10/05/2023
टोडाभीम- महिलाओं का एलान-चंबल के पानी का विरोध करने वालों को गांवों में नहीं घुसने देंगी
ईआरसीपी के लिए महिलाओं ने तीसरे दिन टोडाभीम के 55 गांवों में निकाली रैली
टोडाभीम। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना और मुख्य संयोजक रविन्द्र मीना के आव्हान पर मंगलवार को टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के 55 गांवों में महिलाओं ने रैली निकाल ईआरसीपी के प्रति एकजुटता दोहराई। महिलाओं का कहना रहा कि चंबल के पानी का विरोध करने वालों को गांवों में नहीं घुसने दिया जाएगा।
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के प्रदेश मीडिया प्रभारी दीनदयाल सारस्वत ने बताया कि किसान विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना एवं मुख्य संयोजक रविन्द्र मीना के आव्हान पर टोडाभीम उपखंड क्षेत्र में मंगलवार को तीसरे दिन भी महिलाओं ने रैली निकाली। गांव सादपुरा स्थित सादबाबा के मंदिर से षुरू होकर यह रैली मखटोट, सहराकर, दादनपुर, मान्नोज, दादनपुर चौराहा, लाडपुर, सुजानपुरा, राजौर, भंडारी अंदरूनी, बीजलवाडा सहित करीब 55 गांवों में होते हुए मांचडी गांव तक पहुंची। सैकडों जुगाडों में सवार हजारों महिलाओं ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करो और रामनिवास मीना तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं के नारे बुलंद किए। इसके साथ महिलाओं ने जोश और उत्साह दिखाते हुए ईआरसीपी के गीतों पर नृत्य भी किया। इस दौरान महिलाओं ने ईआरसीपी के प्रति एकजुटता दिखाते हुए कहा कि जब चंबल का पानी नहरों के माध्यम से खेतों तक नहीं आएगा, तब तक वे चुप नहीं बैठेंगी। महिलाओं का कहना रहा कि चंबल के पानी के लिए रामनिवास मीना और रविन्द्र मीना के नेतृत्व में संघर्ष जारी रहेगा।
गौरतलब है कि गत 3 मई को ईआरसीपी के प्रति जागरूकता हेतु डाॅक्यूमेंट्री फिल्म चंबल की चिटठी जयपुर में लाॅच की गई। उस दौरान पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना एवं प्रदेश मुख्य संयोजक रविन्द्र मीना ने ईआरसीपी के संघर्ष से पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की महिलाओं को जोडने के लिए 7 मई से महिला रैली निकालने का आगाज किया था। उस अनुसार 7 मई को 13 जिलों में महिला रैली निकाली गई, जबकि करौली जिले के टोडाभीम उपखंड में 7 मई से ही हर दिन महिला रैली निकाली जा रही है।
गांवों में महिलाओं का खूब हुआ स्वागत-सत्कार
टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के जिन गांवों में होकर महिला रैली निकली, उन गांवों में ग्रामीणों ने महिलाओं का खूब स्वागत-सत्कार किया। सादपुरा गांव में अल्पहार के बाद सभी के लिए भंडारी अंदरूनी गांव में भोजन की व्यवस्था की गई। इसके अलावा कई गांवों में ठंडा पानी और शरबत पिलाकर भी रैली में शामिल महिलाओं का स्वागत सत्कार किया गया।