PMFO News

PMFO News दिखाए आपको खबर से पहले की खबर
(3)

22/07/2025

किसान का हक, कॉलोनाइजरों का कब्जा: रोहतास गोदारा की न्याय की लड़ाई

21/07/2025

कावड़ के साथ-साथ भोले को ही उठा लाते हैं भोले के भक्त

20/07/2025

तीज महोत्सव 2025, जाट धर्मशाला, हिसार
हिसार, 20 जुलाई 2025: फिरोजा-ए-शहर क्लब, हिसार द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जाट धर्मशाला में तीज महोत्सव 2025 का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक और पारंपरिक विरासत को उत्साहपूर्वक प्रदर्शित किया गया। क्लब की प्रधान डॉ. वेद कौर पूनिया ने बताया कि यह आयोजन हरियाणा के सावन मास के उत्सव का प्रतीक है, जिसमें महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सजकर, रंग-बिरंगे झूलों पर सावन के लोकगीत गाते हुए उत्सव मनाती हैं। इस वर्ष के आयोजन में महिलाओं ने हरियाणवी लोकनृत्य और गीतों के माध्यम से सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत किया, साथ ही गुलगुले, घेवर जैसे पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लिया। कोथली (सिंदारा) की परंपरा के तहत मायके से बेटियों और बहनों के ससुराल में श्रृंगार सामग्री, वस्त्र और मिठाइयां भेजी गईं, जो सौभाग्य और खुशहाली का प्रतीक है। डॉ. पूनिया ने कहा कि यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करता है, बल्कि महिलाओं को सामाजिक एकता और खुशियां साझा करने का मंच भी प्रदान करता है। हिसार और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में महिलाओं ने इस उत्सव में भाग लेकर इसे यादगार बनाया। क्लब ने सभी सहयोगियों और प्रायोजकों का आभार व्यक्त किया।

20/07/2025

तीज महोत्सव 2025, जाट धर्मशाला, हिसार

हिसार, 20 जुलाई 2025: फिरोजा-ए-शहर क्लब, हिसार द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 जुलाई 2025 को जाट धर्मशाला, हिसार में तीज महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन हरियाणा की सांस्कृतिक और पारंपरिक विरासत को संजोए रखने का एक अनुपम प्रयास है, जिसमें महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

क्लब की प्रधान, डॉ. वेद कौर पूनिया ने बताया कि तीज महोत्सव हरियाणा में सावन के महीने में विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर महिलाएं पूरे साल इस त्योहार का बेसब्री से इंतजार करती हैं और इसे सज-धजकर, हर्षोल्लास के साथ मनाती हैं। इस वर्ष के आयोजन में भी महिलाओं ने अपनी सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत करते हुए पारंपरिक परिधानों में सजकर कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

आयोजन की मुख्य विशेषताएं:
- पारंपरिक झूले: बड़े-बड़े पेड़ों पर रंग-बिरंगे झूलों की व्यवस्था की गई, जिन पर महिलाओं ने उत्साह के साथ झूला झूलकर सावन के गीत गाए।
- सांस्कृतिक प्रदर्शन: महिलाओं ने हरियाणवी लोकगीतों और नृत्यों के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया, जिसने आयोजन को और भी जीवंत बना दिया।
- पारंपरिक व्यंजन: इस अवसर पर गुलगुले, घेवर और अन्य पारंपरिक मिठाइयों का प्रसाद वितरित किया गया, जो हरियाणा की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं।
- कोथली का रिवाज: हरियाणा में तीज के अवसर पर प्रचलित कोथली (सिंदारा) की परंपरा का भी पालन किया गया। इस रिवाज के तहत मायके से बेटियों और बहनों के ससुराल में श्रृंगार सामग्री, वस्त्र और मिठाइयां भेजी जाती हैं, जो उनके सौभाग्य और खुशहाली की कामना का प्रतीक है।

डॉ. वेद कौर पूनिया ने बताया कि यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का माध्यम है, बल्कि यह महिलाओं को एक मंच प्रदान करता है जहां वे अपनी खुशियों को साझा करती हैं और सामाजिक एकता को मजबूत करती हैं। कार्यक्रम में हिसार और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और उत्सव का आनंद उठाया।

आयोजन का महत्व:
तीज महोत्सव हरियाणा की सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है और सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए व्रत रखती हैं। वहीं, अविवाहित कन्याएं अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए इस अवसर पर पूजा-अर्चना करती हैं।

फिरोजा-ए-शहर क्लब ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी सहयोगियों, प्रायोजकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। यह आयोजन हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को जीवंत रखने और अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का एक प्रयास है।

19/07/2025

माईयङ टोल पर 27 जुलाई को तीज उत्सव का भव्य आयोजन

माईयङ, 19 जुलाई 2025: किसान नेता दलजीत पंघाल ने आज एक प्रेस वार्ता में घोषणा की कि आगामी 27 जुलाई 2025 को माईयङ टोल पर सुबह 10:00 बजे तीज उत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस उत्सव में आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुष भाग लेंगे। यह आयोजन हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और सामुदायिक भाईचारे को मजबूत करने का एक अनूठा अवसर होगा।

दलजीत पंघाल ने बताया कि इस तीज उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पारंपरिक नाच-गाना और लोक कला का प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही, स्वादिष्ट व्यंजनों जैसे गुलगुले, सुहाली और घेवर का विशेष प्रबंध किया जाएगा। उत्सव को और आकर्षक बनाने के लिए बड़े-बड़े झूले भी लगाए जाएंगे, जो बच्चों और बड़ों, दोनों के लिए आनंद का केंद्र होंगे।

इस अवसर पर कांग्रेस नेता चौधरी वीरेंद्र सिंह भी उपस्थित रहेंगे और कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। दलजीत पंघाल, जो इस आयोजन के संयोजक हैं, ने बताया कि महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर उत्सव में शामिल होंगी और तीज के गीतों और नृत्यों के साथ उत्साहपूर्वक इस पर्व को मनाएंगी। उन्होंने कहा, "क्षेत्र में इस तरह के आयोजन न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखते हैं, बल्कि लोगों में आपसी भाईचारा और एकता को भी बढ़ावा देते हैं।"

आयोजकों ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है कि यह कार्यक्रम त्रुटिरहित और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो। सभी तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं, और स्थानीय लोगों में इस उत्सव को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।

खेल की दुनिया का सबसे सम्मानित "राजीव गाँधी खेल रत्न अवार्ड" लेते वक्त जब उसने यह कह दिया कि "यह अवार्ड शायद खेल की कड़वी...
17/07/2025

खेल की दुनिया का सबसे सम्मानित "राजीव गाँधी खेल रत्न अवार्ड" लेते वक्त जब उसने यह कह दिया कि "यह अवार्ड शायद खेल की कड़वी बातों को भुलाने के काम आ जाये" तो सुनने वाले अवाक रह गए।
एक बार धनराज पिल्लई के साथी रहे एक खिलाड़ी के साथ मिलना हुआ तो तो हमने उनसे एक स्वाभाविक सवाल किया कि धनराज क्यों खास थे?
उनका उत्तर और मेरा अनुमान एकदम मेल खा गया-"उनकी बेबाक़ी"।
फ़िल्म कबीर सिंह का सीन है जब अभिनेता अभिनेत्री के घर धकियाये जाने पर चीख कर कहता है "आई एम ए ब्लडी सर्जन"
वो यह कह इसलिए पाया क्योंकि वो सर्जन था। 2 लाख महीने के कमाता था और बेबाक होने की सारी शर्ते पुरी कर रहा रहा था।
वैसे ही बेबाक़ होने की सारी शर्ते धनराज पूरी करते थे।
मेजर ध्यानचंद के बाद जिस हॉकी खिलाड़ी को हमने किताबो में पढ़ा वो धनराज थे ।
लकड़ी के स्टिक से सफर शुरू कर वर्ल्ड इलेवन में जगह पाने वाला अकेला भारतीय, 4 वर्ल्ड कप, 4 ओलम्पिक, 4 एशियाई गेम्स, 4 चैंपियन ट्रॉफीज,15 साल, 170 गोल्स और 400 मैचेस खेलने वाला खिलाड़ी जब खेलो में मैनेजमेंट और सरकार की राजनीतिक हस्तक्षेप की बात करे तो सुना जाना और स्वीकार किया जाना दोनो वाज़िब है।
आज हॉकी के इस छोटे जादूगर का जन्मदिन है।
ट्रैक रिकॉर्ड इतना शानदार है अगर तंत्र के पिस्सू बनना स्वीकार कर लेते तो शायद उनका हॉकी ट्रेनिंग अकादमी खोलने का सपना अब तक पूरा हो चुका होता।
पर जिसने ओलिंपिक में गोल्ड लाये बिना शादी न करने की कसम अपनी माँ से खाई हो और उसकी माफ़ी अपनी आत्मकथा" फॉरगिव मी अम्मा" लिखकर मांगी हो, वो अपनी आवाज का सौदा कैसे करे।
जय हिंद! वंदे मातरम!!

16/07/2025

भारत की समृद्ध लोक संस्कृति और हुनरबाजों को बचाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। सड़क किनारे प्रदर्शन करने वाले बच्चे और पारंपरिक कलाकार, जैसे रस्सी पर नाचने वाले, कारीगर, और लोकगीत गायक, हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा हैं। ये न केवल हमारी पहचान को जीवंत रखते हैं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों से भी जूझ रहे हैं।

कैमरी और आर्य नगर गांवों को महाग्राम योजना में शामिल करने के संदर्भ में, प्रॉपर्टी रेट्स में वृद्धि और इससे जुड़े राजनीत...
16/07/2025

कैमरी और आर्य नगर गांवों को महाग्राम योजना में शामिल करने के संदर्भ में, प्रॉपर्टी रेट्स में वृद्धि और इससे जुड़े राजनीतिक लाभों का विश्लेषण निम्नलिखित है। यह जानकारी उपलब्ध वेब और सोशल मीडिया स्रोतों, विशेष रूप से हरियाणा सरकार की घोषणाओं और हिसार के स्थानीय संदर्भ पर आधारित है।

1. **महाग्राम योजना और प्रॉपर्टी रेट्स पर प्रभाव**
हरियाणा सरकार ने हिसार के नलवा हलके के दो गांवों, कैमरी और आर्य नगर, को महाग्राम योजना में शामिल करने की मंजूरी दी। इस योजना के तहत इन गांवों में शहरी सुविधाएं जैसे पब्लिक पार्क, स्ट्रीट लाइट, सिटी बस सेवा, पेयजल, सीवरेज कनेक्शन, ट्रीटमेंट प्लांट, सड़क, और ड्रेनेज सिस्टम विकसित किए जाएंगे।

- **प्रॉपर्टी रेट्स में वृद्धि**:
- **बुनियादी ढांचे का विकास**: सड़कों, सीवरेज, और पेयजल जैसी सुविधाओं के विकास से इन क्षेत्रों में रियल एस्टेट की मांग बढ़ेगी। हिसार में पहले से ही राष्ट्रीय राजमार्ग 9 और 52 के कारण कनेक्टिविटी अच्छी है, और महाग्राम योजना इसे और बढ़ाएगी, जिससे जमीन और संपत्ति की कीमतों में उछाल आएगा।
- **वाणिज्यिक और आवासीय मांग**: शहरी सुविधाओं के कारण डेवलपर्स और निवेशक इन गांवों में आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं में रुचि लेंगे। उदाहरण के लिए, हिसार में जिंदल उद्योग और राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट जैसे प्रोजेक्ट्स ने पहले भी प्रॉपर्टी रेट्स को बढ़ाया है।
- **निवेश**: रियल एस्टेट डेवलपर्स और निवेशक भविष्य के लाभ की उम्मीद में पहले से जमीन खरीद सकते हैं, जिससे कीमतें और तेजी से बढ़ेंगी। हिसार के विकास प्रारूप में पहले से ही नए रिहायशी और औद्योगिक सेक्टरों की योजना है, जो इस प्रक्रिया को और तेज करेगी।

# # # 2. **किन राजनेताओं को हो सकता है लाभ?**
महाग्राम योजना के तहत कैमरी और आर्य नगर के विकास से कुछ राजनेताओं और उनके सहयोगियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ हो सकता है। विशिष्ट नामों का उल्लेख बिना ठोस सबूतों के नहीं किया जा सकता।

- **स्थानीय और क्षेत्रीय नेता**:
- **श्रेय लिया है। उनकी राजनीतिक छवि को विकास के नाम पर मजबूती मिल सकती है, जिससे उनका स्थानीय वोट बैंक बढ़ेगा। इसके अलावा, यदि उनके करीबी सहयोगी या समर्थक इन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी में निवेश करते हैं, तो उन्हें आर्थिक लाभ भी हो सकता है।
- **पूर्व नेताओं का प्रभाव**: आर्य नगर का पुराना नाम कुरड़ी था, और इसे पूर्व राज्यसभा सांसद रामजीलाल और भजनलाल की सरकार के दौरान विकसित किया गया था। इस ऐतिहासिक संदर्भ से पता चलता है कि स्थानीय नेताओं ने पहले भी ऐसे अवसरों का लाभ उठाया है। वर्तमान में भी स्थानीय नेताओं के परिवार या सहयोगी प्रॉपर्टी निवेश में सक्रिय हो सकते हैं।
- **मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी**: योजना की घोषणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की थी, जिससे उनकी सरकार को विकासोन्मुखी छवि मिलेगी। यह उनकी राजनीतिक साख को मजबूत कर सकता है, खासकर हरियाणा में ग्रामीण विकास के मुद्दों पर।

- **प्रत्यक्ष लाभ**:
- **जमीनों में निवेश**: राजनेता या उनके करीबी (परिवार, रिश्तेदार, या बेनामी) पहले से ही कैमरी और आर्य नगर में जमीन खरीद सकते हैं। महाग्राम योजना के तहत कीमतें बढ़ने पर उनकी संपत्ति का मूल्य कई गुना हो सकता है।
- **रियल एस्टेट डेवलपर्स के साथ सांठगांठ**: डेवलपर्स को जमीन अधिग्रहण, मंजूरी, या बुनियादी ढांचे के ठेके दिलाने में राजनेताओं की भूमिका हो सकती है। बदले में, उन्हें कमीशन या हिस्सेदारी मिल सकती है। हिसार में पहले से ही जिंदल उद्योग और टेक्सटाइल मिल्स जैसे प्रोजेक्ट्स के साथ डेवलपर्स की सक्रियता देखी गई है।
- **अप्रत्यक्ष लाभ**:
- **चुनावी फंडिंग**: रियल एस्टेट डेवलपर्स और प्रॉपर्टी डीलर अक्सर राजनेताओं को चुनावी चंदा देते हैं। महाग्राम योजना के तहत परियोजनाओं की मंजूरी या ठेके देने में डेवलपर्स से वित्तीय समर्थन मिल सकता है।
- **वोट बैंक की राजनीति**: कैमरी और आर्य नगर में शहरी सुविधाएं लाने से स्थानीय लोगों का समर्थन बढ़ेगा। यह योजना ग्रामीण पलायन को रोकने के लिए शुरू की गई है, जिसे राजनेता अपनी उपलब्धि के रूप में पेश कर सकते हैं।
- **प्रभाव और सत्ता**: ठेकेदारों, स्थानीय प्रशासन, और डेवलपर्स पर प्रभाव बढ़ाने से राजनेताओं की सत्ता मजबूत होती है।

# # # 3. **सत्ता की आड़ में प्रॉपर्टी का धंधा**
हिसार में प्रॉपर्टी का धंधा सत्ता और भ्रष्टाचार के गठजोड़ से अक्सर प्रभावित होता है। कैमरी और आर्य नगर जैसे क्षेत्रों में यह निम्नलिखित तरीकों से हो सकता है:

- **भूमाफिया और राजनेताओं का गठजोड़**: हिसार जैसे औद्योगिक और कृषि-आधारित क्षेत्रों में भूमाफिया सक्रिय रहते हैं। महाग्राम योजना के तहत सरकारी जमीनों या सस्ती ग्रामीण जमीनों का अधिग्रहण कम कीमत पर कर, बाद में ऊंचे दामों पर बेचा जा सकता है।
- **नीतियों का दुरुपयोग**: हरियाणा में नगर भवन निर्माण कानूनों (1982, 2006, 2007 में संशोधित) के तहत परियोजनाओं को मंजूरी देने में लचीलापन हो सकता है, जिसका लाभ डेवलपर्स और राजनेता उठा सकते हैं।
- **बेनामी सौदे**: राजनेता या उनके सहयोगी बेनामी संपत्तियों के जरिए निवेश कर सकते हैं, ताकि उनकी प्रत्यक्ष भागीदारी सामने न आए।
- **ठेकों का खेल**: सड़क, सीवरेज, और ट्रीटमेंट प्लांट जैसे प्रोजेक्ट्स के ठेके राजनेताओं के करीबी ठेकेदारों को दिए जा सकते हैं। हिसार नगर निगम की वेबसाइट पर हाल के टेंडर और नीलामी नोटिस इस तरह की गतिविधियों का संकेत देते हैं।

# # # 4. **सामाजिक और आर्थिक प्रभाव**
- **जनता पर प्रभाव**: प्रॉपर्टी रेट्स में वृद्धि से स्थानीय ग्रामीण, विशेष रूप से गरीब और मध्यम वर्ग, जमीन खरीदने में असमर्थ हो सकते हैं। इससे सामाजिक असमानता बढ़ सकती है।
- **पारदर्शिता की कमी**: प्रॉपर्टी डील्स और ठेकों में पारदर्शिता की कमी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है। हिसार में पहले से ही औद्योगिक और रिहायशी सेक्टरों के विकास में ऐसी शिकायतें सामने आई हैं।
- **कानूनी उपाय**: सत्ता के दुरुपयोग को रोकने के लिए पारदर्शी नीतियां, कड़े नियम, और जनता की जागरूकता जरूरी है। हिसार नगर निगम और जिला प्रशासन को ऐसी योजनाओं की निगरानी बढ़ानी चाहिए।

# # # 5. **विशिष्ट उदाहरण और ऐतिहासिक संदर्भ**
- **आर्य नगर का इतिहास**: आर्य नगर, जिसका पुराना नाम कुरड़ी था, को पूर्व सांसद रामजीलाल और भजनलाल की सरकार के दौरान विकसित किया गया था। इससे पता चलता है कि राजनीतिक प्रभाव से क्षेत्र का विकास और प्रॉपर्टी रेट्स पहले भी बढ़े हैं। वर्तमान में भी स्थानीय नेताओं और उनके सहयोगियों की भूमिका संभावित है।
- **हिसार का विकास**: हिसार में जिंदल उद्योग, राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट, और हाल ही में महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे के टर्मिनल जैसे प्रोजेक्ट्स ने प्रॉपर्टी रेट्स को बढ़ाया है। कैमरी और आर्य नगर में भी यही ट्रेंड देखने को मिल सकता है।
# # # निष्कर्ष
कैमरी और आर्य नगर को महाग्राम योजना में शामिल करने से प्रॉपर्टी रेट्स में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय और क्षेत्रीय राजनेताओं, और उनके सहयोगियों, को प्रत्यक्ष (जमीन निवेश) और अप्रत्यक्ष (वोट बैंक, चुनावी फंडिंग) लाभ हो सकता है। सत्ता की आड़ में प्रॉपर्टी का धंधा भूमाफिया, बेनामी सौदों, और ठेकों के जरिए चल सकता है। हालांकि, बिना ठोस सबूतों के विशिष्ट राजनेताओं पर आरोप नहीं लगाए जा सकते। पारदर्शिता और कड़े नियमों से इस तरह के दुरुपयोग को रोका जा सकता है।

मध्य प्रदेश के गुना जिले के राघोगढ़ क्षेत्र में 14 जुलाई 2025 को एक दुखद घटना घटी, जिसमें 42 वर्षीय सर्पमित्र दीपक महावर...
16/07/2025

मध्य प्रदेश के गुना जिले के राघोगढ़ क्षेत्र में 14 जुलाई 2025 को एक दुखद घटना घटी, जिसमें 42 वर्षीय सर्पमित्र दीपक महावर की सांप के काटने से मौत हो गई। दीपक महावर, जो जेपी कॉलेज (जेपी यूनिवर्सिटी) में अस्थायी कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे और क्षेत्र में सर्पमित्र के नाम से प्रसिद्ध थे, ने वर्षों से सैकड़ों जहरीले सांपों को पकड़कर लोगों की जान बचाई थी। उनकी असामयिक मृत्यु ने पूरे राघोगढ़ क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी।

घटना का विवरण
दीपक महावर को सोमवार, 14 जुलाई 2025 को राघोगढ़ के बरबटपुरा इलाके के सिलीपुरा गांव में एक घर से सांप निकलने की सूचना मिली। वे तुरंत मौके पर पहुंचे और एक जहरीले कोबरा सांप को सफलतापूर्वक पकड़ लिया। दीपक ने इस सांप को कांच के बर्तन में बंद करने के बजाय, इसे गले में माला की तरह लटका लिया, संभवतः इसे श्रावण मास की शोभायात्रा में प्रदर्शनी के लिए रखने की योजना बनाई थी।

उसी दौरान, उनके बेटे के स्कूल से छुट्टी का फोन आया। दीपक ने सांप को गले में ही रखा और बाइक से अपने बेटे को स्कूल से लेने निकल पड़े। रास्ते में कोबरा ने उन्हें गले में डंस लिया। सर्पदंश के तुरंत बाद दीपक ने अपने एक साथी को बुलाया, और उन्हें राघोगढ़ के स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें गुना जिला अस्पताल रेफर किया गया।

गुना में इलाज के बाद उनकी हालत में सुधार दिखा, और वे शाम को घर लौट आए। हालांकि, रात करीब 12 बजे उनकी तबीयत अचानक फिर बिगड़ गई। परिजन उन्हें दोबारा गुना जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों के इलाज शुरू करने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद उनका शव परिजनों को सौंप दिया गया।

घटना से संबंधित अन्य जानकारी
- सांप का प्रकार: जिस सांप ने दीपक को काटा, वह एक कोबरा था, जो भारत में पाए जाने वाले सबसे जहरीले सांपों में से एक है। कोबरा का जहर तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है, जिससे श्वसन तंत्र और हृदय गति रुक सकती है।
- एंटीवेनम की देरी: दीपक को अस्पताल में एंटीवेनम दिया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने में देरी के कारण यह प्रभावी नहीं हो सका। कोबरा के जहर का असर तेजी से होता है, और समय पर इलाज न मिलने से मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।
- वीडियो का वायरल होना: इस घटना के दौरान एक व्यक्ति ने दीपक का वीडियो बना लिया था, जिसमें वे कोबरा को गले में लटकाकर बाइक चला रहे थे। यह वीडियो उनकी मृत्यु के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे उनकी जिंदगी का आखिरी वीडियो माना जा रहा है।
- पारिवारिक स्थिति: दीपक की पत्नी की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी, और उनकी मृत्यु के बाद उनके दो बच्चे, रौनक (12 वर्ष) और चिराग (14 वर्ष), अनाथ हो गए।

दीपक महावर का योगदान
दीपक महावर राघोगढ़ के कटरा मोहल्ला के निवासी थे और जेपी कॉलेज में स्नेक कैचर के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने बिना किसी शुल्क के सैकड़ों घरों से सांप पकड़कर उन्हें जंगल में सुरक्षित छोड़ा था। उनका यह काम केवल एक पेशा नहीं, बल्कि एक सामाजिक सेवा के रूप में देखा जाता था। उनकी बहादुरी और निस्वार्थ सेवा के लिए उन्हें पूरे क्षेत्र में सम्मान प्राप्त था।

क्षेत्र में शोक
दीपक की असामयिक मृत्यु से राघोगढ़ और आसपास के गांवों में शोक की लहर छा गई। स्थानीय लोगों ने उनकी साहसिकता और समर्पण की सराहना की, लेकिन इस घटना ने सांप पकड़ने जैसे जोखिम भरे काम में सावधानी की आवश्यकता को भी उजागर किया।

*सांपों से संबंधित खतरे और जागरूकता*
यह घटना मध्य प्रदेश में सर्पदंश की बढ़ती समस्या को रेखांकित करती है। विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून के दौरान सांपों का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि वे बाढ़ और नमी के कारण घरों में घुस आते हैं। कोबरा, करैत, और रसेल वाइपर जैसे जहरीले सांप विशेष रूप से खतरनाक होते हैं। सर्पमित्रों और आम लोगों को सांपों को संभालते समय उचित सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करने और तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी जाती है।

स्रोत
- आज तक:
- नवभारत टाइम्स (एक्स पोस्ट):
- विकास, आज तक (एक्स पोस्ट):

यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह सांपों को संभालने वाले लोगों के लिए सावधानी और जागरूकता का एक महत्वपूर्ण सबक भी है।

16/07/2025

प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल जगबीर पान्नू कि छात्रों द्वारा की गई निर्मम ह*त्या के विरोध में रोष प्रदर्शन आज हिसार में कुछ इस तरह दिखाई दिया।

Address

Hisar

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when PMFO News posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to PMFO News:

Share