24/02/2025
सिंघेश्वर मेला 2025
(श्रृंगी ऋषि तपोस्थल मधेपुरा बिहार)
सिंघेश्वर बाबा के नाम से विख्यात यह स्थल त्रेता युग के महान संत --"श्रृंगी ऋषि " की तपोस्थली रही है l पहले इस स्थान का नाम- श्रृंगेश्वर था ऐसी मान्यता है कि -- इस स्थान से थोड़ी दूर "सतोखर" पवित्र यज्ञ स्थल था जहां पर श्रृंगी ऋषि द्वारा पुत्र कामना यज्ञ संपन्न करवाया था l यज्ञ कुंड के अवशेष अभी भी देखे जा सकते हैंl
यह मेला 26 फरवरी 2025 को शिवरात्रि के पावन पर्व से शुरू होकर एक महीने तक आयोजित किया जा रहा है
इस मेले का शुभारंभ -- कोसी डिविजनल कमिश्नर-- सहरसा तथा DIG पुलिस- सहरसा के कर कमलो से संपन्न होगा l
26 फरवरी शिवरात्रि के दिन लगभग डेढ़ लाख श्रद्धालुओं द्वारा सिंघेश्वर बाबा का अभिषेक किया जाएगा
महीने भर पड़ोसी राष्ट्र नेपाल तथा भारत के अनेक प्रांतो से लाखों श्रद्धालु इसमें भाग लेंगे l
जिला कलेक्टर मधेपुरा
श्री तरनजोत सिंह सिंधु की अध्यक्षता में मेला आयोजन समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई
बैठक में मेला आयोजन स्थल पर सफाई, पीने का पानी की व्यवस्था, रोशनी व्यवस्था,cc टीवी कैमरा तथा कानून व्यवस्था के सुचारू संचालन बाबत विस्तार से चर्चा की गई तथा संबंधितअधिकारियों को जिला कलेक्टर द्वारा व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन बाबत निर्देशित किया गयाl
बैठक में यह जानकारी प्राप्त हुई की इस वर्ष मेला स्थल का टेंडर 1 करोड़, 25 लाख, 60 हजार तथा ₹400 रुपए अंतिम बोली के आधार पर तय किए गए हैं
सिंहेश्वर महोत्सव
इसके अलावा 1 महीना मेला अवधि के दौरान-- दिनांक 6 से 8 मार्च 2025 तक तीन दिवसीय "सिंघेश्वर उत्सव " के आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया
इसमें अनेक खेल- खुद प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा विभिन्न प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा l उत्सव का शुभारंभ बिहार सरकार के-- पर्यटन मंत्री द्वारा किया जाएगा l
इस बार मेला स्थल पर सरकारी -मीना बाजार भी लगाया जा रहा है
मैलास्थल पर यह प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहेगा--
इसमें फलदार पौधों तथा कीमती पेड़ों से संबंधित विक्रय हेतु पौधे उपलब्ध रहेंगे l
मुख्यतः विभिन्न प्रकार के गुलाब, विशाल bambo ,मीठी इमली, मलेशिया राम भूटान फल, इजराइल का केला, रानी विक्टोरिया का पसंदीदा फल मंगोस्टीन, हॉन्ग कोंग का डेढ़ किलो वजनी आम तथा न्यू टिक, क्रॉस महोगनी , आदि के पौधे उपलब्ध रहेंगे l
इस बार मेला स्थल पर चार धाम-- प्रदर्शनी, फिश टनल --जलपरी ,कृषि यंत्र सब्सिडी -सहित विक्रय हेतु तथा मनोरंजन हेतु झूले चकरी-- रशियन झूला, युवाओं के आकर्षण हेतु दो थिएटर-- शोभा सम्राट एवं गुलाब विकास मेला स्थल पर शोभा बढ़ाएंगे
इसके अलावा मुंबई -का फैंसी बाजार, सहारनपुर- का हैंडीक्राफ्ट, बोन चाइना ,फिरोजाबाद एवं जयपुर की -चूड़ियां ,बुलंदशहर का गिफ्ट आइटम्स से संबंधित बाजार भी लगाया जा रहा है l
मेला स्थल पर लजीज नाश्ता तथा खाने पीने की चौपाटी भी लगाई जा रही हैl
आयोजन समिति द्वारा निर्धारित मैप के अनुसार दुकानों का आवंटन कर दिया गया है तथा दुकान आदि निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है, बाहर के अनेक राज्यों से दुकानदारों द्वारा भाग लेने के कारण अनेक दुकानदारों को दुकान उपलब्ध कराने में दिक्कत आ रही है ,
इस दौरान यहां पशु मेला भी आयोजित किया जा रहा है l
राजकीय मान्यता प्राप्त बिहार राज्य में भारत के सबसे बड़े पशु मेले --सोनपुर मेले के पश्चात यह मेला विशालता में दूसरे नंबर पर है l जहां मेला अवधि में लाखों श्रद्धालु भाग लेने उपस्थित होंगे और श्रृंगी ऋषि के आराध्य देव श्रृंगेश्वर बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे l
शिवराज शर्मा, मोटरास, ऋषि श्रृंग एक खोज अभियान के तहत
(Reg.trust)