
31/03/2024
इतिहास का वो भील राजा
जिसने करी थी भगोरिया हाट की शुरुआत
ोमोर_डामोर_का_इतिहास
पिताजी खेलूण डामोर
माता विराम वाणटी (बनिया)
खेलुण डामोर धोलका से विस्थापित होने के बाद धार मे रहने लगा तब मालवा मे भोज नामक राजा का राजपाट था खेलुण ,वेलुण दोनों भाई वहा पर खेती वाड़ी करने लगे पास ही लिम्बु नामक वाणीया भी रह रहा था उस वाणीये का खेलूण वेलूण डामोर दो भाइयो से अच्छा सबन्ध था वाणीया की किस्मत खराब थी जिस दिन शादी की उसी दिन नौकरी जोइनिंग लेटर आ गया वाणीया जात तो आपको पता होगा समडी जाए पर दमड़ी ना जाए । फिर वाणीया ने नौकरी पर जाने का डिसीजन लिया लेकिन बीबी एवं उसके घर की देखभाल के लिए भरोसे लाइक आदमी की जरूरत थी खेलौण, वेलोण डामोर के अलावा किसी पर भरोसा नही करता था वाणीया इसके बाद खेलूण को सारी जिमेदारी देकर वाणीया नौकरी पे चला गया। खेलूण बाहर सोता था वाणीया की बीबी अंदर ऐसे बहुत दिन बिताए इसके बाद वाणीया की बीबी को अकेलापन महसूस हो रहा था उसने धीरे धीरे खेलूण डामोर को चाहने लगी लेकिन खुल के बोल नही पा रही थी खेलूण दिन भर काम काज करके थक कर रात होते ही सो जाता था लेकिन वाणीया की बीबी को रात निकालना मुश्किल हो रहा था फिर वाणीया की बीबी को खेलूण को रात को जगाने के लिए नए नए तरीके चालू किये खाने मे कुस मिला के दे देती थी जिससे खेलूण रात भर जगा रहे और उसकी और आकृषित हुए लेकिन खेलूण फिर भी उसकी और आकृषित नही हुआ फिर खाने मे ऐसा कुछ डाल के दिया जिससे वो मजबूर हो गया और वाणीया की बीबी के साथ पति पत्नी जैसे रहने लगा बाद मे वाणीया की बीबी गर्भवती हो गई 7 महीने हो गए थे जैसे ही वाणीया को पता चला वाणीया तुरंत आया लेकिन तब तक खेलूण वाणीया की बीबी को लेकर भाग गया था फिर वाणीया ने राजा भोज को ये शिकायत करी इसके बाद राजा भोज और खेलूण डामोर का युध्द शुरू हुआ लेकिन राजा को पता था डामोर तीर कमान चलाने मे राजा कि सेना से डबल मजबूत थे इसलिए युध्ध से उसको हरा नही पाएगा राजा क्योकि खेलूण डामोर एवं उनकी प्रजा काफी ताकतवर थी फिर चालक राजा ने अपनी बुधि का उपयोग किया और सारे मतभेद को भुला कर पहले जैसा वेव्हार बनाया लेकिन फिर भी आना जाना बंद था फिर राजा ने वहा की किसी डोकरी को अपना मोहरा बनाया और उस डोकरी ने बड़ा कार्य कर्म रखा सभी को बुलाया बाद मे सभी को दारू दिया सभी ने पिया लेकिन खेलूण ने किसी कारण नही पिया था उसी दारू मे जहर डाला हुआ था सभी लोग घायल हो गए थे कुछ डामोर को धार- धार हथियार से मारा और खेलूण को भी बंदी बना लिया था राजा ने आदेश दे दिया था सेना को एक भी डामोर बचना नही चाहिए इसके बाद जिंदा कुछ डामोरो को छन दिया यानी पूरे डामोरो को निपटा दिया लेकिन वाणीया की बीबी के पेट मे खेलूण डामोर के बच्चे थे वाणीया की बीबी वहा से भाग चुकी थी एक अगल जगह पर रहने लगी कुस दिन बाद डिलवरी हुए उसमे तीन बच्चों को जन्म दिया दो लड़के जिसका नाम खोका कसुमर, मेइडा एवं लड़की सावन माता ऐसे मे राजा को वहा की जानकारी मिली गई थी राजा ने उसकी बीबी को बंदी बना लिया। तीनों बच्चे एक टोकरी मे थे जैसे ही राजा के लोग उन तीनों बच्चो को मारने के लिए गये खेलुन की बीवी ने कहा टोकरी में कुछ नहीं है सांप के बच्चे हैं सिर्फ और इन बच्चों का मालिक यहां नहीं है आप टोकरी को खोलोगे तो काट लेंगे तो जान जा सकती है फिर भी वो लोग नही माने आगे बड़ने लगे खेलुण की बीवी घबरा गई ऐसे मे उसने खुदरत को याद करते हुआ कहा अगर सच्चे डामोर का खून हहो तो साप बन जाना जैसे ही उन्होंने टोकरी हथियार से उठाने की कोसिस करी हथियार तोड़ दिया फिर उनको यकीन हो गया और वो लोग वहा से चले गए इसके बाद वहा से खेलुण डामोर की बीवी तीनों बच्चो को लेकर वहा से निकल गई लीलागड डुंगर मे रही बच्चे होशियार होने के बाद उनको पिताजी की घटना के बारे मे पता चला बदला लेने के विचार आए अब उनके पास सेना तो थी नही फिर वो तीन बच्चे विधा सिखने निकल गए कसूमोर डामोर एवं भाई बहन। कामडु धरती तरफ ।विदा सिख कर आए। आने के बाद सीधे धार की धरती पर जोगडे का रूप लेकर डेरा जमाया। फिर राजा की कमजोरी ढूंढना शुरू की राजा की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी बड़ी पुत्री थी फिर उन्होंने उसे पुत्री का टारगेट किया । लेकिन राजा की पुत्री रूम तक पहुंचाने के लिए काफी समस्याएं सामने थी इसको चलते उन्हें रूम तक पहुँचने के एक चूहा भेजा जो की बील बनाता हुआ वहां तक पहुंचे चूहे के पीछे-पीछे एक नागिन भी छोड़ी जो की बिल के मध्यम से वहां पहुंचकर राजा की पुत्री को काटे कसूमोर डामोर ने जो प्लान बनाया था वह सक्सेस हो गया राजा की पुत्री के नागिन ने काट लिया तभी राजा जहर उतारने के लिए इधर-उधर भटकता रहा भटकते भटकते राजा उन लोगों तक पहुंच गया जिन्होंने यह प्लान बनाया था तभी राजा के सामने कसुमोर डामोर ने शर्त रखी शर्त में उसने आधा राजपाट एवं वही लड़की जिसको सांप ने काटा था राजा परेशान था कि उसकी लड़की जैसे तैसे ठीक हो जाए उसमें राजा ने आधा राजपाठ एवं उसकी लड़की का विवाह कसुमर डामोर से करने के लिए राजी हो गया
तब से राजा कसूमोर डामोर झाबुआ स्टेट का राजा बना
राजा बनने के बाद भगोरिया जैसे हाटो की स्थापना करी.....
न्युज हाइलाइट