08/07/2025
शाहदरा (दिल्ली)
*मुनिश्री उदित कुमार जी के सान्निध्य में आचार्य भिक्षु की300वीं जन्म जयंती पर हुआ भव्य आयोजन*
तेरापंथ धर्मसंघ के आद्य प्रवर्तक आचार्य भिक्षु की 300वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में पूर्वी दिल्ली के शाहदरा क्षेत्र की पावन भूमि पर एक गरिमामयी समारोह का आयोजन किया गया। मेसिना बैंक्विट हॉल में संपन्न इस भव्य आयोजन में श्रद्धा, विचार और अनुशासन का त्रिवेणी संगम देखने को मिला।
*_इस अवसर पर बहुश्रुत मुनिश्री उदितकुमार जी ने आचार्य भिक्षु के जीवन-दर्शन, सम्यक दृष्टिकोण, तप-साधना और संतुलित जीवनशैली के सूत्रों को आधुनिक संदर्भों में प्रस्तुत करते हुए कहा-"आचार्य भिक्षु का चिंतन आज भी हमारी जीवन दिशा को स्पष्ट करता है। उन्होंने जो आदर्श प्रस्तुत किए, वे केवल उस युग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।"मुनिश्री ने यह भी कहा कि उनका जीवन हमें साधना, तप और सेवा के महत्व को समझाता है।_* मुनिश्री अभिजीतकुमार जी ने सभी श्रद्धालुओं से आचार्य भिक्षु के सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया, वहीं मुनिश्री जागृतकुमार जी ने ध्यान प्रयोग कराए।कार्यक्रम का प्रारंभ मुनि रम्यकुमार जी द्वारा "भिक्षु म्हारे प्रगटिया जी" गीत के संगान से हुआ।
कार्यक्रम में अनेक गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया, जिनमें जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा शाहदरा के अध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंगी, तेरापंथी महासभा के उपाध्यक्ष श्री संजय खटेड़, आचार्य महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति दिल्ली के अध्यक्ष श्री कन्हैयालाल पटावरी, विकास परिषद के संयोजक श्री मांगीलाल सेठिया एवं अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की चीफ ट्रस्टी श्रीमती पुष्पा बैंगानी शामिल रहे। सभी ने अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए।ज्ञानशाला से हर्ष नाहटा एवं मुस्कान नाहटा ने भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किया, साथ ही जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा दिल्ली की ओर से सामूहिक गीत प्रस्तुति दी गई।
अंत में श्री बाबूलाल दुगड़ ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री प्रमोद घोड़ावत ने किया।
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