
12/09/2025
त्रिनेत्रधारीं शशिधरम्, शूलिनं शांतविग्रहम्।🌹
नमामि देवेशं हरं, नादब्रह्म स्वरूपिणम्॥🌻
अर्थ - मैं उस भगवान हर (महादेव) को नमस्कार करता हूँ, जो त्रिनेत्रधारी हैं, मस्तक पर चंद्रमा धारण करते हैं, हाथ में त्रिशूल रखते हैं और जिनका स्वरूप परम शांति से युक्त है। वे ही सम्पूर्ण सृष्टि में गूंजते नादब्रह्म के स्वरूप हैं।🌺🙏🏻
ॐ उमामहेश्वराय नमः 🌻🌷🌼🌹☘️
ादेव 🌺🕉️🔱🙏🏻🙇🏻♂️
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