18/07/2025
**शेर शाह सूरी: मध्यकालीन भारत का प्रशासनिक नायक!** 🏰🇮🇳
शेर शाह सूरी (1486-1545 ई.), जिनका पूरा नाम फरीद खान था, मध्यकालीन भारत के सबसे प्रभावशाली शासकों में से एक थे। सासाराम (बिहार) में जन्मे, उन्होंने 1540 में मुगल सम्राट हुमायूं को हराकर सूरी वंश की स्थापना की और पांच साल के शासन में भारत को एक कुशल प्रशासनिक व्यवस्था दी। "शेर" उपनाम उन्होंने एक बाघ से लड़ने के साहस के कारण पाया। 🛡️
🌟 **उपलब्धियां**:
- **चौसा और बिलग्राम की जीत**: 1539 में चौसा और 1540 में बिलग्राम में हुमायूं को हराकर दिल्ली का तख्त हासिल किया।
- **ग्रांड ट्रंक रोड**: आगरा से पेशावर तक सड़क का निर्माण, जो आज भी भारत की जीवनरेखा है।
- **कर प्रणाली**: भूमि राजस्व सुधार (रैयतवारी व्यवस्था) और सिक्कों में "रुपया" की शुरुआत, जो आज भी प्रचलन में है।
- **सैन्य संगठन**: सेना का पुनर्गठन और वेतन प्रणाली से सैनिकों का उत्साह बढ़ाया।
- **विरासत**: 1545 में कलिंजर युद्ध में घायल होकर मृत्यु, लेकिन उनकी नीतियों ने अकबर को प्रेरित किया।
शेर शाह सूरी की कहानी साहस, बुद्धिमत्ता और प्रशासनिक कौशल की मिसाल है। उनकी मकबरा सासाराम में आज भी उनकी शान को दर्शाता है। 🌍 क्या आप शेर शाह की किसी उपलब्धि से प्रभावित हैं? अपनी राय हमारे साथ साझा करें! 👇