
06/08/2025
मासूम शर्मा की हरियाणा सरकार को खुली चुनौती
बैन गाने पब्लिक डिमांड पर गाऊंगा, कानूनन कोई रोक नहीं
चंडीगढ़ : हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा ने हरियाणा सरकार के गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों पर बैन के खिलाफ खुली चुनौती दी है। दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मासूम ने कहा कि वह अपने बैन हुए गाने लाइव शो में गाएंगे, क्योंकि कानूनन इन पर कोई रोक नहीं है। उन्होंने कहा मेरे गाने केवल यूट्यूब पर बैन हैं। अगर पब्लिक डिमांड करेगी तो मैं ‘खटोला-2’, ‘चंबल के डाकू’ जैसे गाने परफॉर्म करूंगा। मासूम ने ‘बैन काफिला’ वर्ल्ड टूर की घोषणा की, जिसकी शुरुआत 16 अगस्त को दुबई से होगी, इसके बाद ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इंग्लैंड, यूएसए और भारत में मेरठ, पटना, जयपुर, चंडीगढ़, नोएडा, अहमदाबाद, लखनऊ व पुणे में शो होंगे।
मासूम ने तर्क दिया कि अगर उनके गन कल्चर वाले गाने बैन हैं, तो क्राइम भी रुकना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। उन्होंने कहा मेरे गाने यूपी, एमपी में सुने जाते हैं, वहां क्राइम रेट कम नहीं है। सरकार की मंशा ठीक हो सकती है, लेकिन कुछ लोग गलत सलाह देकर हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके शिव तांडव जैसे गाने को 2 साल में 5 लाख व्यूज मिले, जबकि ‘चंबल के डाकू’ जैसे गाने एक दिन में 10 लाख व्यूज पार करते हैं, जो पब्लिक की पसंद को दर्शाता है।
हरियाणा सरकार ने अब तक 30 गाने बैन किए हैं, जिनमें 14 मासूम शर्मा के हैं। हाल ही में चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में ‘चंबल के डाकू’ गाने पर उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। मासूम ने सफाई दी कि उन्होंने प्रशासन के कहने पर बैन गाने नहीं गाए, लेकिन ‘चंबल के डाकू’ बाद में बैन हुआ। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर गन कल्चर रोकना है, तो बॉलीवुड फिल्मों और अन्य राज्यों के गानों पर भी कार्रवाई क्यों नहीं होती।
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने कहा कि बैन गाने गाने पर कोई स्पष्ट कानून नहीं है, जिसका मासूम को फायदा मिल सकता है। मासूम ने कहा कि वह सरकार को दोषी नहीं ठहरा रहे, लेकिन गलत सलाह देने वाले कुछ लोग हरियाणवी कलाकारों को निशाना बना रहे हैं।
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