
09/06/2025
कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने आदमपुर के निर्माण कार्यों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करने के दिए निर्देश
हिसार,
कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने कहा है कि इस साल के अंत तक आदमपुर में अमृत योजना के तहत चल रहे कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा, जिससे आदमपुर की सूरत बदल जाएगी। यहां शहरी तर्ज पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएगी। सोमवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेने के उपरांत उन्होंने यह बात कही। उन्होंने सीवरेज और पेयजल कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि जहां पर कार्यों को लेकर जनशिकायते आई हैं उन्हें दूर किया जाए।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग तथा मार्केटिंग कमेटी के कार्य शुरू हो चुके हैं। एचएसवीपी के तहत होने वाले कार्यों का टेंडर हो गया है। विकास कार्यों के मद्देनजर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं कि वह पहले पाइपलाइन बिछाने का कार्य पूर्ण कर लें ताकि उसके उपरांत अन्य कार्य सुगमता से किया जा सके। लोक निर्माण विभाग एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक में आदमपुर क्षेत्र में चल रहे विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्यों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्वक पूरा किया जाए ताकि आमजन को समय पर सुविधाएं मिल सकें।
कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि सरकार विकास कार्यों को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और कोई भी लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने अधूरी परियोजनाओं की सूची लेकर संबंधित अधिकारियों से उनका स्टेटस जाना और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो कार्य समय पर पूरे नहीं होंगे, उनके लिए जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
बैठक के उपरांत कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने मौके पर उपस्थित आमजन की समस्याएं भी सुनीं। कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि सरकार जनसेवा के संकल्प के साथ काम कर रही है और प्रत्येक नागरिक को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। क्षेत्र के लोगों ने पेयजल आपूर्ति, सड़कों की मरम्मत, जल निकासी और अन्य स्थानीय मुद्दों को लेकर अपनी बात रखी। कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने बताया कि महाग्राम योजना के तहत पूरे प्रदेश के 148 गांव को चयनित किया गया था इनमें से 16 गांव में कार्य पूरा हो चुका है और 30 गांव में कार्य चल रहा है। प्रत्येक गांव में 50 से 70 करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं, ताकि गांवों में शहरी तर्ज पर सभी सुविधाएं मुहैया हो सके। सभी गांव की फिरनी पक्की करवाई जा रही है और वहां लाइटों की व्यवस्था की गई है। साथ ही वहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसे बड़े कार्य भी किए जा रहे हैं।