
16/07/2025
रोहतक में भाई धर्मेंद्र कंवारी जी से मुलाकात का अवसर मिला!!
वर्तमान हालात में भी एक पत्रकार को इतना सहज, अनुशासित व सहृदय देखकर विस्मित हूँ।
एक लंबी वार्ता के दौरान भी उनको कभी विचलित व असहज नहीं पाया। एक बहुत ही ऊर्जावान,संतुष्ट व हंसोड़ प्रवृति के इंसान से मिलकर बहुत अच्छा लगा।
जीवन व आसपास की चीजों के प्रति उनका रवैया व निर्णय लेने की क्षमता ने मुझे बहुत प्रभावित किया।
उनके जिंदगी व कार्य के प्रति नजरिए को देखकर लगा कि खुद के लिए जीना भी आज की स्ट्रेसफुल दिनचर्या के लिए बहुत लाजमी है।
उनके पुस्तकीय खजाने को देखकर भी बहुत प्रसन्नता हुई कि आज भी मूल पुस्तक ओर लेख पढ़ने वाले लोग मौजूद हैं।
धर्मेंद्र जी ने अनेक व्यक्तिगत, सामाजिक व राजनीतिक अनुभव साझा किए। उनका चीजों के प्रति बेहद साकारात्मक रुख बहुत प्रभावित करने वाला था।
अपनी जिंदगी के बहुत बड़े निर्णय भी उन्होंने बहुत सहज व बड़े खुले मन से लिए - "ना वर्तमान पर इतराहाट - ना भूत पर पछतावा - ना भविष्य की ज्यादा चिंता"!
बस अपना कार्य अपने मन की आत्मिक शांति के अनुसार करते जाना।।
किसी भी मुद्दे पर उनकी कीन ऑब्जर्वेशन ये दर्शाती है कि वो किसी बात के अंतिम बिंदु पर जाने से पहले बहुत सटीक विश्लेषण व अध्ययन करते हैं।।
निसंदेह एक बेहतर इंसान से मिलकर बहुत कुछ सीखा जा सकता है।
आपके अपनेपन, स्नेह व मेहमान नवाजी के लिए आभार धर्मेंद्र जी।।