03/04/2025
सरकार को ₹1,757.56 करोड़ का नुकसान हुआ, क्योंकि सरकारी स्वामित्व वाली दूरसंचार कंपनी BSNL मई 2014 से रिलायंस जियो को उनके पैसिव इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरिंग समझौते के अनुसार 10 साल तक बिल नहीं भेज पाई, यह जानकारी मंगलवार को भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने दी। CAG ने एक बयान में कहा कि BSNL को 38.36 करोड़ का नुकसान हुआ, क्योंकि वह दूरसंचार इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदाताओं (TIP) को दिए जाने वाले राजस्व हिस्से से लाइसेंस शुल्क का हिस्सा काटने में विफल रही।
कैग ने कहा, "बीएसएनएल मेसर्स रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (आरजेआईएल) के साथ मास्टर सर्विस एग्रीमेंट (एमएसए) को लागू करने में विफल रहा और बीएसएनएल के साझा निष्क्रिय बुनियादी ढांचे पर इस्तेमाल की गई अतिरिक्त तकनीक के लिए बिल नहीं दिया, जिसके परिणामस्वरूप मई 2014 से मार्च 2024 के बीच सरकारी खजाने को 1,757.76 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और उस पर दंडात्मक ब्याज भी देना पड़ा।" इसमें कहा गया है, "निर्धारित नियमों और शर्तों का पालन न करने...और वृद्धि खंड के आवेदन न करने के परिणामस्वरूप 29 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ।"
PTI