10/10/2025
"संजय दत्त गंदी-गंदी गालियां बकने लगे। वो बुरी तरह से भड़के हुए थे। और उनके गुस्से की वजह थी गोविंदा। हालांकि गोविंदा को संजय दत्त कुछ नहीं कह सके। लेकिन उन्होंने एक असिस्टेंट को बहुत गालियां सुनाई।" ये बात बताई रजत बेदी ने एक पोडकास्ट में। ये जोड़ी नंबर वन फ़िल्म का किस्सा है। और रजत बेदी ने भी जोड़ी नंबर वन में एक छोटा सा रोल निभाया था। जोड़ी नंबर 1 साल 2001 में आई थी। डेविड धवन उस फ़िल्म के डायरेक्टर थे। जबकी धीरजलाल शाह ने ये फ़िल्म प्रोड्यूस की थी। रजत बेदी के किरदार का नाम था टाइगर।
ये वो दौर था जब गोविंदा का करियर ढलान की तरफ़ आना शुरू हो गया था। मगर इस समय तक गोविंदा पर काम की कमी नहीं होती थी। वो कई-कई फ़िल्में एक साथ कर रहे थे। और चार-पांच शिफ़्टों में काम करते थे। इस वजह से गोविंदा उस वक्त अधिकतर समय शूटिंग पर टाइम से पहुंच ही नहीं पाते थे। रजत बेदी ने जो किस्सा बताया है वो कुछ यूं है कि एक दिन एक सीन शूट होना था। और सुबह 7 बजे उसकी शूटिंग शुरू हो जानी थी। बकौल रजत बेदी, वो और संजय दत्त सुबह छह बजे ही सेट पर पहुंच गए थे। उस वक्त तक अन्य स्टाफ़ भी नहीं आया था।
7 बजे तक सब आ गए। मगर गोविंदा नहीं आए। गोविंदा का इंतज़ार किया गया। मगर वो नहीं आए। कई घंटे हो गए। गोविंदा सेट से नदारद थे। डेविड धवन ने गोविंदा के बारे में पूछताछ की तो उस वक्त पता चला कि गोविंदा अपने घर पर है। उन्होंने एक आदमी को गोविंदा को लेने उनके घर भेज दिया। वो आदमी भी बेचारा काफ़ी देर तक गोविंदा के घर के बाहर बैठा रहा। इस वक्त तक कई घंटे हो चुके थे। सेट पर सब परेशान थे। और जब दोपहर के 2 बज गए तो संजय दत्त को गुस्सा आने लगा। वो भड़कने लगे। उनके मुंह से गालियां निकलने लगी।
मगर संजय दत्त, रजत बेदी, डेविड धवन व सेट पर मौजूद अन्य लोग उस वक्त बहुत ज़्यादा शॉक्ड रह गए जब उन्हें पता चला कि गोविंदा तो अपने घर पर भी नहीं हैं। वो वास्तव में हैदराबाद में हैं। और फ्लाइट लेकर हैदराबाद से मुंबई आ रहे हैं। रजत बेदी ने बताया कि उन दिनों गोविंदा 4-5 शिफ़्टों में काम करते थे। और तब किसी को पता नहीं होता था कि गोविंदा किस फ़िल्म के सेट पर होंगे। कहां मौजूद होंगे। दोपहर तीन बजे के आस-पास उस दिन गोविंदा जोड़ी नंबर वन के सेट पर पहुंचे। आते ही वो शूटिंग करने को तैयार हो गए। और एक असिस्टेंट ने संजय दत्त को वो सीन दिखाया जो उस दिन शूट होना था।
संजय ने जब वो सीन देखा तो उन्हें रियलाइज़ हुआ कि इसमें गोविंदा के डायलॉग्स कम हैं। उनके डायलॉग्स ज़्यादा हैं। संजय ने असिस्टेंट से कहा कि इस सीन को बदला जाए। मगर शायद असिस्टेंट ने मुश्किल जताई होगी। तो गोविंदा के बहुत देर से आने के कारण भरे बैठे संजय दत्त उस बेचारे असिस्टेंट पर चिल्ला पड़े। उसे भद्दी-भद्दी गालियां बकने लगे। संजय उसे सीन बदलने को कह रहे थे। संजय उससे कह रहे थे,"ये लाइनें तुम गोविंदा को दो। मैं ये नहीं करूंगा।" संजय को गुस्से में देखकर हर कोई खामोश था। बहुत से लोग तो सहमे हुए भी थे। कोई कुछ नहीं बोल सका।
आखिरकार संजय के कहने पर सीन बदला गया। पूरा सीन फिर से लिखा गया। और गोविंदा को ज़्यादा डायलॉग्स दिए गए इस बार। यहां रजत बेदी ने गोविंदा की तारीफ़ करते हुए कहा कि जब शूटिंग शुरू हुई तो मात्र दो घंटो में गोविंदा ने वो पूरा सीन कंप्लीट कर लिया। गोविंदा एक बेहतरीन परफॉर्मर हैं।