12/09/2024
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला एक प्रमुख व्यक्तित्व थे जिन्होंने राजस्थान के गुर्जर समाज के लिए काफी कार्य किया। उनका जन्म 12 सितंबर 1939 को राजस्थान के करौली जिले के मुंडिया गांव में हुआ था। बैंसला ने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दीं और बाद में सेना से सेवानिवृत्त होकर सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।
सामाजिक आंदोलन: उन्हें गुर्जर समाज के लिए आरक्षण की मांग के प्रमुख आंदोलनकारी के रूप में जाना जाता है। उनके नेतृत्व में कई आंदोलन हुए जिनमें रेल रोको आंदोलन भी शामिल है, जिससे गुर्जर समाज को आरक्षण मिलने में मदद मिली।
शिक्षा और स्वास्थ्य: बैंसला ने शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष जोर दिया, विशेषकर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने पर। उनका मानना था कि शिक्षा और स्वास्थ्य समाज की बुनियादी जरूरतें हैं।
समाज सुधार: उन्होंने बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाई, समाज में सुधार लाने के लिए कई पहल कीं।
व्यक्तित्व और प्रभाव: उन्हें 'गुर्जर गांधी' और 'पटरी वाले बाबा' के नाम से भी जाना जाता था। उनकी मृत्यु 31 मार्च 2022 को हुई, जिसके बाद उन्हें उनके योगदान के लिए व्यापक स्तर पर याद किया गया।
सम्मान और विरासत: उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद करते हैं। उनके प्रयासों के कारण, गुर्जर समाज में शिक्षा और सामाजिक सुधार की चेतना जागृत हुई।
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की विरासत उनके समाज सुधार और समाज के पिछड़ेपन को दूर करने के प्रयासों में निहित है, जो आज भी उनके अनुयायियों और समाज के लोगों के बीच प्रेरणा का स्रोत है।
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कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला
न भूतो न भविष्यति.
प्रणाम पटरी वाले बाबा प्रणाम
लाल पगड़ी वाले बाबा प्रणाम
वंचितों के मसीहा प्रणाम
योद्धा क्रान्तिकारी प्रणाम
महान समाज सुधारक प्रणाम
महानायक प्रणाम
युगपुरुष प्रणाम कर्नल बैंसला