22/08/2025
समाज की इच्छा, संघर्ष का सम्मान – आशुतोष कुमार का नया संकल्प
समाज ने चाहा होता तो आज RJJP न केवल खड़ी होती, बल्कि सदन में समाज की आवाज़ बुलंद कर रही होती। दो बार प्रयास हुआ, संघर्ष हुआ, पसीना बहा, लेकिन हर बार समाज ने अपनी पार्टी खड़ी करने से अधिक इस बात को महत्व दिया कि RJD को कैसे रोका जाए और भाजपा को कैसे मज़बूत किया जाए।
इसी इच्छा का सम्मान करते हुए आशुतोष कुमार ने वह रास्ता चुना, जिस पर समाज का विश्वास है। यह कोई साधारण कदम नहीं, बल्कि उस व्यक्ति का निर्णय है जिसने अपने जीवन का सबसे सुनहरा दौर—अपनी जवानी—समाज के अधिकार और सम्मान की लड़ाई में कुर्बान कर दिया। घर-परिवार की खुशियाँ छोड़कर, उन्होंने समाज के संघर्ष को ही अपना संघर्ष बनाया।
12–13 वर्षों तक हजारों गांवों की खाक छानकर, आंदोलन की लाठियां खाकर, कानूनी लड़ाइयाँ झेलकर और #बिहार_से_तिहाड़ की यात्रा कर चुके आशुतोष जी ने कल भाजपा की सदस्यता ली। समर्थकों का जोश देखने लायक था। कुछ ने सवाल भी उठाए, यह उनका हक है। लेकिन कुछ ओछी मानसिकता वाले लोग भी दिखे, जिनके लिए बस यही कहना है—बोलने पर टैक्स नहीं लगता, सो बोलते रहिए।
हकीकत यही है: प्रदेश के सभी दल कभी न कभी राजद के साथ रहे हैं, भाजपा ही एक ऐसा विकल्प है जिसमें समाज की उम्मीदें बसी हैं। आज भी समाज के असली स्वाभिमान की रक्षा उसी रास्ते से संभव है।
आशुतोष कुमार भाजपा में रहकर भी उसी संघर्ष को आगे बढ़ाएँगे, जिसके लिए उन्होंने अपनी जवानी तक कुर्बान कर दी। भरोसा रखिए—स्वाभिमान से समझौता न पहले हुआ है, न आगे होगा।
आशुतोष कुमार
ुतोष #बिहार_की_आवाज