
14/07/2025
कल नागपुर (महाराष्ट्र) के प्रतिष्ठित इंडस्ट्रियलिस्ट के बंगले का वास्तु निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि उनका घर ग्यारह वर्ष पूर्व वास्तु के अनुसार बनवाया था, परन्तु विगत चार वर्षों से मानसिक तनाव, अशांति एवं खर्चे बढ़ गये और इन्कम भी कम हो गई। पुत्र एवं पुत्रवधू में लड़ाई झगड़े इतने अधिक हो रहे हैं कि बात तलाक तक पहुंच गई। बंगले मे प्रवेश करते ही उनकी समस्या का कारण समझ में आ गया। पांच वर्ष पूर्व उनके पुत्र के विवाह से पहले उन्होंने बंगले की ईशान दिशा में ऊपर पुत्र के लिए कमरे का निर्माण करवा दिया था। किसी भी घर में ईशान दिशा हल्की एवं पवित्र होना चाहिए, यहां वास्तुदोष होने पर मानसिक परेशानी एवं पुत्र से संबंधित परेशानियां आती हैं। ईशान का कमरा नवविवाहित जोड़े के लिए वर्जित होता हैं। बंगला मालिक ने बताया कि वास्तु की जानकारी होने के बाद भी कभी उनका ध्यान इस पर नहीं गया। इस वास्तुदोष के निवारण हेतु उन्हें उपाय बताए गए। वास्तु अनुसार बने घर में भी अतिरिक्त निर्माण करवाते समय किसी अनुभवी वास्तु सलाहकार से सलाह अवश्य ले लेना चाहिए।