05/11/2025
शूल पाणि त्रिशूल धारी, औगादि बाघम्बरी, जय महेश त्रिलोचनाय, विश्वनाथ विशम्भरा ॥🌷
अर्थ - वह त्रिशूल धारण करते हैं और संसार की बुराई से रक्षा करते हैं। वे त्रिलोचन (तीन नेत्रों वाले), महेश (महान देवता) और विश्वनाथ हैं - ब्रह्मांड के स्वामी।🌺🙏🏻
ॐ उमामहेश्वराय नमः 🌻🌷🌼🌹☘️
ादेव 🌺🕉️🔱🙏🏻🚩
#शुभरात्रि
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