
29/04/2025
श्री हनुमान चालीसा I Shree Hanuman Chalisa
श्री हनुमान चालीसा ॥ - दोहा
श्री हनुमान चालीसा ॥ दोहा. श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनऊँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवनकुमार । बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार ॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
हनुमान चालीसा एक प्रसिद्ध धार्मिक गीत है जो हनुमान जी की महिमा का वर्णन करता है। यह चालीसा गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखी गई है और इसे हिंदी में लिखा गया है।
हनुमान चालीसा के कुछ मुख्य अंश:
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर:
हनुमान जी ज्ञान और गुणों के सागर हैं।
रामदूत अतुलित बल धामा:
हनुमान जी राम के दूत हैं और उनका बल अतुलित है।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा:
हनुमान जी अंजनी के पुत्र और पवनसुत के नाम से जाने जाते हैं।
महावीर विक्रम बजरंगी:
हनुमान जी महावीर, विक्रम और बजरंगी हैं।
कुमति निवार सुमति के संगी:
हनुमान जी कुमति को दूर करते हैं और सुमति के साथ रहते हैं।
कंचन बरन बिराज सुबेसा:
हनुमान जी का रंग काँचन के समान है और वे सुबेसा के रूप में विराजमान हैं।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै:
हनुमान जी के हाथ में वज्र और ध्वजा है।
कांधे मूंज जनेऊ साजै:
हनुमान जी के कांधे पर मूंज और जनेऊ है।
तेज प्रताप महा जग बन्दन:
हनुमान जी का तेज और प्रताप जग में प्रसिद्ध है।
विद्यावान गुणी अति चातुर:
हनुमान जी विद्यावान, गुणी और अति चातुर हैं।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया:
हनुमान जी प्रभु के चरित्र को सुनने में रस लेते हैं।
राम लखन सीता मन बसिया:
हनुमान जी राम, लक्ष्मण और सीता के मन में बसते हैं।
संकट तें हनुमान छुड़ावै:
हनुमान जी संकटों से छुड़ाते हैं।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै:
जो हनुमान जी का मन, कर्म और वचन से ध्यान करता है, हनुमान जी उसे बचाते हैं।
हनुमान चालीसा के लाभ:
संकट से मुक्ति:
हनुमान चालीसा का पाठ करने से संकटों से मुक्ति मिलती है।
रोग और पीड़ा से मुक्ति:
हनुमान चालीसा का पाठ करने से रोग और पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
भक्ति और श्रद्धा:
हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी के प्रति भक्ति और श्रद्धा बढ़ती है।
सुख और शांति:
हनुमान चालीसा का पाठ करने से सुख और शांति मिलती है। Bageshwar_Sarkar_