08/09/2025
समावेशी शिक्षा धनबाद Dhanbad JEPC Jharkhand
चिकित्सा पुनर्वास में वरदान साबित हो रहा है फिजियोथेरेपी
फिजियोथेरेपी चिकित्सा को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है लक्ष्य
झरिया: समावेशी शिक्षा के तत्वावधान में विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर झरिया रिसोर्स सेंटर में में फिजियोथेरेपी चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया । सेरेब्रल पाल्सी के बच्चों को फिजियोथेरेपी किया गया साथ ही उनके अभिभावको का भी कमर दर्द, घुटने का दर्द,फ्रोजन शोल्डर से ग्रसित मरीजों की जांच कर फिजियोथेरेपी चिकित्सा प्रदान किया गया एवं लोगों को फिजियोथेरेपी के टिप्स बताए गए । कुछ बच्चों को रोलेटर जैसी सहायक सामग्री प्रदान किया गया ।
फिजियोथेरेपिस्ट डॉ मनोज सिंह ने कहा कि फिजियोथेरेपी एक चिकित्सीय पद्धति है, जिसमें भौतिक साधनों, विभिन्न व्यायाम व थेरेपी का उपयोग कर असाध्य बीमारियों का निदान किया जाता है । झरिया रिसोर्स सेंटर में दिव्यांग बच्चों के लिए नियमित फिजियोथेरेपी चिकित्सा सेवा प्रदान की जा रही है ।आज चिकित्सा जगत में दवाईयों के साइड इफेक्ट से बचने के लिए फिजियोथेरेपी का सहारा ले रहे हैं। हड्डी एवं नस से संबंधित बीमारियों एवं सभी तरह के सर्जरी के बाद फिजियोथेरेपी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । डॉ मनोज ने कहा कि दिव्यांगजनो के चिकित्सा पुनर्वास में फिजियोथेरेपी वरदान साबित हो रहा है । उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपी की सुविधा को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना हमारा लक्ष्य है ।
स्पेशल एजुकेटर अखलाक अहमद ने कहा कि फिजियोथेरेपी के महत्त्व को लोगों ने जाना है। झरिया रिसोर्स सेंटर के जो बच्चे खाट पर पड़े थे वो फिजियोथेरेपी से ठीक हो कर आज अपने पैरों पर चल कर विद्यालय जा रहे हैं । दिव्यांग बच्चे भी बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हो रहे हैं । मो अखलाक ने अभिभावकों से कहा कि नियमित फिजियोथेरेपी से दिव्यांग बच्चों में अच्छा सुधार होता है । अतः घर में भी अपने दिव्यांग बच्चों को एक्सरसाइज कर उनकी तकलीफों को कम कर सकते हैं । फिजियोथेरेपी कैंप में बीपीओ सुनील सिंह, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ मनोज सिंह, स्पेशल एजुकेटर अखलाक अहमद, रानी कुमारी, पम्मी कुमारी, सुश्री, तन्नू कुमारी, रोशन कुमार, शिव प्रसाद, मिल्की कुमारी, पवन कुमार सहित दर्जनों बच्चों ने भाग लिया ।