13/06/2025
📰 यूपी में मानसून की हलचल तेज़: पश्चिमी ज़िलों में बादलों ने दी दस्तक, 15 जून से बदलेगा मौसम का मिज़ाज! 🌩️🌧️
कानपुर | 13 जून 2025
उत्तर प्रदेश में गर्मी से जूझ रही जनता को अब राहत की ख़ुशख़बरी मिल सकती है। मानसून अब दरवाज़े पर है और इसके पहले ही प्रदेश में प्री-मानसूनी गतिविधियों ने दस्तक दे दी है। पश्चिमी ज़िलों में बादल गरजने लगे हैं और कई जगह बूंदाबांदी भी शुरू हो गई है। अगले 2-3 दिनों में यह सिलसिला पूरे प्रदेश में फैलने वाला है।
🌧️ कहां-कितनी बारिश हुई?
पिछली रात और आज सुबह हुई बारिश के आँकड़े साफ़ संकेत दे रहे हैं कि मानसून आने को तैयार है।
नजीबाबाद (बिजनौर) में सबसे ज़्यादा 21 मिमी बारिश हुई
पलियाकलां (खीरी) में 14.4 मिमी
पीलीभीत, सहारनपुर, बरेली और गोरखपुर में भी हल्की बारिश दर्ज की गई
🌀 मौसम के अगले कदम — कब, कहाँ और कितनी बारिश?
🔹 पश्चिमी यूपी:
सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद से लेकर बरेली और लखीमपुर तक मौसम ने करवट ले ली है। 14 से 16 जून के बीच इन इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा। 15 जून से बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज़ बारिश की संभावनाएं भी बन रही हैं।
🔹 अवध क्षेत्र:
लखनऊ, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली जैसे जिलों में अब बादलों की आवाजाही शुरू हो चुकी है। 14 जून से हल्की बारिश की उम्मीद है, लेकिन असली मानसूनी रंगत 15-16 जून से दिखेगी।
🔹 पूर्वांचल:
गोरखपुर, देवरिया, बलिया और बनारस क्षेत्र में हल्के बादल मंडरा रहे हैं। 15 जून से इन इलाकों में अच्छी बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। 16 जून के बाद यहाँ भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
🔹 बुंदेलखंड:
फिलहाल सबसे गर्म और सूखा इलाका बना हुआ है बुंदेलखंड, लेकिन अब यहाँ भी राहत के संकेत मिलने लगे हैं। 14 जून से झांसी, बांदा, चित्रकूट और हमीरपुर में बारिश की शुरुआत होगी, जो 17 जून के बाद गंभीर रूप ले सकती है।
🌍 पूरे यूपी का मानसूनी नक्शा:
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून वर्तमान में पश्चिम बंगाल–सिक्किम सीमा पर ठहरा हुआ है, लेकिन अगले 48 घंटों में रफ़्तार पकड़ते हुए यूपी की सीमा में प्रवेश कर सकता है। अनुमान है कि 18 जून तक मानसून उत्तराखंड समेत पूरे यूपी में सक्रिय हो जाएगा।
📅 बड़ी तारीख़ें याद रखें:
14–16 जून: प्री-मानसूनी बारिश का दौर
18 जून तक: मानसून की आधिकारिक एंट्री
20 जून से: झमाझम और संभावित भारी बारिश
🚨 अलर्ट: किसानों, यात्रियों और आम नागरिकों को सलाह दी जाती है कि मौसम से जुड़ी जानकारी पर नियमित नज़र रखें। तेज़ बारिश और बिजली गिरने की घटनाएँ आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं।