
19/06/2025
सुनो,,,,मेरे कान्हा जी 🌹🫶🏻❣️
मैं जो कभी रुठ जाऊँ तुमसे
तुम मना लेना, 🌹❣️
जो शिकायतें हो तुम्हें मुझसे
तुम बता देना, 🌹❣️
मौन हो मन में कोई गांठ न बाँधना,
बेझिझक हो बस कह देना,🌹❣️
मैं जो न कह पाऊँ तुमसे कुछ
मेरे मन को टटोलना,🌹❣️
भाव भर आये जो नयनों में
आँखे मूंद टालना मत तुम,
कांधे से लग बस बहा देना ,🌹❣️
जो व्यक्त न कर पाओ तुम
अपने हृदय को,🌹❣️
आहिस्ता से जुड़े में मोगरा
लगा देना तुम,🌹❣️
बस ऐसे ही प्रेम जता देना तुम...मेरे कान्हा 🌹🫶🏻❣️