20/08/2025
CBI कोई भोत फेयर संस्था नहीं है, ये दिल्ली पुलिस का ही ज्यादा प्रोटेक्टेड , ज्यादा बर्बर रूप है ।
लङकी के पीछले पन्द्रह दिन के सारे कॉल सार्वजनिक करें जायें , सार्वजनिक भी ना करें तो घर वालों को मुहैया करवाये जायें ?
मौत वाले दिन कौन कौनसे फोन नम्बर
उसके नजदीक थे व कितनी देर कौनसा रहा ये डाटा सार्वजनिक शेयर करा जाये ?
सुसाइड थ्योरी क्यों चलानी पड़ी इसका जवाब दिया जाये ?
जानवरों ने नौचा तो केवल चेहरे को ही क्यों नोचा ... उसका जवाब ?
जिस जहर का प्रयोग सुसाइड थ्योरी में किया गया उसकी जानकारी किस वेबसाइट से सर्च करी गयी .... इंटरनेट डाटा से वो बताया जाये ?
दस दस महिला कोंस्टेबलों के यौन शोषण का जिस एसपी पर आरोप लग रखा हो ऐसे को लाकर क्यों लगाया गया?
सुसाइड थ्योरी के हिसाब से फोन का मदर बोर्ड निकाल कर ही सुसाइड क्यों किया ?
चिप्स कुरकुरे, दारू व रेड बुल के खाली पैकेट जो डेड बॉडी के नजदीक मिले उनको कैसे एक दम sus ,से बाहर कर दिया और अज्ञात जानवर जिसका निशान भी नहीं वो कहां से आ गया ??
कोलेज से फार्म लेने गयी उस पुरे सिनेरियो की सीसीटीवी परिवार के साथ साझा करी जाये ....किस किस से उस दिन कोलेज में मुलाकात करी उन सबके बयान सार्वजनिक करें जायें ।
जेपी दलाल व उस कोलेज के लोगों के बीच में इन दिनों में कितने कोंटेक्ट हुए व पहले कितने होते थे , इस पर भी कम्पेरिजन शेयर करा जाये ?
CBI को जांच सौंप दी , बङी मछलीयों ने CBI अफसरों के मुंह पर पैसे मारकर ... मनपसंद बात लिखवा ली ...इस बकथेथरी का कोई मतलब नहीं ... इससे बेहतर ये मान लिया जाये ....लङकी की मौत बुढ़ापे के फलस्वरूप उम्र होने से हो गयी ।