30/09/2025
झारखंड के सारंडा जंगल को लेकर जदयू विधायक सरयू राय ने आज रांची में आयोजित प्रेस वार्ता में झारखंड की हेमंत सरकार पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना का आरोप लगाया।
सरयू राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद हेमंत सरकार सारंडा क्षेत्र में वाइल्डलाइफ सेंचुरी (वन्यजीव अभयारण्य) बनाने को लेकर गंभीर नहीं है। वन विभाग ने तीन साल की मेहनत से एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार का खनन नहीं किया जाएगा।इसके बावजूद राज्य सरकार ने मंत्री परिषद की एक टीम वहां भेजी है, जो सारंडा में वाइल्डलाइफ सेंचुरी बनाने की प्रक्रिया में अड़चन डालने का कार्य कर सकती है।
प्रेस वार्ता में सरयू राय ने टाटा स्टील की सराहना करते हुए कहा कि टाटा स्टील, एक निजी संस्था होते हुए भी, नियमों का पालन करते हुए लौह अयस्क का खनन करती है। इसके विपरीत, सेल (SAIL) किसी भी नियम का पालन न करते हुए पर्यावरण की अनदेखी कर लोगों के जीवन को संकट में डाल रही है।
सरयू राय ने आगे कहा कि सरकार विकास के नाम पर सारंडा को बर्बाद करने की कोशिश कर रही है। सारंडा एशिया का सबसे महत्वपूर्ण साल (शोरिया रोबस्टा) वन है। यहां की कारो और कोएना नदियां तथा छोटे-छोटे नाले पहले ही समाप्ति की कगार पर हैं, साथ ही खेती को भी भारी नुकसान हो रहा है।
उन्होंने राज्य सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करने की सलाह दी।