03/07/2025
मोहर्रम माह की सात तारीख थी। इस दिन हजरत इमाम हसन के बेटे और इमाम हुसैन के भतीजे हजरत क़ासिम अलैहिसलाम की शहादत से ठीक एक दिन पहले उनकी शादी हुई थी। क्यूंकि जंग मे जाने से पहले की रात वे दूल्हा बने थे और दूसरे दिन ज़ालिमों ने उन्हे शहीद कर दिया..इसलिए हज़रत क़ासिम अलैहिसलाम की याद मे मेहंदी शरीफ का जुलूस निकाला जाता है।
उम्मते मुस्तफा कमेटी ओर मेहंदी शरीफ इंतजामिया कमेटी - लौंगिया मोहल्ला की जानिब से सन-2005 से लेकर आज 2025 यानी 20 सालों से मेहंदी शरीफ का जुलूस निकाला जाता है।इस जुलूस में बे शुमार संख्या में अकीदतमंद शामिल हुये..
शहर में एक बार फिर शांति सौहार्द की मिसाल पेश हुई।
जो लौंगिया मोहल्ला की मदीना मस्जिद चौक ईशा की नमाज के बाद रात करीब साढ़े नो बजे शुरु होता है और मदर स्कूल, कांच फैक्ट्री, दिल्ली गेट, से धान मंदी होते हुए दरगांह शरीफ के मैन गेट से होते हुए फुल गली के ताजिया शरीफ पे रात 12 बजे पेश किया जाता है। जिसमे पुलिस एवं प्रशासन व सभी धर्मों के लोगों द्वारा विशेष सहयोग मिलता है और यही चीज इसे यादगार बनाती है.. मेहंदी शरीफ को जनाब *मोहम्मद मेहताब उर्फ (विकी अली), *महताब खान*, रफीक, सैयद वसीम एवं अन्य सहयोगियों के हाथों द्वारा हर साल बनाया जाता है। इस पूरे प्रोग्राम को दो तरीके की टीमें अंजाम देती है वरिष्ठ टीम में जनाब मजहर हुसैन अब्बासी, इसहाक घोसी,
बशीर घोसी,
आरिफ हुसैन, यंग कमेटी में मुन्ना भाई कश्मीरी, शहबाज, लाला घोसी, माजिद भाई,समद पठान, ज़ाहिद कुरेशी, शेर खान अब्बासी, जाकिर घोसी, अतीक अंसारी, मोहम्मद अली, रफीक भाई,
राहुल अब्बासी, शाहरुख घोसी, अजीज मिया, अब्बास हुसैन अब्बासी, अनस, अल्ताफ एवं अन्य सहयोगियों द्वारा अंजाम दिया जाता है साथ ही गुलाम-ए-पंजतन टीम मोहम्मद इरफान इमरान उनकी पूरी टीम द्वारा सहयोग दिया जाता है