22/10/2025
कुछ नेताओं के लिए यह पोस्ट बहुत उपयोगी है उन्हें पढ़कर अमल करना चाहिए
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित विजयादशमी उत्सव व पथ संचलन 2024 में शहीद स्व. खेताराम जी मूंढण की वीरांगना मीरा देवी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवक एकत्र हुए और समाज में सेवा, संस्कार व एकता के संदेश के साथ नगर में अनुशासित पथ संचलन निकाला गया था ।
इस बीच कुछ तथाकथित नवोदित राजनीतिक चेहरे संघ को लक्ष्य बनाकर अनावश्यक बयानबाज़ी करने लगे हैं। यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ न तो कभी सम्मान का दिखावा करता है और न ही किसी व्यक्ति विशेष का पूजन करता है।
संघ की परंपरा 1925 से आज तक केवल और केवल भारत माता, भारत के राष्ट्रध्वज व मान बिन्दुओं की,महापुरुषों के साथ साथ परम पवित्र भगवा ध्वज के माल्यार्पण की रही है, जो आदर्श, त्याग और राष्ट्रनिष्ठा का प्रतीक है।
राजनीति में उभरने की कोशिश में लगे कुछ लोगों को यह समझना चाहिए कि संघ का उद्देश्य समाज को जोड़ना है, न कि राजनीतिक लाभ कमाना। अतः यदि वे वास्तव में जनता का विश्वास जीतना चाहते हैं तो उन्हें जनता की समस्याओं, विकास, और सेवा कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि ऐसे तुच्छ मुद्दों पर जो समाज में भ्रम और विभाजन फैलाते हैं।
संघ का प्रत्येक कार्यक्रम समाज के सभी वर्गों को जोड़ने और राष्ट्र निर्माण की भावना को सशक्त करने का कार्य करता है — यही संघ की पहचान और शक्ति है। इसलिए राजनीति में अपना भविष्य बनाने की कोशिश में लगे नेताओं को मुद्दों की राजनीति पर ध्यान देना चाहिए न कि समाज को तोड़ने की .. संभवत उण्डू में चौराहा पर एक नेताजी ने RSS के लिए कहा वह शहीदों का सम्मान नहीं करते है तो उन नेताजी के ज्ञान के लिए इतना ही काफी है ।