
29/05/2024
Post 2_ क्या आप जानते हैं ? दादा जान हुज़ूर गुलज़ारे मिल्लत مد ظلہ العالی) हुज़ूर रईसुल औलिया رضی اللہ عنہ की पेशन गोई को ?
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✍️हुज़ूर रईसुल औलिया علیہ الرحمہ के ख़लीफा हज़रत सैयद अब्दुल बारी शाह साहब قدس سرہ का विसाल हुआ तो उस वक़्त हुज़ूर रईसुल औलिया قدس سرہ को बिलग्राम शरीफ़ पहोंचे हुए चंद घंटे ही हुए थे कि अचानक आप बार बार फरमाने लगे।
_मुझको घर जाना होगा" "मुझको घर जाना होगा" " आज मेरा साथी साथ छोड़कर दारे फ़ानी से दारे बक़ा की तरफ़ रवाना हो गया है"_
घर के लोग समझ ना सके आप जैसे ही बाहर निकले औलिया मस्जिद(मसौली शरीफ़)के मुअज्ज़िन दोस्त मुहम्मद इस्माईली लेने के लिए पहोंच गए हुज़ूर रईसुल औलिया علیہ الرحمہ ने फरमाया दोस्त मुहम्मद तुम कहां ? नम आंखों से सर झुकाए अर्ज़ किया हुज़ूर शाह साहब का विसाल हो गया ! हुज़ूर रईसुल औलिया की पेशन गोई और वाक़्य को देखकर घर के सब लोग हैरत ज़दा होकर रह गए! येह तो एक वाक़्या है जो तहरीर हुआ आपसे मुतअदद दफा कई पेशन गोई ज़ाहिर हुई।
तफ़्सील के लिए तज़किरह रईसुल औलिया देखें।
🌎 फ़ैज़ाने सरकारे मसौली जारी रहेगा
🤲हुज़ूर गुलज़ारे मिल्लत सलामत रहें।