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Vishwaprem Newspaper- विश्वप्रेम समाचार पत्र Political & Crime News

12/10/2025

पुलिस का रूख बना विवाद की वजह? युवक ने कहा – "बस करो, अब बर्दाश्त नहीं!"
📍 स्थान: चौक, लखनऊ | हुसैनाबाद इंटर कॉलेज के बाहर

वीडियो में दिख रहा है कि एक दरोगा और युवक के बीच तीखी बहस हो गई। बताया जा रहा है कि बहस की शुरुआत दरोगा की कथित अभद्र भाषा से हुई। युवक ने विरोध जताया और कहा –
👉 “इंसान को इंसान समझिए, हम भी इज़्ज़त चाहते हैं।”

सवाल वही पुराना है:
⚖️ क्या पुलिस का व्यवहार अब भी रौब और डर पर टिका है?
🗣️ क्या आम नागरिक को अपनी बात कहने का हक नहीं?

👁️ पूरा वीडियो देखें और अपनी राय बताएं —
इज़्ज़त एकतरफा नहीं हो सकती। वर्दी इज़्ज़त की हकदार है, मगर सामने वाला भी इंसान है।

✍️ आप क्या सोचते हैं? कमेंट करें।

12/10/2025

आपके हिसाब से क्या ऐसे मामलों में सख़्त सज़ा होनी चाहिए? या समझाना काफी है?
👇 कमेंट में अपनी राय ज़रूर बताएं।

12/10/2025

"ड्यूटी नहीं मिली, तो प्लेटफॉर्म बना प्यार का मंदिर!"

लोको पायलट पति को नहीं मिली छुट्टी, तो पत्नी ने रेलवे स्टेशन पर ही मनाया करवा चौथ।
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पत्नी ने प्लेटफॉर्म पर खड़े होकर चांद देखा और व्रत खोला — क्योंकि उसके पति को ड्यूटी से छुट्टी नहीं मिली थी।

👩‍❤️‍👨 जहां प्यार होता है, वहीं त्यौहार बन जाता है।
चूड़ी, सिंदूर और करवाचौथ की थाली लिए जब वो प्लेटफॉर्म पर पहुँचीं — लोग हैरान रह गए, लेकिन भावुक भी हुए।

📸 यह तस्वीरें और वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हैं, और लोग इस जोड़ी के समर्पण को सलाम कर रहे हैं।

❣️ प्यार का असली मतलब यही होता है — साथ निभाना, हर हाल में।

12/10/2025

चुनाव में फिर BJP के बड़े-बड़े वादे – लेकिन सवाल अब भी वही हैं!

👇 आप क्या सोचते हैं?
क्या इस बार भी वादों के दम पर वोट मिलेंगे या जवाबदेही तय होगी?





12/10/2025

UP के बागपत में महिला और दो बेटियाँ नहीं रहीं, मामले ने लिया गंभीर मोड़?

12/10/2025

"बस इतना कहा – ‘ये मोदी जी का स्पेस रोड है?
viral video

12/10/2025

सिख श्रद्धालुओं की पाकिस्तान यात्रा को मिली मंज़ूरी — सुरक्षा और श्रद्धा दोनों का सम्मान!

भारत सरकार ने एक बार फिर दिखा दिया है कि एक जिम्मेदार लोकतंत्र कैसे अपने नागरिकों की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता दोनों का सम्मान करता है।

🔹 कुछ समय पहले, सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान यात्रा पर अस्थायी रोक लगाई गई थी।
🔹 अब जब हालात बेहतर हैं, सरकार ने सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान स्थित पवित्र गुरुद्वारों की यात्रा की अनुमति दे दी है।

यह सिर्फ एक निर्णय नहीं है — यह एक संदेश है:

"भारत वो देश है जहाँ आस्था का सम्मान भी होता है और सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जाती है।"

🙏 यह कदम सिख समुदाय की धार्मिक आस्था के प्रति संवेदनशीलता दर्शाता है, और साथ ही एक जिम्मेदार प्रशासन का परिचय भी देता है।

🔐 सुरक्षा पहले — आस्था का सम्मान साथ में।
यही है लोकतंत्र की असली खूबसूरती।

📢 कृपया इस पोस्ट को शेयर करें, ताकि ज़िम्मेदार फैसलों की सही जानकारी हर किसी तक पहुँचे।

11/10/2025

आपकी सोच से तेज़... ये गाड़ी खुद-ब-खुद पार्किंग में लग गई? यकीन न हो तो वीडियो देखिए!"

11/10/2025

84 सांसद, 614 विधायक देंगे समूहिक इस्तीफा? "698 दलित जनप्रतिनिधि… फिर भी समाज में सुरक्षा क्यों नहीं?
देश में अनुसूचित जातियों के लिए 84 सांसद और 614 विधायक हैं।
फिर भी दलित समुदाय को कई स्थानों पर सुरक्षा और सम्मान की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
हम यह सवाल उठाते हैं:
क्या प्रतिनिधि समाज की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित कर पा रहे हैं?
हमें कैसे मिल सकती है ऐसी प्रणाली जो हर नागरिक के लिए समान और सुरक्षित हो?
आइए, इस विषय पर शांति और संवेदनशीलता के साथ चर्चा करें।

11/10/2025

छात्र प्रदर्शन के दौरान क्या हुआ? वीडियो में क्या दिखता है, आप तय कीजिए।"
ये घटनाक्रम अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
आप क्या सोचते हैं — क्या देश में विरोध की आज़ादी बची है?

11/10/2025

वीडियो में पुलिस द्वारा एक व्यक्ति के साथ अत्यधिक दुर्व्यवहार दिखाया गया है।

हम यह पोस्ट किसी को भड़काने या हिंसा को बढ़ावा देने के लिए नहीं कर रहे, बल्कि इस घटना को समाज के सामने लाने और जवाबदेही तय करने के लिए कर रहे हैं।

🔒 हम पीड़ित की पहचान नहीं दिखा रहे हैं। वीडियो को एडिट किया गया है ताकि किसी की निजता भंग न हो।

❗ प्रश्न यह है:
अगर इसी तरह किसी की ज़िंदगी पर हमला हो जाए — तो ज़िम्मेदारी कौन लेगा?

🙋‍♂️🙋‍♀️ आपकी राय जरूरी है — क्या यह कार्रवाई जायज़ है या बर्बरता?
कृपया शांति बनाए रखें और मर्यादित भाषा में ही अपनी राय दें।


sourses abhilashasinghal452

10/10/2025

महिलाएं आख़िर इतनी मजबूर क्यों हुईं?
क्या न्याय की आवाज़ अब इस तरह ही उठेगी?
प्रशासन क्या कर रहा था?
soures:x
🗣️ आप क्या सोचते हैं?
क्या महिलाओं का ऐसा ग़ुस्सा जायज़ था?
👇 कमेंट करें और अपनी राय दें।

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