Apna Baghnagar तप्पा उजियार खलीलाबाद

  • Home
  • India
  • Khalilabad
  • Apna Baghnagar तप्पा उजियार खलीलाबाद

Apna Baghnagar  तप्पा उजियार खलीलाबाद Our hometown.... A village which have lot of fun, pain, emotions,fight...everything...
❤️❤️❤️
Love U Apna Baghnagar ( तप्पा उजियार ) Official Fan Page
(1)

अंग्रेजो के ज़माने के जेलर प्रसिद्ध हास्य अभिनेता असरानी ने दुनिया को 84 वर्ष की उम्र में अलविदा कहा...
20/10/2025

अंग्रेजो के ज़माने के जेलर प्रसिद्ध हास्य अभिनेता असरानी ने दुनिया को 84 वर्ष की उम्र में अलविदा कहा...

थोड़ा सा धक्का और दे देते अखंड भारत का सपना पूरा हो जाता। 😁
19/10/2025

थोड़ा सा धक्का और दे देते अखंड भारत का सपना पूरा हो जाता। 😁

13/10/2025

नाइट सीन बाघ नगर बाजार

मेरे दोस्त और भाई और पेज के सबसे बुज़र्ग एडमिन को जीत की अग्रिम बधाई l
03/10/2025

मेरे दोस्त और भाई और पेज के सबसे बुज़र्ग एडमिन को जीत की अग्रिम बधाई l

नीरज घेवान की ‘होमबाउन्ड’ के बारे में सोशल मीडिया पर पढ़ते हुए कहीं ये नहीं पढ़ा कि इसके केंद्र में बस्ती जिले के दो दोस्त...
01/10/2025

नीरज घेवान की ‘होमबाउन्ड’ के बारे में सोशल मीडिया पर पढ़ते हुए कहीं ये नहीं पढ़ा कि इसके केंद्र में बस्ती जिले के दो दोस्तों मोहम्मद सैयूब सिद्दीक़ी और अमृत प्रसाद का कोविड की पहली लहर के दौरान सूरत से अपने गाँव बड़हुआ देवारी का सफ़र है, जिसमें अमृत की मृत्यु हो जाती है। सड़क पर एक मुसाफ़िर उनकी तस्वीर लेता है जिसमें सैयूब ने अमृत को अपनी गोद में लिटाया हुआ है और एक गीले रुमाल से उनके चेहरे को पोंछ रहे हैं। ये तस्वीर सोशल मीडिया पर आने के बाद न्यूयॉर्क टाइम्स के पत्रकार बशारत पीर को बेचैन कर देती है, जो इन लड़कों के गाँव जाते हैं और न्यूयॉर्क टाइम्स में एक स्टोरी करते हैं - ‘टेकिंग अमृत होम’, जहाँ से ये कहानी निर्देशक नीरज घेवान तक पहुँचती है।
इण्डियन एक्सप्रेस ने आज इन दो दोस्तों पर एक स्टोरी की है। ये किसी हिन्दी अखबार में आ सकती थी, ‘टेकिंग अमृत होम’ भी किसी हिन्दी अखबार में आ सकती थी। मगर क्या कहें।
मोहम्मद सैयूब सिद्दीक़ी इन दिनों रोजी-रोटी के लिए दुबई में हैं, जहाँ वो एक निर्माण स्थल पर मजदूरी करते हैं। वहाँ उनके साथ 4 और लड़के हैं जो उनकी तरह ही यूपी से हैं और दो तो उनके गाँव बड़हुआ देवारी के ही हैं। सैयूब हर महीने 12000 से 13000 रुपये अपने घर भेजते हैं।
सैयूब और अमृत इसी तरह सूरत में मिले थे। दोनों बचपन के दोस्त थे और दर्जा 5 तक सरकारी स्कूल में साथ पढ़े थे। उनके घर गाँव में थोड़ी दूर पर थे। पढ़ाई छोड़ने के बाद दोनों काम की तलाश में अलग-अलग जगहों पर चले गए। अमृत ने बाद में सैयूब को सूरत बुला लिया जहाँ की टेक्सटाइल मिलों में दूसरे प्रवासी मजदूरों की तरह मामूली मजदूरी पर काम करने लगे।
2020 की गर्मियों में लॉकडाउन लगने के साथ ही मिल को बन्द कर दिया गया। 22 साल के ये दोनों लड़के अपने गाँव वापस जाने के 1500 किमी के सफ़र पर निकले। दोनों को दूसरे प्रवासी मजदूरों साथ एक ट्रक पर जगह मिली जहाँ गर्मी की वजह से अमृत की तबीयत बिगड़ने लगी। ट्रक तब तक मध्य प्रदेश के शिवपुरी तक पहुँचा था। सैयूब ने ड्राइवर से मिन्नतें की कि वो अमृत के इलाज के लिए गाड़ी रोक दे, लेकिन दूसरे मुसाफिरों और ड्राइवर ने उनकी न सुनी। सैयूब अपने दोस्त अमृत के साथ ट्रक से उतर गए जिससे वो अपने दोस्त की जान बचा सकें। वो सड़क के किनारे अमृत का सर अपनी गोद में लिए बैठे थे और एक गीले रुमाल से उनके चेहरे को पोंछ रहे थे। तभी एक राहगीर की नजर उन पर पड़ी जिसने उनकी मदद करने की कोशिश कि और उनकी तस्वीर ली।
अमृत को बचाया नहीं जा सका। सैयूब ने किसी तरह एक एम्बुलेंस का इंतज़ाम किया और दो दिन बाद 17 मई 2020 को अपने गाँव पहुँचे।
‘होमबाउन्ड’ की ख़बर 2000 की आबादी वाले गाँव बड़हुआ देवारी पहुँची है, हालाँकि किसी ने उसे अभी तक देखा नहीं है। गाँव के सबसे क़रीब का सिनेमा हाल ‘बादशाह’ गाँव से 25 किमी दूर है।
अमृत घर में कमाने वाले अकेले लड़के थे। उनके जाने के बाद घर का गुज़ारा मुश्किल हो गया। अमृत की पाँच छोटी बहनें और एक भाई हैं। ‘होमबाउन्ड’ के निर्माताओं ने अमृत के घर वालों से अमृत के बारे में जानकारी ली, मगर बाद में उनसे कोई सम्पर्क नहीं रखा। चलने से पहले उन्होंने अमृत के पिता को 10,000/- रुपये दिए (टुच्चे साले)।
हालाँकि सैयूब ने दोस्त होने का अपना फ़र्ज़ निभाया और अमृत की दो बहनों की शादी में मदद की।
सैयूब 2023 से दुबई में हैं और अभी गाँव वापस नहीं जा सकेंगे। उन्हें एक और अफ़सोस है कि उनके जिस फोन अमृत की ढेरों तस्वीरें थीं, वो खराब हो गया और उन्होंने वो सारी तस्वीरें खो दीं।
Shamim Uddin Ansari

कक्षा 2 का छात्र ज़ैद रोज़ स्कूल जाने के लिए अपनी टूटी साइकिल पर भरोसा करता था। साइकिल की एक तरफ की स्टेयरिंग भी टूटी हु...
27/09/2025

कक्षा 2 का छात्र ज़ैद रोज़ स्कूल जाने के लिए अपनी टूटी साइकिल पर भरोसा करता था। साइकिल की एक तरफ की स्टेयरिंग भी टूटी हुई थी, लेकिन ज़ैद का हौसला कभी कम नहीं हुआ।

अब ज़ैद नई साइकिल पर स्कूल जा रहा है और उसकी खुशियों का ठिकाना नहीं है।

स्कूल के शिक्षक बताते हैं कि ज़ैद ने कभी हार नहीं मानी, और यह कहानी बच्चों और बड़े दोनों के लिए हौसले और मेहनत की मिसाल बन गई है।

यह कहानी यह सिखाती है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो मुश्किलें भी रास्ता नहीं रोक सकतीं। टूटी हुई चीज़ें कभी-कभी इंसान के इरादों को तोड़ नहीं सकतीं, बल्कि नए मौके और सहयोग उन्हें और मजबूत बना देते हैं।

बहुत जबरा धूप है
26/09/2025

बहुत जबरा धूप है

25/09/2025

आओ घुमाते हैं तुम को

सिसई रोड बाघ नगर सेहुड़ा
25/09/2025

सिसई रोड बाघ नगर सेहुड़ा

25/09/2025

#वायरल

#ट्रेंडिंग

#ट्रेंडिंगरील्स

#प्रकृति

#नेचरफ़ोटोग्राफ़ी

#गाँव

#एक्सप्लोरपेज

Address

Bagh Nagar Bazar
Khalilabad
272125

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Apna Baghnagar तप्पा उजियार खलीलाबाद posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Apna Baghnagar तप्पा उजियार खलीलाबाद:

Share