Bharat Prakashan

  • Home
  • Bharat Prakashan

Bharat Prakashan पुस्तक प्रकाशन हेतु समर्पित ।

23/11/2022
27/07/2022

"एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है, जब कि एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी के बराबर होता है" -एपीजे अब्दुल कलाम

भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर सादर नमन!

19/06/2022

#पापा #

आज भी
जब आप की याद आती है
आंखें नम हो जाती है
आखिर क्यों न नम हो ?
जब देखता हूं आसपास
हमउम्र लोगों पर पिता का साया
तो सोचता हूं ..
काश आप होते
देखते आपके बुद्धू लड़के ने कुछ कर दिखाया
आपको विश्वास कम था, शायद मुझ पर
देखो पापा
मैंने कर दिखाया

काश आप होते मेरे पीठ पर हाथ रखते
कहते......शाबाश बेटा शाबाश
तू ने कर दिखाया
वाकई तू मेरा होनहार बेटा है
विश्वास तो कम था तुम पर
लेकिन तू ने कर दिखाया
अपनी कमजोरियों को खूबी में बदल
तूने ने कर दिखाया
क्या तू आजकल लिखता भी है?
क्या लिखता है ?
यह तो बता
यह सवाल?
आप मेरे सपनों में आकर
पूछते हैं बार-बार
लेकिन हर बार मैं आपको सामने देख
रह जाता हूं अवाक्
बहुत कुछ कहना होता है आपसे
कि क्या-क्या सहा है आपके जाने के बाद
हर बात जो सिर्फ आपसे कहनी हैं
हर जख्म जो सिर्फ आपको दिखाना है
हर ठोकरें जो आपके जाने के बाद हमने सही हैं
दिखाना, बताना होता है बहुत कुछ
पर जब भी बोलना चाहता हूं टूट जाता है मेरा स्वप्न
टूटते सपने के साथ मैं भी टूट जाता हूं पापा
क्या आपको पता है कि आपको हमने अपने आप में जिंदा रखा हैं
क्या आप नहीं जानते मां बढ़ती उम्र के साथ आपको ज्यादा याद करती हैं
औरों का पता नहीं जब भी मुसीबत में होता हूं याद आते हो पापा आपका होना सबको का बड़ा संबल था
देखो आपने नाम को
अपने लेखन में जिंदा रखा हू मैं
"धीरेन्द्र भरत "
मुझे याद है आप कहते थे
भरत के नाम पर ही इस देश का भारत पड़ा है
और जोर से
आप कहते हुए टहाका मारते
मेरी मृत्यु के साथ ही
आप विस्मृत होगे मेरे शरीर से!
#धीरेन्द्र भरत #
हैप्पी फादर डे

18/06/2022

#विश्व_में_हमारी_हिंदी_का_बढा_मान
🌺🌺🌺
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हिंदी भाषा को अपनी भाषाओं में शामिल कर लिया है। यूएन के 1946 में प्रस्तावित पास के प्रस्ताव के 13 (1) के तहत कहा गया है कि यूएन के उद्देश्य को तब तक प्राप्त नहीं किया जा सकता जब तक कि दुनिया के लोगों को इसकी जानकारी नहीं हो जाती। इसी उद्देश्य के तहत हिंदी भाषा को भी शामिल किया गया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने पहली बार हिंदी भाषा से जुड़े भारत के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। भारत की ओर से ये प्रस्ताव लाया गया था। यूएन ने पहली बार माना है कि संयुक्त राष्ट्र के कामकाज में हिंदी व अन्य भाषाओं को बढ़ावा देने की जरूरत है। भारत के लिए इसे एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।

सभी हिंदी प्रेमियों को बधाई एवं शुभकामनाएं
🙏🌺🇮🇳🌺🙏

17/06/2022

कुछ लिखकर सो
कुछ पढ़कर सो
जिस जगह पर जागा
उससे आगे बढ़कर सो ||

~ भवानी प्रसाद मिश्र

Address


Telephone

+918453241741

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Bharat Prakashan posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share