02/10/2025
Great work भाई क्र्यू
विलक्षण विद्वान, पशु बलि विरोधी, कुमार तंत्र रचयिता, संगीत सम्राट, दशानन, लंकाधिपति, दैत्यराज महात्मा रावण जी के बलिदान दिवस पर उन्हें शत् शत् नमन।
खलनायक नहीं एक ऐसा प्रतिनायक जिसके बारे में आप जितना खोजना शुरू करेंगे जानना चाहेंगे आपकी रुचि उतनी ही उसमें बढ़ती चली जाएगी । उनकी विलक्षणता के कुछ उदाहरण पर हम नज़र डालें तो।
= एक ऐसा भाई जो बहन के अपमान का बदला लेने के लिए एक पूरी संस्कृति के खिलाफ खड़ा ही नहीं हुआ बल्कि संपूर्ण वंश न्यौछावर करता है।
= एक ऐसा राजा जो कभी युद्ध नियम के विरुद्ध नहीं किया। सूर्य अस्त होते ही दुश्मनों के घायल सैनिकों की दवा, भोजन, विश्राम व अंतिम संस्कार तक का बंदोबस्त किया। जब मेघनाद द्वारा लक्ष्मण मूर्छित हुआ तो स्वयं लंकेश अपने राज दरबार के आयुर्वेदाचार्य सुषेण को इलाज के लिए उनके पास भेजा था
= एक परम मित्र जो अपने मित्र आदियोद्धा राजा बाली के कत्ल उपरांत उसके पुत्र अंगद को ,अपने पिता के कातिल के साथ देखता है तो उसे अपने राज दरबार में बुलाकर समझाने का प्रयत्न करते हैं। लेकिन वह एक नहीं सुनता इसी को अंगद का पैर ना हिला पाना यानि अंगद के हट को ना तोड़ पाना कहते हैं।
= स्त्री व शिशु रोगों पर एक पूरी किताब जिसे "कुमार तंत्र" कहते हैं, वह महात्मा लंकापति रावण की ही देन है । जिसका प्रयोग आज भी आयुर्वैदिक उपचार के लिए होता है।
ऐसी और अनेकों खूबियां है जो महात्मा लंकापति रावण को विलक्षण बनाती हैं। उनके बारे में आप खुद जानों तो आपकी भी रुचि बढ़ती जाएगी।
ऐसे रावण का पुतला जलाते हो क्यों जिसने सीता का दामन छुआ तक नहीं हो सके तो जलाओ ऐसे जालिम को तुम जिसके हाथों से बचपन बचा तक नहीं।🙏🏻♈🩵