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17/06/2025
OUT NOW
माने न मतवाला जिया गीत संग्रह में जिन गीतों का सजृन किया गया है. वे अवश्य ही आपके दिल की गहराईयों को छुयेंगे ऐसा मेरा विश्वास है. लम्हा- लम्हा कर ज़िंदगी गजुरती जाती है. कैसे-कैसे परिवर्तनों से हमें गजुरना पड़ता है कोई नहीं जानता. वरन हर क्षण को शब्दों को कैद करने का हरदम मेरा प्रयास रहा है. अपने गीतों के माध्यम से मैंने अपने जीवन को ढाला है. कभी सामाजिक परिप्रेक्ष्य का दर्शन 'भला न किया तो बुरा भी न कर' जवानी का एहसास 'दिल कैसे सभाल मैं', 'गुजरे ज़माने में ले जाता', 'फिर से लिख दे' और भी इसी तरह के गीत प्यार के जज़्बातों को तरो-ताज़ा रखने के लिये पर्याप्त हैं.
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