12/08/2025
जब आप स्कूल में पढ़ते थे तब कौनसी कंपनी की पेंसिल मिलती थी?
पेंसिल का आविष्कार 16वीं शताब्दी में इंग्लैंड में हुआ, जब ग्रेफाइट की खोज हुई और उसे लकड़ी में डालकर लिखने के लिए इस्तेमाल किया गया।
शुरुआती पेंसिल लकड़ी में नहीं, बल्कि धागे या चमड़े में लपेटी जाती थीं।
धीरे-धीरे लकड़ी के खोल में ग्रेफाइट डालकर पेंसिल बनाना आम हो गया।
ब्रिटिश शासन के समय 19वीं शताब्दी में पेंसिल भारत में आई।
शुरू में पेंसिल विदेशों से आयात होती थी, खासकर इंग्लैंड और जर्मनी से।
20वीं शताब्दी के शुरू में भारत में पेंसिल निर्माण शुरू हुआ, लेकिन उत्पादन बहुत कम था.
1950–60 के दशक में भारत में कई पेंसिल फैक्ट्रियाँ खुलीं.
4.भारतीय पेंसिल ब्रांड
Nataraj (Hindustan Pencils Pvt. Ltd.) – 1958 में शुरू, आज विश्व के बड़े पेंसिल ब्रांड्स में से एक।
Apsara – हिंदुस्तान पेंसिल्स का ही दूसरा ब्रांड, शिक्षा और कला दोनों में लोकप्रिय।
अन्य ब्रांड – DOMS, Camlin, Linc आदि। बचपन की यादें