03/02/2025
"इंस्पेक्टर से चायवाला: निलंबन की चुस्की!"
झांसी के इलाईट चौराहे पर चाय की दुकान... और पीछे खड़ा शख्स कोई आम दुकानदार नहीं, निलंबित क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर मोहित यादव हैं !
वर्दी गई, वेतन गया, लेकिन जज़्बा नहीं हारा। बोले— 'न्याय नहीं मिला, तो रोजगार खुद बना लिया!'
आरोप? उत्पीड़न, मोबाइल टैपिंग, और साजिश! वर्दीवालों ने मुकदमा लिखा, मुझे ही अपराधी बना दिया!
अब चाय बेच रहे हैं, लेकिन अंदाज वही पुलिसिया— तेज़ निगाहें, बुलंद आवाज़, और एक चेतावनी— ‘लड़ाई अभी बाकी है!’