Ghazal Show With Raj Kumar Anjum

Ghazal Show With Raj Kumar Anjum ★ Ghazal is a popular form of Urdu poetry & Geet is the beauty of Hindi Kavita.

Both of the popular format of most Hindi Film Songs.Join us & know all about the Ghazal & Geet :-

• कहाँ वो लुत्फ़ जो सारे जहान से सुनिए
• ग़ज़ल हो, गीत हो, मेरी ज़बान से सुनिये

22/01/2025
22/01/2025

प्रख्यात कवि एवं फ़िल्मी गीतकार : गोपाल दास 'नीरज'
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कारवाँ गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे

स्वप्न झड़े फूल से
मीत चुभे शूल से

लुट गए सिंगार सभी बाग़ के बबूल से
और हम खड़े खड़े बहार देखते रहे

कारवाँ गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे
नींद भी खुली न थी कि हाए धूप ढल गई

पाँव जब तलक उठे कि ज़िंदगी फिसल गई
पात पात झड़ गए कि शाख़ शाख़ जल गई

चाह तो निकल सकी, न पर उमर निकल गई
गीत अश्क बन गए

छंद हो दफ़्न गए
साथ के सभी दिए धुआँ धुआँ पहन गए

और हम झुके झुके
मोड़ पर रुके रुके

उम्र के चढ़ाव का उतार देखते रहे
कारवाँ गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे

क्या शबाब था कि फूल फूल प्यार कर उठा
क्या सरूप था कि देख आइना सिहर उठा

इस तरफ़ ज़मीन उठी तो आसमान उधर उठा
थाम कर जिगर उठा कि जो मिला नज़र उठा

इस तरफ़ ज़मीन उठी तो आसमान उधर उठा
थाम कर जिगर उठा कि जो मिला नज़र उठा

एक दिन मगर यहाँ
ऐसी कुछ हवा चली

लुट गई कली कली कि घुट गई गली गली
और हम लुटे लुटे

वक़्त से पिटे पिटे
साँस की शराब का ख़ुमार देखते रहे

कारवाँ गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे
हाथ थे मिले कि ज़ुल्फ़ चाँद की सँवार दूँ

होंठ थे खुले कि हर बहार को पुकार दूँ
दर्द था दिया गया कि हर दुखी को प्यार दूँ

और साँस यूँ कि स्वर्ग भूमी पर उतार दूँ
हो सका न कुछ मगर

शाम बन गई सहर
वो उठी लहर कि दह गए क़िलए' बिखर बिखर

और हम डरे डरे
नीर नैन में भरे

ओढ़ कर कफ़न पड़े मज़ार देखते रहे
कारवाँ गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे

माँग भर चली कि एक जब नई नई किरन
ढोलकें धमक उठीं ठुमक उठे चरन चरन

शोर मच गया कि लो चली दुल्हन चली दुल्हन
गाँव सब उमड पड़ा बहक उठे नयन नयन

पर तभी ज़हर भरी
गाज एक वो गिरी

पुँछ गया सिंदूर तार तार हुई चुनरी
और हम अंजान से

दूर के मकान से
पालकी लिए हुए कहार देखते रहे

कारवाँ गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे

(बाद में हिन्दी काव्य मंचों का यह लोकप्रिय गीत फ़िल्म- 'नई उम्र की नई फ़स्ल' में शामिल किया गया।)

इसी तरह के और दुर्लभ वीडियो देखने के लिए इस Link पर क्लिक करें :>

https://youtube.com/-anjum?si=OixOrTU_OJDuPlfk

27/12/2024

Mr. DHARMENDRA 'SARANSH' is a eminent poet & songwriter. He knows the beautiful topics and words composition to create a perfect song. Especially when his fans love the song on great All India Kavi Sammelan Platforms and that is a great success for him. Here he is presenting one of his latest, popular and very beautiful song for his Facebook lovers.

You may also listen the same song on our very popular youtube channel :- Ghazal Show With Raj Kumar Anjum. The link is here :-

https://youtu.be/_1g1RF-qCdc?si=Qmr5MvO_zxRm2G-2

'मेरी पसन्द' के अन्तर्गत इस पृष्ठ पर मैं उन शायरों की ग़ज़लें पोस्ट करूँगा, जो मुझे अच्छी लगती हैं। इस बार पेश है :- अंजुम...
07/12/2024

'मेरी पसन्द' के अन्तर्गत इस पृष्ठ पर मैं उन शायरों की ग़ज़लें पोस्ट करूँगा, जो मुझे अच्छी लगती हैं। इस बार पेश है :- अंजुमन तामीर-ए-अदब इंटरनेशनल के चेयरमैन जनाब Iqbal Hasan Sehba की ग़ज़ल :-
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मुझे इश्क़ ने जब भी तन्हा किया है
तो मैंने ग़ज़ल को सहारा किया है

ज़ुरूरत पै तुझको ही सजदा किया है
किसी और से कब तक़ाज़ा किया है

ये उसने जो तर्क-ए-तमन्ना किया है
मिरे साथ ख़ुद को अधूरा किया है

थी तूफ़ाँ में कश्ती, तो तुझ को सदा दी
कहाँ नाख़ुदा पर भरोसा किया है

मसीहा-ए-दुनिया से जाकर ये पूछो
दिल-ए-ग़मज़दा का मुदावा किया है?

ये दुनिया तो दुनिया, मुहब्बत में तेरी
ख़ुदा से भी मैंने तो झगड़ा किया है

सहे उम्र भर तेरे ग़म चुपके-चुपके
किसी से कहाँ कोई शिकवा किया है

मुहब्बत में जिस पर भरोसा था 'सहबा'
उसी ने मुहब्बत को रुस्वा किया है
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Address

Jhansi

Telephone

+917905375874

Website

https://youtube.com/@rajkumar-anjum?si=8XG-lL44kwddWmxX

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