30/09/2023
"राव आया भाव आया" यह शब्द हरियाणा के जनता के मुख पर एक ऐसे मुख्यमंत्री के लिए निकली थी जिन्होंने हरियाणा राज्य की काया ही बदल दी । आज उसी महान शख्सियत की पुण्यतिथि है पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार, शेर-ए-अहीरवाल, यदुकुल गौरव राजा राव बिरेन्द्र सिंह जी की पुण्यतिथि पर शत् शत् नमन।
राजा राव बीरेंद्र सिंह जी का जन्म 20 फरवरी 1921 में आफारिया गोत्र से तालुक रखने 1857 क्रांति के अमर शहीद राव रामलाल जी की पीढ़ी में राव भाल सिंह जी के पुत्र के रूप में नांगल पठानी के हवेली में हुआ । बालकाल में राव बिरेंद्र सिंह जी को रामपुरा के जैलदार राव राजा बलबीर सिंह जी ने गोद ले लिया । राव राजा बिरेंद्र सिंह जी के परवरिश राव बलबीर सिंह जी के बेटी राजकुमारी सुमित्रा देवी "बाई जी" के देख रेख में हुई । उस जमाने में राव बिरेंद्र सिंह जैसा पढ़ा लिखा इंसान उन इलाकों में नही था । युवा अवस्था में ही उन्होंने भारतीय यादव महासभा की पूर्ण स्थापना कर देश के कोने कोने में अहीर रेजिमेंट का मुद्दा और राजा राव तुलाराम का इतिहास पहुंचाने का महान कार्य किया साथ ही उन्होंने यादवों को जागरूक करने में अतुलनीय योगदान भी दिया इसके साथ ही । विशाल हरियाणा पार्टी के जरिए उन्होंने प्रधान मंत्री इंद्रागांधी को चुनौती देते हुए अपनी बहुमत की सरकार हरियाणा में बनाई और
आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी के आग्रह पर राव ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय किया। वर्ष 1980 में केंद्र में कांग्रेस सरकार बनने पर इंदिरा गांधी ने राव को कृषि, ¨सचाई, ग्रामीण विकास, खाद्य एवं आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण विभागों का जिम्मा सौंपा। 1996 के बाद से उन्होंने सक्रिय राजनीति छोड़ दी थी।
अपने पूर्वज रेवाड़ी रियासत के बचे खुचे धरोहरों का नवीनीकरण कराने का कार्य राव साहब ने करवाया था । राव साहब का विवाह धूम धाम से उत्तर प्रदेश के उरावर स्टेट की अहीर राजकुमारी से हुआ था। साथ ही राव साहब के पास कई शाही नस्ल के कुत्ते और घोड़े भी थे जिनके देख रेख के लिए भी अलग से नौकर चाकर होते थे
आजाद भारत में राजा साहब जी ने सबसे पहले रेजिमेंट के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया और लगातार कई घण्टे भाषण दिया और अहीर रेजिमेंट यज्ञ की ज्वाला को दोबारा जलाया और रेजिमेंट यज्ञ शुरु किया।
तो आइए हम सब प्रण लेते हैं राव साहब का अधूरा सपना अहीर रेजिमेंट बनवाने और अहीर इतिहास को घर घर पहुंचने का कार्य हम सभी करेंगे ।
जय श्री कृष्ण जय अहीरवाल