
05/01/2025
असम कृषि विश्वविद्यालय में आंचलिक कृषि मेले का शुभारंभ
कृषि क्षेत्र के विकास से राज्य की आर्थिक सेहत होगी दुरुस्त : अतुल बोरा
जोरहाट 4 जनवरी - असम कृषि विश्वविद्यालय के सौजन्य व केंद्र सरकार के कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से आज से तीन दिवसीय आंचलिक कृषि मेले का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर कृषि मंत्री अतुल बोरा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कृषि क्षेत्र में अपार संभावना के साथ चुनौतियां भी है। सरकार किसानों के हितों के लिए काम कर रही है। कृषि क्षेत्र में धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है। अन्य क्षेत्र से जुड़े लोग भी इस क्षेत्र में आगे आ रहे है। उन्होंने कहा कि कृषि सामग्रियों का विदेशों में निर्यात बढ़ा है। कृषि के विकास के जरिए ही राज्य की आर्थिक दशा व दिशा में बदलाव आएगा। कृषि उत्पादों को उचित बाजार मुहैया कराने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। नई खोज व तकनीक का कृषि क्षेत्र को कैसे लाभ मिल सके, इस पर विशेष जोर दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉक्टर विद्युत चंदन डेका ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि कृषि क्षेत्र के समग्र विकास से ही किसान व खेती से जुड़े लोगों के जीवन स्तर में सुधार संभव है। पर्यापत उत्पादन के लिए सही बीज व प्रबंधन जरूरी है। भारतीय कृषि शोध परिषद के सरसों तथा रेपसिड शोध केंद्र के निदेशक डॉक्टर पीके राय ने कहा कि पूर्वोत्तर के कृषि क्षेत्र में आपार संभावना है। उन्होंने कहा कि आवंटित पूंजी का किसानों के लिए सही इस्तेमाल कर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय के प्रयासों की सरहाना की। काजीरंगा के सांसद कामाख्या प्रसाद तासा ने कहा कि खाद्यान्नों की कीमतों में गिरावट तभी आएगी जब उत्पादन पर्याप्त होगा।उत्पादन बढ़ाने के लिए खेती आवश्यक है। सरकार कृषि क्षेत्र को आधुनिक तकनीक से लैस करने पर जोर दे रही है। इस मौके पर प्रकाशित कई पुस्तकों का विमोचन किया गया। वहीं पांच किसानों का अभिनंदन किया गया। कृषि मंत्री अतुल बोरा ने मेले का उद्घाटन किया। इस मेले में पूर्वोत्तर के कई राज्यों के किसान व कृषि उद्यमियों ने भाग लिया है। मेले में कृषि प्रदर्शनी व प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है।