03/11/2025
एक बार पैड पहन लिए, पर मौका कभी नहीं मिला।
सचिन और कांबली ने 664 रन बनाए, वह बस इंतज़ार करता रहा।
ज़िंदगी भी उसे यूँ ही इंतज़ार कराती रही।
सालों बाद उसने विश्व कप उठाया — खिलाड़ी के तौर पर नहीं,
बल्कि एक कोच बनकर।
कुछ कहानियाँ चयनकर्ता लिखते हैं,
और कुछ… खुद भगवान लिखते हैं।
इन पर एक फिल्म ज़रूर बनेंगी डोमेस्टिक क्रिकेट का हीरो
अमोल मजूमदार♥️