
17/04/2025
गरीब के घर में शिक्षा के दीप को जलाने में अहम भूमिका निभा रहा है आई आई ई टी संस्थान
उत्तर भारत का अपनी तरह का पहला बहुउ्द्देश्ीय इंजीनियरिंग, पं्रबंधन कालेज हैं कुरुक्षेत्र और करनाल के बीच में
अंत्योदय की भावना के तहत समाज के अंतिम व्यक्ति तक तकनीकी उच्च शिक्षा पहुंचाने के लिए संकल्पित
जीटी रोड पर स्थित कालेज में अपनी तरह की सभीउच्च स्तर की तकनीकी सुविधाएं
वाइस एकड़ में फै ला है ग्रीनरी के बीच पूर्णतया वातानुकूलित कैंपस, सभी तरह की ओपिन सुविधाएं
करनाल 17अप्रैल ():हरियाणा में पिछले सौलह साालों समाना समानी के पास जीटी रोड पर स्थित इंटरनैशनल इंस्टीट्यूटआफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलोजी से दलित और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को तकनीकी और प्रबंधन के क्षेत्र उच्च शिक्षा लेने का सपना पूरा कर रहा हैं। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से संबद्ध आई आई ई टी उच्च गुणवत युक्त रोजगार परक शिक्षा देने के क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुका हैं। यहां पर हरियाणा ही नहीं विभिन्न प्रदेशों के बच्चे तकनीकी और प्रबंधन से संधित शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। जानकारी देते हुए इस कालेज के चेयरमैन रामशरण भोला ने बताया कि उनका शिक्षण संस्थान वाइस एकड़ में फैला हुआ हैं। जीटी रोड पर ग्रीनरी के बीच अपनी तरह का पहला कालेज हैं। जहां पर यहां पढऩे वाले बच्चों को रोजगार देने के लिए बाहर से प्रोफेशनल पंबंधन, आई टी, तकनीकी कंपनियां मंल्टीनैशनल कंपनियां आती हैं। उन्होंने बताया कि इंटरनैशनल इंस्टीट्यूटआफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलोजी में बीटैक मैंकेनिकल ,सिविल, इलेक्ट्रोनिक्स संड कम्यूनिकेशन ,कंप्यूटर साइंस इलेक्ट्रिीकल तथा ओटोमोबाइल इंजीनियरिंग , एम.टैक सीएसई एमई, सीई इंजीनियरिंग , बीबीए बीसीए आई टीआई के पाठ्यक्रम संचालित हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां इस क्षेत्र में अपनी तरह की पहली कम्यूनिकेशन लेब हैं। जहां पर गेट के साथ पर्सनेल्टी डिवेलेपमैंट के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं के कोर्स के लिए तैयारियां करवाई जाती है उन्होंने बताया कि उनके यहां पर प्लेसमैंट सैल भी हैं। यहां पर जोब फेयर भी लगवाए जाते रहते हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां पर विशेष तौर पर सरकारी नौकरियों के साथ एचएसएससी, यूपीएससी तरह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती हैं। कालेज में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त कंम्प्यूटर, मैकेनिकल सिविल तथा अन्य संकायों की लेब के साथ एसी कैंपस हैं। यहां बाहरी से आने वाले विद्यार्थियों के लिए होस्टल भी ळें। यहां पर पढाने के लिए अनुभवी और उच्चशिक्षा प्राप्त हाई स्किल वाली फैकेल्टी हैं। उन्होंने बताया ेिक संविधान निर्माता डा. अंबेडकर जी से प्रभावित होकर इस संस्थान की स्थापना की। इस कालेज के साथ गौरवशाली अतीत जुड़ा हुआ हैं। इस क्षेत्र में अपनी तरह का पहला कालेज हैं। यहां पढऩे वालें बच्चे आज सरकारी और मल्टी नैशनल कंपनियों में उच्च पदों पर पदस्थ हैं। उनका कालेज देश और प्रदेश की तकनीकी और शिक्षण परिषद और निकायों से मान्यता प्राप्त हैं। इस कालेज का मूल ध्येय गरीब के घर तक शिक्षा का दीप जलाना हैं। उनका संस्थान पंडित दीनदयाल उपध्याय के अंत्योदय के विचार को साकार कर रहा हैं। समाज के अंतिम व्यक्ति तक उच्च शिक्षा को पहुंचाना हैं। इस ध्येय को पूरा करने के लिए वह गरीब तथा दलित परिवारों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देते हैं।