27/07/2025
Happy Teej my Life Partner
🙏🙏🌺🌺कहानी तीज माता की🌺🌺🙏🙏
बड़ी तीज की कहानी। एक साहूकार था,उसको सात बेटे थे,छ बहुओ के पीहर से तेज पर सत्तूमात्या ओर बेरोजगारी ओर मेवा आता था,मगर सातवी बहुके पीहर में कोई भी नहीं था इसलिए उसके पीहर से कुछ नहीं आता था। देवर सॉसानिया का मजाक उड़ाया गया।
एक बार बड़ी तीज आई,छ बहुओ के पीहर से सातू आया और लाडू साड़िया आई। साड़ी बहुओ ने उसका मजाक उड़ाया,सातवी बहु उदास होगी। वो मनमे इंटरव्यू लगी, अगर मेरे पीहरमे भी कोई होता तो मेरे लिए भी ये सब आता है। यह देख कर उसकी पत्नी बहुत दुखी हो गई। उन्होंने कहा, तुम चिंता मत करो, मैं तुम्हारे लिए ये सब लाऊंगा। वो बाजार गया, वहा एक साहूकार अपनी दुकान पर डूबा हुआ था। उसका पति धीरे से दुकान में छिप गया, रात होने पर वोह साहूकार सोगया, उसका पति धीरे से घटी ली और फुटकाने (सीके चबाने) पीसने लगा, उसने साहूकार की नींद खोली, वहा लोग साहूकार को बेचने लगे, आपकी दुकान में खो गया है, साहूकार ने दरवाजा खोला और एक आदमी को एक साहूकार देखा, चार लाडू और एक व्यवसाय लेकर जा रहा है। साहूकारने पूछा ये तुम क्या कर रहे हो? उसकी पत्नी ने कहा कि मैं चोर नहीं हूं, मेरी पत्नी का कोई पीहर नहीं है, मैं उसके लिए ये सब ले जा रहा हूं, मेरी भाभियां उनको तंग करती हैं। मेरी पत्नी बहुत दुखी है। तब साहूकारने बोला अब घर तुम जाओ आजसे पत्नी मेरी धरम बेटी है।
आजसे हम उसके माँ बाप हैं, हम सब सामान घर पहुँचा देंगे।
हे तीजमाता बोस अपना पीहर देना।
एक साहूकार था, उसको 7 बेटे थे, 6 बहुओं के पीहर से तीज पर सातु मिठाई और सारी और मेवा आता था, लेकिन 7वीं बहू के पीहर में कोई भी नहीं था इसली उसके पीहर से कुछ नहीं आता था। देवर जेठानिया माजक बनात थाई. एक बार बड़ी तीज आई, 6 बहुओं के पीहर से सातु आया और लाडू सारिया आई। सारी बहुओं ने उसका मजाक उड़ाया, सातवीं बहू उदास हो गई। वो मान मैंने सोचने लगी, अगर मेरे पीहर में भी कोई होता तो मेरे लिए भी ये सब आता। ये देख कर उसका पति बहुत दुखी हो गया। उसने कहा तुम चिंता मत करो, मैंने तुम्हारे लिए ये सब लूंगा। वो बाज़ार गया, वाहा एक साहूकार अपनी दुकान पर बैठा था। उसका पति डिहरी से दुकान मैंने छुप गया, रात होने पर वो साहूकार सो गया, उसके पति ने धीरे से घाटी ली और सिके हुए चने पिसाने लगा, वाह आवाज सुनकर साहूकार की नींद खुल गई, वाह लोग आकार साहूकार को कहने लगे, आपकी दुकान मैंने चोर है, साहूकार ने दरवाज़ा खोला और देखा एक आदमी एक सातु का पिंडा, 4 लाडू और एक साड़ी लेकर जा रहा है, साहूकार ने पूछा ये तुम क्या कर रहे हो? उसके पति ने कहा मैंने चोर नहीं हूं, मेरी पत्नी का कोई पीहर नहीं है, मैंने उसके लिए ये सब ले जा रहा हूं, मेरी भाभी उसको ताने देती है। मेरी पत्नी बहुत दुखी है. तब साहूकार ने बोला अब तुम घर जाओ, आज से तुम्हारी पत्नी मेरी धरम बेटी है। आज से हम उसके माँ बाप हैं, हम सब सामान तुम्हारे घर पहुँच देंगे। अगर किसी के घर से घर वापस नहीं आता है, तो वह घर मैंने भी सातु बना सकता है।
हे तीज माता सबको अपना पीहर देना।