
21/07/2025
सांवरे की महफिल को, सांवरा सजाता है
किस्मत वालों के, घर में, श्याम आता है
गहरा हो नाता बाबा का जिनसे
मिलने को बाबा, आता है उनसे
उनका ये साथी बन जाता है।
सांवरे की महफिल....
किरपा बरसती है जिस पे इसकी
तकदीर लिखता हाथो से उसकी
गम का अंधेरा छंट जाता है।
सांवरे की महफिल से.....
भजन सुनाते जो इसको प्यारे
उसके तो परिवार के वारे न्यारे
मंदिर सा घर बन जाता है।
सांवरे की महफिल से......
कुछ भी असंभव होता नही है
महफिल में इसकी होता यही है
सब कुछ 'सुनील' यहाँ मिल जाता है।
सांवरे की महफिल से...........