
14/07/2023
चंद्रयान 3: आंखें खोलने का वक्त
आज चंद्रयान 3 लॉन्च हो गया। देश के लिए अभूतपूर्व गौरव का क्षण है। हर वो शख्स जो इतिहास पर ही गर्व किए जा रहा है। हर उस जाती के लोग जो गाड़ी पर लिखवाते ही के गर्व से कहो हम फलां फलां है। या हर वो इंसान जो गर्व करने की वजह बनाना चाहता है। आज सब के छाती चौड़ी करके चलने का दिन है। और साथ ही आंखे खोलने का भी।
चंद्रयान की लागत है 615 करोड़ रुपए। पठान मूवी के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से कहीं कम। आदिपुरुष मूवी की निर्माण लागत से कम।
ये आंकड़े सिर्फ रोचक हैं क्या?
140 करोड़ की जानता के सामने आंकड़े क्या मायने रखते है, ये इसकी एक बानगी है। हर साल ऐसी कई फिल्में आती है। हर साल सरकार लाडली बहना जैसी कई रेवड़ियां बाट देती है। और हम आंकड़ों पर खुश होते है।
ऐसे कितने चंद्रयान और मंगलयान बनाने का पैसा है हमारे पास।
मार्केटिंग करते वक्त हर व्यापारी इस बात का ध्यान रखता है के इससे कोई फर्क नहीं पड़ता के वो क्या दे सकता है। मायने ये रखता है सामने वाले को क्या चाहिए। हमारी सरकारें ये बात हमेशा से जानती हैं के हम लोगो की दिलचस्पी चंद्रयान में है ही नही। हमारी दिलचस्पी योजनाओं में है। हम सरकार को गरियाते वक्त ये क्यों नहीं समझ पाते के गलती उनकी नहीं, गलती हमारी है। वो सरकार बनाने और सरकार में बने रहने के लिए वही करते हैं जो हम चाहते है। बस हमें सही चीज चाहने की जरूरत है।
हमारे देश में प्रतिभा की कमी नहीं है। हमारे देश में पैसे की कमी नहीं है। हमारे देश में भविष्य की कमी नहीं है। कमी है तो हमारी समझ की। हम समझ नहीं पाते कि हमें क्या चाहिए। हम समझ नहीं पाते कि हमें किस पर भरोसा करना है। हम समझ नहीं पाते कि हमें किसके लिए लड़ना है।
चंद्रयान 3 एक आंखें खोलने वाली कहानी है। ये कहानी हमें बताती है कि हम क्या कर सकते हैं। ये कहानी हमें बताती है कि हम कितने महान हैं। और ये कहानी हमें बताती है कि हमें क्या करना चाहिए।
आइए हम चंद्रयान 3 को एक प्रेरणा के रूप में लें। आइए हम चंद्रयान 3 को एक सीख के रूप में लें। आइए हम चंद्रयान 3 को एक चेतावनी के रूप में लें।
आइए हम समझें कि हमें क्या चाहिए। आइए हम समझें कि हमें किस पर भरोसा करना है। आइए हम समझें कि हमें किसके लिए लड़ना है।
आइए चंद्रयान 3 को एक नई शुरुआत के रूप में लें। आइए चंद्रयान 3 को एक नए युग के रूप में लें। आइए चंद्रयान 3 को एक नए भारत के रूप में लें।