, सहारनपुर में 🌺

सभी रोड़ समाज के भाइयों, बहनों और बुजुर्गों से एक विनम्र निवेदन है कि अब समय आ गया है कि हम अपने समाज की एकता और पहचान को और मजबूती दें।

जैसे हरिद्वार, अयोध्या, और अन्य धार्मिक स्थलों पर भीड़ और समाज की उपस्थिति बढ़ती जा रही है, वैसे ही माता शाकुंभरी देवी के पावन धाम, सहारनपुर में भी श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में हमारे रोड़ समाज की अपनी धर्मशाला का होना अत्यंत आवश्यक हो गया है।

🙏 क्यों जरूरी है धर्मशाला?

आने वाले समय में श्रद्धालुओं की भीड़ में ठहरने की सुविधा होनी चाहिए।

समाज के एकजुट होने का प्रतीक।

समाज की पहचान और सम्मान बढ़ेगा।

हर धार्मिक अवसर पर हमें अपनी जगह उपलब्ध होगी।

🌟 आइए, हम सभी मिलकर इस पुण्य कार्य की शुरुआत करें। यदि आप इस सोच से सहमत हैं, तो कृपया इस पोस्ट पर अपनी सक्रिय प्रतिक्रिया (Like/Comment/Share) दें।
आपका समर्थन हमें आगे की योजना बनाने में प्रेरणा देगा।

यदि प्रतिक्रिया उत्साहजनक रही, तो हम जल्द ही एक कमेटी गठित करेंगे और जमीन तलाशने व खरीदने की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे।

✊ आइए, रोड समाज को एक नई दिशा दें –
"रोड भी कोई बिरादरी है!" यह बात हर किसी को दिखा दें।

आपका सहयोग ही हमारी ताकत है।
🚩 जय माता शाकुंभरी! 🚩
🚩 जय रोड समाज! 🚩

Ror Ki Chaupal - रोड़ों की चौपाल Satpal Jamba

01/07/2025

यूपी में रोड समाज से कोई जिला पंचायत सदस्य रहा है क्या

01/07/2025

अहर से सबसे जादा बच्चे अमेरिका मे है...

2 अगस्त 1208 को बादली बलिदान दिवस पर देश धर्म पर बलिदान होने वाले रोड़वंशी वीरो को शत शत नमन 🙏खून से सना रक्षाबंधन पर्व क...
01/07/2025

2 अगस्त 1208 को
बादली बलिदान दिवस पर देश धर्म पर बलिदान होने वाले रोड़वंशी वीरो को शत शत नमन 🙏

खून से सना रक्षाबंधन पर्व का अतीत हर साल हमें अपने पूर्वजों की शाहादत याद दिला देता है। पुरोहित ने भरोसे का कत्ल किया और दुश्मन के साथ मिल गया। दुश्मन कुतुबुदि्दन ऐबक को भी पता था कि बादली रियासत ( पूर्व रोहतक जिला और अब झज्जर जिला में पड़ती है बादली) रोड़वंशी आर्य खून की नदियां बहने में कोई कसर नहीं छोड़ते। इधर-उधर से जानकारी जुटाई तो सबने उनको बताया कि सीधे मत टकराना। बादली के हमारे पुरोहित को बहला लिया और हीरे-मोती के मोह में फंसा लिया। पुरोहित ने कुतुबुदि्धन ऐबक को बताया कि रोड़ वंश शासक महिल बाघ मैहला असल में भी बाघ है। उनकी तलवार खून से सनी रहती है। कभी सूखती नहीं। रोड़ सेना मैदान छोड़कर कभी नहीं भागती। खून का कतरा-कतरा दुश्मन को हराने में बह देते हैं। इससे कुतुबुदि्दन ऐबक भी सकते में पड़ गया, लेकिन पुरोहित रियासत की हर चीज से वाकिफ था। उन्होंने कुतुबुदि्दन ऐबक को बताया कि रोड़ वंशियों की एक परंपरा है। रक्षा बंधन और गोवर्धन के दिन हथियार नहीं उठाते। उस दिन अस्त्रों की पूजा करते हैं, अस्त्र गृह में रख देते हैं। रोड़वंश अपने धर्म को निभाने में पीछे नहीं हटते। ऐसे में यदि बादली रियासत जीतनी है तो रक्षा बंधन के दिन ही उन पर हमला बेहतर है। बस फिर क्या था कुतुबुदि्धन ऐबक ने इस दिन के इंतजार में था। बात दो अगस्त 1208 की थी। इस दिन रक्षा बंधन का पर्व था। पूर्व इस दिन परंपरा के अनुसार हथियारों की पूजा करके अस्त्रगृह में रख दिए। पुरोहित के कहने के अनुसार कुतुबुदि्धन ऐबक ने हजारों सैनिकों के साथ हमला कर दिया। राजा महिल बाघ मैहला और उनकी सेना रात को आराम कर रही थी। अचानक हुए हमले में वे समझ नहीं पाए कि यह क्या हो गया? लेकिन हमारे पूर्वजों ने हार नहीं मानी। कुतुबुदि्धन ऐबक की सेना के साथ डटकर मुकाबला किया। रोड़ सेना के हाथ में हथियार नहीं थे या ना के बराबर थे। दोनों सेना का खून खूब बहाया। रोड़वंश की सेना हथियारों के बगैर यह लड़ाई हार गई। रोड़ सेना ने अपनी आन बान नहीं छोड़ी। हथियारों को नहीं उठाया। लेकिन पीठ नहीं दिखाई। इतिहास बताता है कि इस युद्ध में रोड़वंश का एक भी सैनिक व अन्य आदमी नहीं बच पाया। कोई पीछे नहीं हटा और अपनी जान देते रहे। लड़ाई के बाद जो बचा सिर्फ महिलाएं, थोड़े बहुत बुजुर्ग। इस लड़ाई के बाद कुछ नहीं बचा। बरस 811 में स्थापित 511 गांव की यह रियासत एक इतिहास बन गया। आज यह यह रोड़वंश हैं। यह आबाद केवल उन महिलाओं से आबाद हुआ है, उस समय जो गर्भवती थी। यही कारण है कि हमारी संख्या बल बहुत कम है। रक्षा बंधन के दिन करीब 811 साल पहले रक्षाबंधन के दिन यह घटनाघटी थी। ऐसे में तभी से पीढ़ी दर पीढ़ी इस रक्षाबंधन पर्व को रोड़ वंश के लोग मनाते नहीं हैं। पीढ़ी दर पीढ़ी कलाइयां राखी के बगैर रहती हैं। हालांकि कुछ परिवार अब कुछ सालों से यह पर्व मनाने भी लगे हैं। बच्चे जरूर मना लेते हैं, जैसे ही वे होश संभालते हैं, तो वे भी यह राखी बंधवाना छोड़ देते हैं। हम अपने वीर पूर्वजो के बलिदान को शौर्य दिवस के तौर पर मनाते हैं। आइए आने वाली 2 अगस्त 2025 को बादली बलिदान दिवस समारोह गाव कौल, कैथल (हरियाणा) में पहुंचकर अपने महान योद्धाओं को श्रद्धांजलि दें 🙏

समाजसेवी और शिक्षाविद् श्री सोनी रोड जी को सलामशिक्षा के क्षेत्र में श्री रोड जी का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने रुड़क...
01/07/2025

समाजसेवी और शिक्षाविद् श्री सोनी रोड जी को सलाम

शिक्षा के क्षेत्र में श्री रोड जी का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने रुड़की शहर जिला हरिद्वार उत्तराखंड में आकर गॉडविन इंग्लिश कोचिंग सेंटर की स्थापना की, जिससे अनगिनत छात्रों को बेहतर भविष्य की दिशा मिली। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें शहर में एक सम्मानित पहचान दिलाई है।

इतना ही नहीं, उन्होंने सोनी रोड लाइव न्यूज़ चैनल की शुरुआत कर समाज की सच्ची और सकारात्मक खबरों को लोगों तक पहुँचाने का कार्य भी किया है। वे न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि मीडिया के माध्यम से भी समाज के उत्थान में लगे हुए हैं।

ऐसे व्यक्तित्व पर हमें गर्व है। समाज को ऐसे ही समर्पित और प्रेरणादायक व्यक्तियों की आवश्यकता है, जो निस्वार्थ भाव से सेवा करते रहें और दूसरों को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।

श्री सोनी रोड जी को हार्दिक शुभकामनाएं और सादर नमन।

Soni Ror Godwin Live Ror Ki Chaupal - रोड़ों की चौपाल

सार्वजनिक अपील: रोड़ धर्मशाला हरिद्वार की गरिमा बनाए रखेंहर वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान यह देखने में आता है कि कुछ लोग य...
01/07/2025

सार्वजनिक अपील: रोड़ धर्मशाला हरिद्वार की गरिमा बनाए रखें

हर वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान यह देखने में आता है कि कुछ लोग यह शिकायत करते हैं कि उन्हें रोड़ धर्मशाला हरिद्वार में कमरे नहीं मिले। लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि जब किसी धर्मशाला में 60 कमरे एक बड़ा हॉल ही उपलब्ध हैं और श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुँच जाती है, तो यह संभव नहीं है कि सभी को कमरा मिल सके।

रोड धर्मशाला हरिद्वार हमारे पूर्वजों की मेहनत और दूरदर्शिता का परिणाम है। यह एक पवित्र स्थल है, जिसे बदनाम करना न केवल अनुचित है, बल्कि हमारे पूर्वजों का अपमान भी है। एक जिम्मेदार रोड़ समाज के सदस्य होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी रोड़ धर्मशाला हरिद्वार की मर्यादा बनाए रखें और उसकी सेवा करें।

कुछ लोग कांवड़ यात्रा के नाम पर रोड़ धर्मशाला हरिद्वार में आकर नशा करते हैं, गंदगी फैलाते हैं, और अनुशासनहीनता दिखाते हैं — यह बिल्कुल गलत है। ऐसे लोगों को रोड़ धर्मशाला हरिद्वार में आने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। उनका व्यवहार पूरे समाज को बदनाम करता है।

हम सबका कर्तव्य है कि:
रोड़ धर्मशाला हरिद्वार को स्वच्छ और सुरक्षित रखें।

संयमित और मर्यादित आचरण करें।

जरूरतमंदों की सहायता करें, लेकिन अनुशासन बनाए रखें।

पूर्वजों की धरोहर का सम्मान करें।

यह मेरी व्यक्तिगत राय है, लेकिन मेरा विश्वास है कि हर जिम्मेदार व्यक्ति इसे समझेगा और अपने आचरण से समाज को गौरव दिलाएगा।

जय शिव शंकर। हर हर महादेव।

Ror Ki Chaupal - रोड़ों की चौपाल Ror - King the Mahakshatrapa चौधरी अंचल सिंह राजा रोड़ सेना

01/07/2025

अगर बारिश ज्यादा हो तो
अपने बच्चे स्कूल न भेजे
सरकार की नोटिफिकेशन का वेट न करे क्युँकि बच्चे आपके है
सरकार के नहीं

01/07/2025

रोड़ समाज से आने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड उत्तर प्रदेश से विधायक का चुनाव कौन लड़ेगा ?

30/06/2025

ओउम् तत्सत 🙏👑❤️

नीरज चोपड़ा रोड़ का सपना था के वो अपने माँ- बाबू नै जहाज में हवाई सफर करवावे   । धरती से उठया होया खिलाडी है आधा किला जमी...
30/06/2025

नीरज चोपड़ा रोड़ का सपना था के वो अपने माँ- बाबू नै जहाज में हवाई सफर करवावे । धरती से उठया होया खिलाडी है
आधा किला जमीन थी गरीबी मे संघर्ष किया और आज उस परमात्मा की दया से 500 करोड का मालिक बन चुका है ।
इसलिए अपने बच्चो को खेलो मे जरूर डालो ! क्या पता कब किस्मत का सितारा चमक जाये !! Neeraj Chopra Boxer Manoj Kumar Champion Suraj Ror

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132, Haridwar Main Road, Rishikul, Devpura
Haridwar
249401

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