29/10/2025
होशियारपुर को नेट-ज़ीरो और क्लाइमेट रेजिलिएंट सिटी बनाने की दिशा में बड़ा कदम
- बेंगलुरु स्थित संस्था सीएसटीईपी के साथ जिला प्रशासन ने किया समझौता ज्ञापन साइन
- सोलर रूफटॉप पोटेंशियल जानने के लिए होगा डिजिटल सर्वे और मैप तैयार: डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन
होशियारपुर
जिला प्रशासन होशियारपुर ने आज एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय पहल करते हुए बेंगलुरु की प्रसिद्ध गैर-लाभकारी संस्था सेंटर फॉर स्टडी ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड पॉलिसी (सीएसटीईपी) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का उद्देश्य होशियारपुर को एक नेट-ज़ीरो और क्लाइमेट रेजिलिएंट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए व्यापक रोडमैप तैयार करना है।
इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने कहा कि यह साझेदारी जिले के सतत विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत सीएसटीईपी संस्था होशियारपुर के लिए एक कम्प्रिहेंसिव क्लाइमेट एक्शन प्लान तैयार करेगी, जिसमें डिजिटल सर्वे और सोलर रूफटॉप पोटेंशियल मैपिंग भी शामिल है। इस डिजिटल सर्वे के माध्यम से शहर की इमारतों पर सौर ऊर्जा उत्पादन की संभावनाओं का सटीक आकलन किया जाएगा, जिससे भविष्य में सोलर पावर उपयोग को बढ़ावा मिल सकेगा।
डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने कहा कि जिला प्रशासन का लक्ष्य आने वाले वर्षों में होशियारपुर को पंजाब का पहला क्लाइमेट रेजिलिएंट मॉडल जिला बनाना है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना से ऊर्जा दक्षता बढ़ेगी, कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और पर्यावरण संरक्षण को एक नई दिशा मिलेगी।
आशिका जैन ने कहा कि यह पहल न केवल जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करेगी, बल्कि होशियारपुर के नागरिकों को स्वच्छ, हरित और सतत जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।
इस मौके पर सहायक कमिश्नर ओएशी मंडल भी मौजूद थी। उन्होंने जिला प्रशासन की इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाएं आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी। इस मौके पर सीएसटीईपी से सप्तक घोष भी अन्य भी मौजूद थे।